India China faceoff : चीन-थाईलैंड को बड़ा झटका, एसी-फ्रिज के आयात पर लगा बैन
भारत सरकार ने रेफ्रिजरेंट के साथ-साथ एयर कंडीशन के आयात पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है.
नयी दिल्ली: बीते गुरुवार को भारत सरकार ने घोषणा की है नॉन अशेंसियल प्रोडक्ट्स के आयात पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया जाएगा. इस फैसले के तहत भारत सरकार ने रेफ्रिजरेंट के साथ-साथ एयर कंडीशन के आयात पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. भारत सरकार का तर्क है कि भारत के स्थानीय विनिर्माण उद्योग को प्रोत्साहन देने के लिए ये प्रतिबंध लगाए गए हैं.
टेलीविजन सेट के आयात पर भी प्रतिबंध
बीती जुलाई में भारत ने टेलीविजन सेट्स को भी प्रतिबंधित सूची में डाल दिया था. आयातकों से कहा गया था कि यदि उन्हें दूसरे देशों से टेलीविजन सेट का आयात करना है तो विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) से लाइसेंस लेना होगा. टेलीविजन सेट में आयात नियम कड़े किए गए हैं लेकिन एयर-कंडीशनर के मामले में ये प्रतिबंध ज्यादा सख्त हैं क्योंकि भारत सरकार का नया नियम इस पर किसी भी प्रकार के आयात पर प्रतिबंध लगाता है.
चीन और थाईलैंड को होगा नुकसान
भारत का बाजार इस वक्त ज्यादातर आयातित एयर-कंडीशनर और रेफ्रिजरेटर से भरा पड़ा है. भारत ने वित्त वर्ष 2015 में कुल 469 मिलियन स्पिल्ट एसी का आयात किया था. इनमें से चीनी उत्पादों की हिस्सेदारी 241 मिलियन डॉलर की थी, वहीं थाईलैंड की हिस्सेदारी 189 मिलियन डॉलर की थी. विंडो एसी की बात करें तो इसका भी व्यापक पैमाने पर आयात किया गया था. विंडो एसी में थाईलैंड की हिस्सेदारी 18 मिलियन डॉलर की थी वहीं चीन की हिस्सेदारी कुल 14 मिलियन डॉलर की थी. अब इनके आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है जिसका फायदा सीधे तौर पर भारत की कंपनियों को मिलेगा.
जानकारी के मुताबिक आयात प्रतिबंधों का फायदा भारतीय कंपनियों वोल्टास लिमिटेड और हैवेल्स इंडिया लिमिटेड को मिलेगा. ये कंपनियां लॉयड एयर-कंडीशनर बनाती हैं. भारत में एसी, रेफ्रिजरेटर के निर्माण के क्षेत्र में ये कंपनियां अग्रणी हैं और आयात प्रतिबंधों का फायदा निश्चित रूप से इन कंपनियों को मिलने जा रहा है.
वोल्टास इंडिया के चैयरमेन ने क्या कहा
भारत सरकार द्वारा आयात प्रतिबंध के फैसले पर हैवेल्स इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अनिल राय गुप्ता ने कहा कि जिन भी कंपनियों ने अपनी विनिर्माण सुविधा में अच्छा निवेश किया है, वे लाभ पाने के लिए बेहतर स्थिति में होंगी. अनिल राय गुप्ता ने बताया कि उनकी कंपनी लॉयड एयर-कंडीशनर का निर्माण नए अत्याधुनिक प्लांट्स में बना रही हैं. इन प्लांट्स को तकरीबन 400 करोड़ रुपये के निवेश के साथ विकसित किया गया है.
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम
वोल्टास लिमिटेड के एमडी और सीईओ प्रदीप बख्शी ने कहा कि भारत सरकार का फैसला घरेलु विनिर्माण सेक्टर को बढ़ावा देगा. कुछ वस्तुओं का आयात कुछ समय तक जारी रहेगा क्योंकि प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत अभी नवजात स्थिति में है. भारत सरकार का नया कदम भारतीय कंपनियों को आगे बढ़ने और विकसित करने में हेल्प करेंगी. प्रदीप बख्शी के मुताबिक ये आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक सही कदम है.
Posted By- Suraj Thakur
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