15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

India GDP: सारे आशंका और अनुमान से आगे होगी भारत की जीडीपी, इक्रा ने बताया अगले साल कैसी होगी देश की विकास दर

India GDP: इक्रा का संशोधित अनुमान भी वित्त वर्ष 2023-24 के लिए सात प्रतिशत वृद्धि के रिजर्व बैंक के संशोधित अनुमान से कम है. रिजर्व बैंक ने हाल ही में इसे 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर सात प्रतिशत किया है.

India GDP: पूरी दुनिया एक तरफ आर्थिक परेशानियों का सामना कर रही है. मगर भारत का विकास दर बढ़ रहा है. यही कारण है कि पूरी दुनिया भारत को ग्लोबल इकोनॉमिक ट्रिगर के रुप में देख रहा है. अब, घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा ने भारत की अर्थव्यवस्था पर भरोसा जताया है. इक्रा ने भारत का वृद्धि दर 6.2 से बढ़ाकर 6.5 कर दिया है. हालांकि इक्रा का संशोधित अनुमान भी वित्त वर्ष 2023-24 के लिए सात प्रतिशत वृद्धि के रिजर्व बैंक के संशोधित अनुमान से कम है. रिजर्व बैंक ने हाल ही में इसे 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर सात प्रतिशत किया है. इक्रा रेटिंग्स ने एक बयान में इस संशोधन की वजह बताते हुए कहा कि जिंसों के दाम में कमी का सिलसिला कायम रहने से अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में वृद्धि दर पिछले अनुमान से बेहतर रहने की उम्मीद है. रेटिंग एजेंसी ने कहा कि अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में इक्रा का कारोबारी गतिविधि ‘मॉनिटर’ गैर-कृषि संकेतकों में त्योहारों के दौरान वृद्धि दर्शाता है. इससे हमें लगता है कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर तीसरी तिमाही में हमारे पिछले अनुमान से अधिक रहने की संभावना है. इसके साथ ही, इक्रा ने कहा कि वैश्विक कीमतें चालू तिमाही में माकूल बनी हुई हैं. जहां अक्टूबर एवं नवंबर में कारोबारी गतिविधियां तेज रही हैं, वहीं दिसंबर के शुरुआती रुझान मिलेजुले रहे हैं. यह बिजली मांग में वृद्धि, वाहनों के दैनिक पंजीकरण में तेजी और डीजल बिक्री में गिरावट की तरफ इशारा करता है.

Also Read: चीन के बाद अब ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था पर पड़ा दबाव, देश का GDP भी गिरा, आर्थिक मंदी का खतरा बढ़ा

2026 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा भारत

नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि भारत 2026 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और इसकी जीडीपी उस साल 5,000 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगी. आगे चलकर 2027 में अर्थव्यवस्था का आकार 5,500 अरब डॉलर से अधिक होगी. उन्होंने 18वें सीडी देशमुख स्मृति व्याख्यान में कहा कि यह संभव नहीं है कि जर्मनी या जापान की जीडीपी आने वाले तीन वर्षों में 5,000 अरब डॉलर के स्तर को पार कर जाएगी. उन्होंने ‘125 पर भारत: खोए हुए गौरव को फिर प्राप्त करना और वैश्विक अर्थव्यवस्था का पुराने सामान्य स्तर पर लौटाना’ शीर्षक वाले अपने व्याख्यान में कहा कि जापान को 2022 के 4,200 अरब अमेरिकी डॉलर के स्तर से 2027 में 5,030 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने के लिए 3.5 प्रतिशत की दर से बढ़ना होगा.

क्या है भारत के जीडीपी का गणित

अरविंद पनगढ़िया ने कहा कि चार प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ जर्मनी की जीडीपी 2023 में 4,400 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2026 में 4,900 अरब अमेरिकी डॉलर और 2027 में 5,100 अरब अमेरिकी डॉलर की होगी. इन अनुमानों को देखते हुए, भारतीय जीडीपी कितनी जल्दी इन दोनों देशों की जीडीपी को पार कर सकती है?.. यही सवाल है.” भारत इस समय डॉलर के मूल्य में 10.22 प्रतिशत की वार्षिक औसत दर से बढ़ा है. इस दर पर भारत की जीडीपी 2026 में 5,000 अरब अमेरिकी डॉलर और 2027 में 5,500 अमेरिकी अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगी. उन्होंने अनुमान लगाते हुए कहा कि इस बात की काफी संभावनाएं हैं कि भारत 2026 के अंत तक दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. भारत को अपनी आर्थिक इकाइयों को बड़ा बनाने के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए. चिंतामन द्वारकानाथ देशमुख भारतीय रिजर्व बैंक के पहले भारतीय गवर्नर थे. उनका कार्यकाल 1943 से 1949 तक रहा.

क्या है भारत की स्थिति

दिसंबर 2023 में सरकार के द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण, खनन और सेवा क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन के साथ देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 7.6 प्रतिशत रही. एक साल पहले इसी तिमाही में यह 6.2 प्रतिशत थी. बृहस्पतिवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गयी. इसके साथ भारत दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तीव्र आर्थिक वृद्धि दर हासिल करने वाला देश बना हुआ है. चीन की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर इस जुलाई-सितंबर तिमाही में 4.9 प्रतिशत रही.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें