Indian Economy: ग्लोबल तनाव के बीच भी तेजी से बढ़ रही भारत की अर्थव्यवस्था, CII अध्यक्ष ने बतायी बात जरुरी बात

Indian Economy: पूरी दुनिया में तीन बड़े युद्ध चल रहे हैं. ऐसी स्थिति में भी भारत की अर्थव्यवस्था अच्छा प्रदर्शन कर रही है. सीआईआई के मनोनीत अध्यक्ष संजीव पुरी ने कहा कि भारत ऐसे वक्त में प्रगति कर रहा है, जब दुनिया तनाव के दौर से गुजर रही है. उन्होंने कहा कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं और यहां प्रतिभा का बड़ा भंडार है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 20, 2024 3:22 PM

Indian Economy: पूरी दुनिया में अभी तीन बड़े युद्ध चल रहे हैं. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध लगातार गहराता जा रहा है. यूक्रेन ने अब खुलकर अमेरिका को धमकी दे दी है. जबकि, इजराइल दो अलग-अलग मोर्चों पर हमास और ईरान के साथ युद्ध लड़ रहा है. इस जियो पॉलिटिकल स्थिति के कारण पूरी दुनिया में टेंशन है. हालांकि, ऐसे विपरित स्थिति में भी भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ रेट कम नहीं हुआ है. प्रमुख उद्योग मंडल सीआईआई के मनोनीत अध्यक्ष संजीव पुरी ने कहा कि भारत ऐसे वक्त में प्रगति कर रहा है, जब दुनिया तनाव के दौर से गुजर रही है. उन्होंने शुक्रवार रात यहां एक कार्यक्रम में कहा कि मौजूदा वक्त काफी दिलचस्प है. बता दें कि वो आईटीसी लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक भी हैं.

भारत में अवसर और प्रतिभा का भंडार

संजीव पुरी ने कहा कि सीआईआई के पास दशकों से बनी एक समृद्ध विरासत है. हम निश्चित रूप से अर्थव्यवस्था और उद्योग के विकास में योगदान देने के लिए तत्पर रहेंगे. उन्होंने कहा कि मौजूदा वक्त काफी दिलचस्प है, क्योंकि यह भारत का वक्त है. देश में कई नीतिगत हस्तक्षेप किए गए हैं, और वैश्विक कारक हमें आगे बढ़ने में मदद कर रहे हैं. देश ऐसे समय में प्रगति कर रहा है, जब दुनिया तनाव में है. उन्होंने कहा कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं और यहां प्रतिभा का बड़ा भंडार है. जहां तक आपूर्ति श्रृंखला और डिजिटल परिवर्तन का सवाल है, दुनिया हमारी ओर देख रही है. भारत के पास जनसांख्यिकीय लाभांश भी है. उन्होंने कहा कि सेवा और विनिर्माण, दोनों क्षेत्रों में बड़े अवसर मौजूद हैं.

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आईएमएफ और विश्व बैंक ने की भारत की तारीफ

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों के दौरान कई प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर आम सहमति बनाने में जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भारत द्वारा निभाई गई भूमिका की व्यापक सराहना की है. भारत के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी. भारत ने 9-10 सितंबर तक नयी दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी की. शिखर सम्मेलन ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर प्रमुख मतभेदों को दूर करते हुए आम सहमति से 37 पेज के घोषणा पत्र को अपनाया और वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए.

(भाषा इनपुट के साथ)

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