PMI Service: भारत में सेवा क्षेत्र की गतिविधियां अनुकूल आर्थिक परिस्थितियों और सकारात्मक मांग के दम पर दिसंबर में तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई. एक मासिक सर्वेक्षण में यह जानकारी दी गई है. मौसमी रूप से समायोजित एचएसबीसी इंडिया भारत सेवा पीएमआई कारोबारी गतिविधि सूचकांक दिसंबर में 59 पर पुहंच गया. यह नवंबर में 56.9 पर था. खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) की भाषा में 50 से ऊपर अंक का मतलब गतिविधियों में विस्तार से और 50 से कम अंक का आशय संकुचन से होता है. सर्वेक्षण सेवा क्षेत्र की करीब 400 कंपनियों को भेजे गए प्रश्नावली के जवाबों पर आधारित है.
एचएसबीसी की चीफ इंडिया इकोनॉमिस्ट प्रांजुल भंडारी ने कहा कि भारत का सेवा क्षेत्र साल के अंत में उच्च स्तर पर रहा. व्यावसायिक गतिविधियां बढ़ने और तीन महीने में सर्वाधिक ऑर्डर मिलने से यह संभव हो पाया. नए व्यवसाय में बढ़ोतरी को अंतरराष्ट्रीय बिक्री की निरंतर वृद्धि से समर्थन मिला. सेवा प्रदाताओं ने दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूरोप, पश्चिम एशिया और दक्षिण अमेरिका में स्थित ग्राहकों की ओर से उच्च मांग देखी. सर्वेक्षण में कहा गया कि मांग में उछाल से बिक्री में तेजी आई जिससे व्यावसायिक गतिविधि में तेजी आई. रोजगार सृजन लगातार 19वें महीने बढ़ा. इस बीच, एचएसबीसी इंडिया कंपोजिट पीएमआई आउटपुट इंडेक्स 57.4 से बढ़कर 58.5 हो गया.
एसएंडपी ने कहा कि लागत का दबाव काफी कम हो गया है और साढ़े तीन साल के निचले स्तर पर पहुंच गया है. फिर भी, बिक्री शुल्क में उल्लेखनीय और मजबूत वृद्धि हुई है. दिसंबर पीएमआई ने उल्लेखनीय उत्पादन वृद्धि का संकेत दिया, जो सितंबर के बाद सबसे अधिक है. अक्टूबर और नवंबर में कम आंकड़ों के बावजूद, नवीनतम तिमाही औसत वित्तीय वर्ष 2022-2023 की चौथी तिमाही के बाद से सबसे कम है. अनुकूल आर्थिक परिस्थितियां और सकारात्मक मांग रुझान उत्पादन वृद्धि के प्रमुख चालक थे. दिसंबर में नए कारोबार की आमद न केवल बढ़ी बल्कि तीन महीने में अपने उच्चतम बिंदु पर पहुंच गई. कुल नए व्यवसाय में वृद्धि को अंतर्राष्ट्रीय बिक्री की निरंतर वृद्धि से बल मिला. हालांकि, नए निर्यात ऑर्डरों में विस्तार की दर, जो नवंबर से कम हो रही थी, जून के बाद से मामूली और सबसे कम जोरदार थी.
(भाषा इनपुट के साथ)