भारत में चीनी कारोबार को पहला झटका, Oppo ने रद्द किया अपने फोन का लाइव लॉन्च

Oppo live launch, India china Face off, india china border dispute: चीनी सेना ने लद्दाख में जो कायरता वाली हरकत की है, उसके बाद भारत में ड्रैगन के बायकॉट की मांग जोर पकड़ने लगी है. इसी का असर है कि स्मार्टफोन की दिग्गज चीनी कंपनी ओप्पो को अपने फ्लैगशिप स्मार्टफोन की भारत में ऑनलाइन लॉन्चिंग रद्द करनी पड़ी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 18, 2020 9:49 AM

Oppo live launch, India china Face off, india china border dispute: चीनी सेना ने लद्दाख में जो कायरता वाली हरकत की है, उसके बाद भारत में ड्रैगन के बायकॉट की मांग जोर पकड़ने लगी है. इसी का असर है कि स्मार्टफोन की दिग्गज चीनी कंपनी ओप्पो को अपने फ्लैगशिप स्मार्टफोन की भारत में ऑनलाइन लॉन्चिंग रद्द करनी पड़ी है. कंपनी ने पहले कहा था कि वह अपने नये Find X2 सीरीज फोन की लाइव अनवीलिंग करेगी.

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यह अनवीलिंग बुधवार को थी, लेकिन लॉन्चिंग करने की जगह कंपनी ने एक 20 मिनट का प्री रिकॉर्डेड वीडियो डाल दिया. कंपनी ने यह फैसला भारत और चीन सीमा पर हुए तनाव और भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद लिया है. भारत में चीनी उत्पादों के बहिष्कार की मांग को देखते हुए ओप्पो ने नया डिवाइस लाइव लॉन्च ना करना ही बेहतर समझा

लाइव का लिंक यूट्यूब से हुआ गायब

रायटर्स के मुताबिक, ओप्पो का भारत में भी एक असेंबली प्लांट है, जहां बाकी ब्रैंड्स के डिवाइसेज भी असेंबल होते हैं. कंपनी की ओर से नया Oppo Find X2 स्मार्टफोन शाम को लॉन्च किया जाना था. इस डिवाइस को ओप्पो शाम 4 बजे एक ऑनलाइन ओनली इवेंट में लॉन्च करने वाला था, लेकिन यह यूट्यूब लिंक बाद में गायब हो गया और स्थानीय समय पर लाइव लॉन्च नहीं हुआ. इससे पहले तक लाइव का लिंक यूट्यूब चैनल पर दिख रहा था.

लाइव लॉन्च की जगह कंपनी ने एक 20 मिनट का वीडियो अपलोड कर दिया जिसमें फोन के बारे में जानकारियां दी गयीं थीं. इसके अलावा ओप्पो ने कंपनी की ओर से भारत में कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए की गई कोशिशों और भारतीय अधिकारियों की मदद को भी अपने विडियो में हाइलाइट किया गया.

मुश्किलें आने वाले वक्त में बढ़ सकती हैं

रायटर्स के मुताबिक, फोन का लाइव लॉन्च क्यों रद्द किया गया इसका स्पष्ट कारण नहीं बताया गया. मगर कंपनी के सूत्रों के मुताबिक इसका कारण सीमा पर तनाव ही है. सीमा विवाद से पहले ही अप्रैल में भारत ने पड़ोसी देशों से निवेश नीति में कुछ संशोधन किया था. ये भी एक बड़ा कारण था जिससे बेरोकटोक व्यापार करने वाली चीनी कंपनियों को बड़ा झटका लगा था. बता दें, भारत में खरीदे जाने वाले हर 10 में से 8 स्मार्टफोन चाइनीज ब्रैंड के हैं. इसके अलावा कुछ चीनी कंपनियां जैसे ग्रेट वॉल, बाइटडांस और अलीबाबा ने भारत में बड़ा निवेश किया हुआ है. जिनकी मुश्किलें आने वाले वक्त में बढ़ सकती है.

Posted By: Utpal kant

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