75 वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश की अर्थव्यस्था, गांव, गरीब, किसान और चलायी जा रही योजनाओं पर भी अपनी बात रखी. साथ कई योजनाओं की शुरुआत का भी जिक्र किया है. पढ़ें लाल किले की प्रचारी से क्या बोले पीएम मोदी.
छोटा किसान बनें देश की शान
75 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री ने किसानों के विकास और योजनाओं का जिक्र किया उन्होंने कहा, देश के 80 फीसद किसान ऐसे हैं जिसमें किसानों के पास 2 हेक्टयेर से कम जमीन है. देश का किसान छोटा किसान है. देश में जो नीतियां बनी उनमें छोटे किसानों पर जिनता ध्यान देना चाहिए नहीं दिया गया. अब इन छोटे किसानों पर फोकस दिया जा रहा है. छोटा किसान बने देश की शान.
गांव में जमीनों के कागज में कई पीढ़ियों से कोई काम नहीं हुआ है. आज गांव – गांव हर एक घर की हर जमीन की ड्रोन की मदद से निगरानी हो रही है. इससे गांव में जमीन से जुड़े विवाद समाप्त हो रहे हैं. हम कृषि क्षेत्र में भी वैज्ञानिकों की क्षमता और सुझावों को जोड़े. हम इंतजार नहीं किया जा सकता है इसका पूरा लाभ उठाना है. फल सब्जियां और अनाज का उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलेगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 75 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर नयी योजना का जिक्र किया. प्रधानमंत्री गति शक्ति एक नयी योजना है जिसे हम लांच करने वाले हैं 100 लाख से अधिक की यह योजना युवाओं के लिए रोजगार के अवसर लेकर आयेगा. हम ट्रांसपोर्ट के संसाधनों में कोई तालमेल नहीं है. इन सारी कठिनाइयों को दूर करेंगे इससे यात्रा के समय में कमी आयेगी. गति शक्ति योजना भविष्य में अर्थव्यस्था के निर्माण में अहम भूमिका निभायेगी.
Also Read: गणतंत्र दिवस पर FAUG मोबाइल गेम लॉन्च, सोशल मीडिया पर जश्न, ऐसे करें डाउनलोड
प्रधानमंत्री ने कहा, हमारा प्रयास है कि हर गरीब तक योजाना का लाभ पहुंचा है. आयुष्मान भारत से लेकर कई योजनाओं का ताकत देश का गरीब जानता है. पहले की तुलना में हम बहुत तेजी से आगे बढ़े हैं.
बात यहां खत्म नहीं होती है. हमें पूर्णता तक जाना है. शत प्रतिशत गांवों पर सड़कें, बैंक में अकाउंट, आयुष्मान कार्ड हो, उज्जवला योजना हो, बीमा योजना हो, पेंशन योजना हो, आवास योजना हो. हमें शत प्रतिशत का लक्ष्य लेकर चलना है.
प्रधानमंत्री ने कहा, हमारे यहां कभी उन साथियों के बारे में नहीं सोचा गया तो रेड़ी लगाते हैं, ढेला लगाते हैं. हम इन स्वनिधि योजना के जरिये बैकिंग योजना से जोड़ा जा रहा है. हमने बिजली शत प्रतिशत घरों में पहुंचायी, शौचालय पहुंचाया है हमें वैसे ही योजनाओं को लेकर लक्ष्य लेकर चलना है.
हमें कुछ ही वर्षों में अपने संकल्पों को साकार है. हर घर जल मिशन को लेकर तेजी से काम हो रहा है. जल जीवन मिशन के सिर्फ साढ़ें चार करोड़ परिवारों को योजना का लाभ मिलना शुरू हो गया है. योजनाओं के शत प्रतिशत लाभ सबतक पहुंचेगा तो कोई इससे वंचित नहीं रहेगा. हमें समाज की आखिरी पंति में खड़े व्यक्ति तक पहुंचना है, ऐसे में कोई भेदभाव ना कोई भ्रष्टाचार रहता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुपोषण को दूर करने पर जोर दिया. इस मौके पर उन्होंने कहा, कुपोषण और पौष्टिक पदार्थ की कमी बड़ी बाधा है. सरकार अपनी अलग- अलग योजनाओं के तहत जो चावल गरीबों को देती है अब उन्हें पोषण युक्त चावल देगी. वर्ष 2024 तक हर योजना से मिलने वाला चावल पोषण युक्त कर दिया जायेगा.
हर गरीब तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने का काम चल रहा है. स्वास्थ्य पर सरकार ने पूरा ध्यान दिया है. आयुष्मान भारत योजना के तहत बेहतर सुविधा पहुंचायी जा रही है. गरीब को मध्यम वर्ग को सस्ती दवाएं मिल रही है. अबतक 75 हजार से ज्यादा हेल्थ और वेलनेस सेंटर बनाये जा चुके हैं. बहुत जल्द देश के हजारों अस्पताल के पास अपने ऑक्सीजन प्लांट होंगे.
Also Read: Happy Independence Day 2021: सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा…इस अलग अंदाज में दें आजादी की बधाई
लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरक्षण की भी चर्चा की है. उन्होंने कहा, साधारण वर्ग के गरीब लोगों को लिए भी आरक्षण की व्यस्था की जा रही है. मेडिकल सीट के क्षेत्र में यह फैसला लिया गया है आने वाले दिनों में सरकार इस तरफ ध्यान देगी.
गावों तक पहुंच रही है फाइबर तकनीक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांव के विकास की चर्चा करते हुए कहा, भारत के सभी जिले विकास के पथ पर एक बराबरी पर चलें इसकी व्यस्था चल रही है. अर्थजगत में पूंजी वाद और समाजवाद पर चर्चा होती है लेकिन सहकार वाद हमारी संस्कार और परंपरा के अनुकूल है. कॉपोरेटिव मजबूती हो , राज्यों के अंदर जो सहकारी क्षेत्र है उसे बल देने के लिए हमने अलग कॉपोरेटिव बनाया है.
आज हम गांवों को तेजी से बदलता देख रहे हैं. गावों को ऑपटिकल फाइबर नेटवर्क पहुंच रहा है. गांव में भी नये उद्यमी तैयार हो रहे हैं गांव में 8 करोड़ से अधिक बहनें एक से बढ़कर एक प्रोडक्ट बनाती है. सरकार इनके लिए ई कॉमर्स प्लेटफॉर्म तैयार करेगी. यह महिला सेल्फहेल्फ ग्रुप के उत्पादों को देश और विदेश से जोड़ेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटियों के कई चिट्ठी का जिक्र करते हुए कहा, मुझे बेटियों के खत आते थे कि वह भी सैनिक स्कूल में पढ़ना चाहती हैं. हमने मणिपुर में यह शुरू किया था लेकिन इस वक्त देश की मांग है कि सैनिक स्कूलों को बेटियों के लिए भी खोल दिया जाये. अब सैनिक स्कूलों में देश की बेटियां पढ़ सकेगी.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.