Union Budget 2022: पांच राज्यों में चुनावी बिगुल के बीच आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट पेश कर रही है. जाहिर हैं पंजाब और यूपी में चुनाव को देखते हुए सरकार इस बार बजट में किसानों को खुश करने का पूरा प्रयास करेगी. इसका कारण है कि बीते समय सरकार को कृषि कानूनों को लेकर किसानों का जोरदार विरोध झेलना पड़ा था.
किसानों के एक साल से ज्यादा चले आंदोलन के बाद आखिरकार सरकार को कानून वापस लेना पड़ा. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि, इस बार सरकार किसानों को खुश करने के लिए बजट मेंकई बड़े ऐलान कर सकती है.
किसानों को खुश करने के लिए सरकार पीएम किसान सम्मान निधि योजना की रकम बढ़ा सकती है. इसके अलावा सरकार इसका दायरा भी बढ़ा सकती है. जाहिर है यूपी और पंजाब में रह रहे किसानों की बड़ा आबादी को देखते हुए सरकार ये फैसला ले सकती है.
मीडिया रिपोर्ट की माने तो सरकार किसानों की आय बढ़ने के लिए कृषि में मूल्यवर्धन को प्रोत्साहित करने के लिए योजना तैयार कर रही है. हालांकि योजना ती पूरी जानकारी नहीं मिली है. उम्मीद की जा रही है कि, आज के बजट में वित्त मंत्री इसकी घोषणा कर सकती है.
गौरतलब है कि देश को 2024-25 तक 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए इस दौरान बुनियादी ढांचे पर 1,400 अरब डॉलर खर्च करने की जरूरत होगी. संसद में सोमवार को पेश 2021-22 की आर्थिक समीक्षा में यह कहा गया है. इसमें कहा गया है कि वित्त वर्षों 2008-17 के दौरान भारत ने बुनियादी ढांचे पर 1,100 अरब डॉलर खर्च किये हैं.
आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि राष्ट्रीय बुनियादी ढांचा पाइपलाइन (एनआइपी) में वित्त वर्ष 2019-20 से 2024-25 तक करीब 111 लाख करोड़ रुपये का निवेश अनुमानित है. एनआइपी की शुरुआत 6,835 परियोजनाओं के साथ की गयी. इनकी संख्या बढ़ा कर 9,000 से भी अधिक कर दी गयी है.
जाहिर है, किसानों का आंदोलन अब खत्म होने के बाद यह देश का पहला बजट है. ऐसे में इस बार के बजट में किसानों को खुश करने की कोशिश हो सकती है. पांच राज्यों में चुनाव को देखते हुए वित्त मंत्री इस बार किसानों और कृषि सेक्टर के लिए कुछ बड़े ऐलान कर सकती है.
Posted by: Pritish Sahay
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