भारत में बेरोजगारी दर अप्रैल में बढ़कर 8.11 फीसदी पर पहुंची, शहरों में गांवों से ज्यादा हालत खराब
India Unemployment Rate: सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (CMIE) के आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल में शहरी बेरोजगारी 8.51 फीसदी से बढ़कर 9.81 फीसदी हो गई है.
India Unemployment Rate: भारत में बेरोजगारी की दर अप्रैल, 2023 में बढ़कर 8.11 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई है. इससे पहले, मार्च में बेरोजगारी दर 7.80 फीसदी पर थी. वहीं, फरवरी में ये 7.45 फीसदी रही थी. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (CMIE) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है.
शहरी इलाकों में बेरोजगारी ज्यादा
CMIE के आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल में शहरी बेरोजगारी 8.51 फीसदी से बढ़कर 9.81 फीसदी हो गई है. वहीं, अप्रैल में ग्रामीण बेरोजगारी में मामूली गिरावट देखने को मिली है और यह 7.34 फीसदी पहुंच गई है जो एक महीने पहले 7.47 फीसदी थी. रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल महीने में लगभग 87 फीसदी लोग अपना रोजगार सुरक्षित रखने में सफल रहे. बताया जा रहा है कि इस महीने में अतिरिक्त 2.21 करोड़ नई नौकरियां आईं है.
मई 2021 में 11.84 फीसदी पहुंच गई थी बेरोजगारी दर
2022 में तीन बार बेरोजगारी दर 8 फीसदी के पार निकली थी. बीते वर्ष फरवरी में बेरोजगारी दर 8.10 फीसदी, अगस्त में 8.28 फीसदी, नवंबर में 8.03 फीसदी और दिसंबर में 8.30 फीसदी रही थी. वहीं, सबसे कम बेरोजगारी सितंबर, 2022 में थी. तब बेरोजगारी दर 6.43 फीसदी पर आ गई थी. जबकि, मई 2021 में बेरोजगारी दर 11.84 फीसदी पर पहुंच गई थी. हालांकि, इसके बाद इसमें गिरावट देखने को मिली थी.
बेरोजगारी दर कैसे तय होती है?
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (CMIE) हर महीने पंद्रह से अधिक उम्र के लोगों का घर-घर जाकर सर्वे करता है. इस दौरान उनसे रोजगार की स्थिति की जानकारी ली जाती है. इसके बाद जो परिणाम मिलते हैं, उसी के आधार पर रिपोर्ट तैयार की जाती है. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी के मुताबिक, भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) की सेहत को बेरोजगारी दर सही तरह से दर्शाती है. दरअसल, यह देश की कुल आबादी में कितने बेरोजगार हैं, इसको बताती है.
Also Read: EPFO: हायर पेंशन के लिए 3 मई तक कर सकते हैं आवेदन, जानिए किस वजह से हो रही तारीख बढ़ाने की मांग
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.