अमेरिका को पछाड़ कर भारत बना दूसरा मैन्युफैक्चरिंग हब

कुशमैन एंड वेकफील्ड ने बयान में कहा कि ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग रिस्क इंडेक्स-2021 में चीन पहले स्थान पर कायम है. यह सूचकांक यूरोप, द अमेरिकाज तथा एशिया-प्रशांत (एपीएसी) के 47 देशों में से वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग के लिए आकर्षक या लाभ वाले गंतव्यों का आकलन करता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 25, 2021 2:34 PM

भारत निवेश के लिए एक बेहतर स्थान बनता जा रहा है. भारत ने अमेरिका को पीछे छोड़कर दुनिया का दूसरा सबसे आकर्षक मैन्युफैक्चरिंग डेस्टिनेशन बन गया है. रियल एस्टेट सलाहकार कुशमैन एंड वेकफील्ड ने इस संबंध में जानकारी दी है. मुख्य रूप से लागत के मोर्चे पर दक्षता की वजह से मैन्युफैक्चरिंग सेंटर के रूप में भारत का आकर्षण बढ़ा है.

कुशमैन एंड वेकफील्ड ने बयान में कहा कि ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग रिस्क इंडेक्स-2021 में चीन पहले स्थान पर कायम है. यह सूचकांक यूरोप, द अमेरिकाज तथा एशिया-प्रशांत (एपीएसी) के 47 देशों में से वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग के लिए आकर्षक या लाभ वाले गंतव्यों का आकलन करता है.

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बयान में कहा गया है कि सबसे अधिक मांग वाले मैन्युफैक्चरिंग डेस्टिनेशन में चीन के बाद भारत दूसरे स्थान पर है. बयान में कहा गया है कि इससे पता चलता है कि अमेरिका और एशिया-प्रशांत क्षेत्र की तुलना में मैन्युफैक्चरर्स भारत में रुचि दिखा रहे हैं. भारत ने यह स्थान हासिल किया है क्योंकि परिचालन की परिस्थितियों तथा लागत दक्षता की वजह से मैन्युफैक्चरिंग डेस्टिनेशन के रूप में भारत का आकर्षण बढ़ा है. भारत ने आउटसोर्सिंग की जरूरतों को सफलतापूर्वक पूरा किया है.

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अमेरिका दूसरे से अब तीसरे स्थान पर आया.इस सूची में अमेरिका तीसरे, कनाडा चौथे, चेक गणराज्य पांचवें, इंडोनेशिया छठे, लिथुआनिया सातवें, थाइलैंड आठवें, मलेशिया नौवें और पोलैंड दसवें स्थान पर है. पिछले साल की रिपोर्ट में अमेरिका दूसरे और भारत तीसरे स्थान पर था.

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