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एसआईपी को जान जाएगा भारत तो हर घर की औलादें होंगी मुकेश अंबानी, जानें कैसे

SIP: म्यूचुल फंड लॉन्ग टर्म प्लान है. इसमें आप जितनी लंबी अवधि के लिए निवेश करेंगे, तो आपकी जेब पर पैसों का बोझ कम रहेगा. लंबी अवधि में धीरे-धीरे निवेश करने पर परिवार चलाने के साथ-साथ पैसों की भी बचत करनी होती है. इसे ही एसआईपी कहते हैं.

By KumarVishwat Sen | August 31, 2024 11:47 AM
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SIP: व्यवस्थित निवेश योजना या सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान छोटी-छोटी बचत से करोड़पति बनाने का आसान और सुलभ प्लान है. संक्षेप में इसे एसआईपी भी कहते हैं. लेकिन, दिक्कत यह है कि देश के अधिकांश लोग इस एसआईपी को नहीं जानते हैं. अगर लोग तीन शब्दों वाले एसआईपी को जान जाएंगे, तो भारत के प्राय: हर घरों की अगली पीढ़ी मुकेश अंबानी बन सकती है. जिस मुकेश अंबानी को अमीरों की सूची में शामिल करने के लिए दुनियाभर की पत्रिकाएं और कंपनियां तरसती रहती हैं, उनके पास भी अचानक कहीं से धन नहीं बरस गया. उन्होंने भी अपने कारोबार कारोबार को बढ़ाने और धन अर्जित करने के लिए व्यवस्थित निवेश योजना के नियमों का पालन किया है. और केवल मुकेश अंबानी ही क्यों, हर छोटे-बड़े कारोबारी और उद्यमी व्यवस्थित निवेश योजना के नियमों का पालन करते ही हैं. आम आदमी पैसों की बचत करने के लिए म्यूचुअल फंडों में एसआईपी के नियमों का पालन करता है. आइए, जानते हैं कि एसआईपी के जरिए करोड़पति कैसे बना जा सकता है?

म्यूचुअल फंड क्या है?

म्यूचुअल फंड एसआईपी के जरिए निवेश करने का एक शक्तिशाली तरीका है. इसके माध्यम से रिटायमेंट की उम्र के करीब पहुंचने से पहले आपके पास एक बड़ा फंड जेनरेट हो जाता है. म्यूचुअल फंड से निवेशकों को मिलने वाला चक्रवृद्धि ब्याज लॉन्ग टर्म के निवेश पर बंपर रिटर्न देता है. ऐसा इसलिए संभव है, क्योंकि आप एसआईपी के जरिए किसी भी म्यूचुअल फंड में हर महीने एक निश्चित राशि निवेश करते हैं. जैसे-जैसे आपके निवेश की रकम बढ़ती जाती है. तब आपको न केवल बाजार से बेहतर रिटर्न मिलता है, बल्कि बीते सालों में आपकी री-इन्वेस्टेड आमदनी पर भी रिटर्न मिलता है. यही क्यूमलेटिव इफेक्ट कंपाउंडिंग के माध्यम से पैसा जमा करने की असली ताकत है, जो केवल म्यूचुअल फंड्स में मिलता है.

म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें?

अगर आप एसआईपी के जरिए करोड़पति बनना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको सही म्यूचुअल फंड का चयन करना होगा. आम तौर पर छोटी-छोटी बचत करने वालों को बेहतर म्यूचुअल फंड की तलाश कर पाना मुश्किल होता है, क्योंकि छोटे निवेशक बाजार में जाकर रिसर्च नहीं करते. इसके लिए म्यूचुअल फंडों पर नजर बनाकर रिसर्च करने वाले विश्लेषक बेहतर सलाह दे सकते हैं. यह जान लेना भी जरूरी है कि म्यूचुअल फंड बाजार जोखिमों के अधीन है. इसलिए बिना किसी विशेषज्ञ की सलाह के इसमें निवेश करना जोखिम भरा होता है. देश के सरकारी-प्राइवेट बैंक और कंपनियां भी म्यूचुअल फंड में ग्राहकों को निवेश करने की सलाह देते हैं. वित्तीय सलाहकारों की सलाह लेने के बाद ही किसी म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए.

म्यूचुअल फंड में निवेश करके करोड़पति कैसे बनेंगे?

