दुनिया की उभरती अर्थव्यवस्थाओं में चीन को टक्कर देने के लिए तैयार है भारत, वित्त वर्ष 2021-22 में 8.3 फीसदी रहेगी जीडीपी ग्रोथ रेट

विश्व बैंक ने भारतीय अर्थव्यवस्था को 10.1 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया था. विश्व बैंक ने कहा था कि भारत में आर्थिक गतिविधियों को नीतिगत समर्थन मिलने से फायदा होगा. इसमें बुनियादी ढांचा, ग्रामीण विकास और स्वास्थ्य पर अधिक खर्च, सेवाओं और विनिर्माण में अपेक्षा से अधिक सुधार शामिल हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2021 9:47 PM

नई दिल्ली : दुनिया के तमाम देशों को आर्थिक सहायता प्रदान करने वाली वैश्विक संस्था विश्व बैंक ने मंगलवार को अनुमान जाहिर किया है कि चालू वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 8.3 फीसदी की दर से आर्थिक वृद्धि होगी. इसके साथ ही, उसने यह भी अनुमान लगाया है कि अगले वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान भारत पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में दूसरे नंबर पर होगा. यह बात दीगर है कि फिलहाल भारत समेत पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था में कोरोना महामारी का दुष्प्रभाव देखने को मिल रहा है. बावजूद इसके ग्रामीण भारत के तपोबल की वजह से भारत निरंतर विकास करता ही रहेगा.

हालांकि, विश्व बैंक ने भारतीय अर्थव्यवस्था को 10.1 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया था. विश्व बैंक ने कहा था कि भारत में आर्थिक गतिविधियों को नीतिगत समर्थन मिलने से फायदा होगा. इसमें बुनियादी ढांचा, ग्रामीण विकास और स्वास्थ्य पर अधिक खर्च, सेवाओं और विनिर्माण में अपेक्षा से अधिक सुधार शामिल हैं.

विश्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था 2021-22 में 5.6 फीसदी की दर से विकास करेगीऔर यह पिछले 80 साल के पहले मंदी के बाद की सबसे मजबूत गति है. महामारी की शुरुआत के बाद से किसी भी देश में सबसे बड़े प्रकोप से भारत की रिकवरी में बाधा आ रही है. भारत के लिए अप्रैल 2021 से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष 2021-22 में जीडीपी में 8.3 फीसदी की वृद्धि होने की उम्मीद है, जो वैश्विक अर्थव्यवस्था की अनुमानित दर से करीब 2.7 फीसदी अधिक होगी.

विश्व बैंक की ग्लोबल इकोनॉमिक प्रॉस्पेक्ट्स रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत केवल चीन के बाद दूसरी सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था होगी, जिसके 8.5 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में राजकोषीय नीति वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में स्वास्थ्य देखभाल और बुनियादी ढांचे पर लक्षित उच्च व्यय की ओर स्थानांतरित हो गई है, ताकि महामारी से वसूली को बढ़ावा दिया जा सके. हालांकि, तीसरी लहर के लिए स्वास्थ्य और आर्थिक लागतों को संबोधित करने के लिए लक्षित नीति समर्थन की जरूरत पड़ सकती है.

2021-22 में किसकी जीडीपी की कितनी होगी ग्रोथ?

  1. चीन – 8.5 फीसदी

  2. भारत – 8.3 फीसदी

  3. यूएसए – 6.8फीसदी

  4. मेक्सिको – 5.0 फीसदी

  5. ब्राजील – 4.5 फीसदी

  6. इंडोनेशिया – 4.4 फीसदी

  7. यूरो क्षेत्र – 4.2 फीसदी

2022-23 में अनुमानित जीडीपी ग्रोथ

  1. भारत – 7.5 फीसदी

  2. चीन – 5.4 फीसदी

  3. बांग्लादेश – 5.1 फीसदी

  4. इंडोनेशिया – 5.0 फीसदी

  5. यूरो क्षेत्र – 4.4 फीसदी

  6. यूएसए – 4.2 फीसदी

  7. मेक्सिको – 3.0 फीसदी

Also Read: चीन की नई चाल : भारत की सीमा पर ताकत बढ़ाने के लिए तिब्बत में चलाई बुलेट ट्रेन, चेंगदू से ल्हासा तक आसानी से पहुंचेंगे हथियार

posted by : Vishwat Sen

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version