दरअसल, म्यूचुल फंड लॉन्ग टर्म प्लान है. इसमें आप जितनी लंबी अवधि के लिए निवेश करेंगे, तो आपकी जेब पर पैसों का बोझ कम रहेगा. लंबी अवधि में धीरे-धीरे निवेश करने पर परिवार चलाने के साथ-साथ पैसों की भी बचत करनी होती है. इसे ही एसआईपी कहते हैं. म्यूचुअल फंड में पैसा लगाकर आप एक साल में भी करोड़पति बन सकते हैं और 30 साल में भी, लेकिन एक साल में करोड़पति बनने के लिए आपको हर महीने कम से कम 80 से 90 हजार रुपये हर महीने म्यूचुअल फंड में जमा करना होगा. इसके साथ ही, आपको एसआईपी के 555 का फॉर्मूला भी इस्तेमाल करना होगा. हालांकि, 20 साल या 30 साल के निवेश में भी 555 का फॉर्मूला इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन इसका पता निवेशकों को नहीं चलता है. फंड मैनेज करने वाली कंपनियां या बैंक खुद ही इसका प्रबंध कर लेती हैं.

एसआईपी का 555 फॉर्मूला क्या है?

एसआईपी के 555 फॉर्मूले में तीन पांच दिए गए हैं. इन तीनों पांच का अपना अलग-अलग महत्व है और इसी आधार पर म्यूचुअल फंड के जरिए रिटायरमेंट की उम्र तक एक बड़ा फंड बनता है. एसआईपी के 555 फॉर्मूल के पहले 5 का अर्थ रिटायमेंट की तारीख से पांच साल पहले ही सेवानिवृत्ति ले लेना. दूसरे 5 का अर्थ यह है कि अगर आपको रिटायरमेंट की तारीख से पहले सेवानिवृत्त हो जाना है, तो आपको अपनी एसआईपी में हर साल करीब 5 फीसदी की बढ़ोतरी करनी होगी. वहीं, तीसरे 5 का मतलब है कि जिस प्रकार आप प्रत्येक 5 साल पर एसआईपी निवेश में हर साल 5 फीसदी की बढ़ोतरी कर रहे हैं, उसे 55 साल की उम्र तक बरकरार रखना है. अगर आप यह सिलसिला 55 साल की उम्र तक बनाए रखते हैं, तो रिटायरमेंट की तारीख से 5 साल पहले आपके पास कम से कम 5 करोड़ रुपये का बड़ा-सा फंड होगा.

एसआईपी के जरिए 20 साल में करोड़पति कैसे बनेंगे?

अगर आप किसी भी म्यूचुअल फंड में एसआईपी करते हैं, तो आपको हर महीने 20 साल तक कम से कम 6600 रुपये जमा करना होगा. अब म्यूचुअल फंड में हर महीने 6600 रुपये पैसा जमा करने पर सालाना 12% से 15% तक ब्याज मिलने की संभावना है. इसके अलावा, आपकी जमाराशि पर बाजार के नफा-नुकसान के हिसाब चक्रवृद्धि रिटर्न भी मिलता है. अब आप अगर 20 साल तक हर महीने 6600 रुपये जमा करेंगे, तो आपके म्यूचुअल फंड खाते में कुल निवेश रकम 15.84 लाख रुपये हो जाएगी. अब 15% सालाना ब्याज के हिसाब से आपकी जमा राशि पर कुल रिटर्न 84,21,303 रुपये होगा. अब आप 20 साल तक निवेश की रकम और जमा राशि पर मिले रिटर्न को जोड़ेंगे, तो आपके खाते में 1,00,05,303 रुपये का एक बड़ा फंड जमा मिलेगा.

555 फॉर्मूला काम कैसे करता है?

एसआईपी के 555 फॉर्मूले को आसान शब्दों में ऐसे समझ सकते हैं. अगर आपकी उम्र 25 साल और आपने इसी उम्र में नौकरी शुरू की है, तो नौकरी ज्वाइन करते ही एसआईपी शुरू करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. अगर आप 25 साल की उम्र से आपने एसआईपी के जरिए किसी म्यूचुअल फंड में हर महीने 10 हजार रुपये जमा करते हैं, तो सालाना आपको कम से कम 12 से 15% रिटर्न मिलेगा. इसके बाद आप अपने निवेश में हर साल 5 फीसदी की बढ़ोतरी करते हैं, तो अगले 30 साल या 55 साल की उम्र तक आपके पास 5 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि इकट्ठा हो जाएगी. उदाहरण के तौर पर आप देखिए, अगर आप 25 साल की उम्र से 12 फीसदी सालाना रिटर्न देने वाले किसी म्यूचुअल फंड में 10 हजार रुपये महीना जमा करते हैं और हर साल आप अपने निवेश की रकम में 5 फीसदी बढ़ोतरी करते हैं, तो पूरे 30 साल में आपके द्वारा निवेश की गई रकम 79,72,662 रुपये होगी. इस पर आपको सालाना 12% ब्याज के हिसाब से अनुमानित रिटर्न 4.47 करोड़ रुपये से अधिक होगा. अब निवेश की गई रकम और 30 साल में मिले रिटर्न को जोड़ देंगे, तो 55 साल की उम्र तक आपके पास 5.27 करोड़ रुपये से अधिक का एक बड़ा फंड हो जाएगा.

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