WTW Survey: कर्मचारियों की होने वाली है बल्ले बल्ले, कंपनियां 2023 में बढ़ा सकती हैं 10 फीसदी तक वेतन

WTW Survey: मल्टीनेशनल इंश्योरेंस एडवाइजर कंपनी विलिस टावर्स वाटसन की तरफ से सैलरी बजट प्लानिंग रिपोर्ट जारी की गई है. रिपोर्ट में पाया गया कि भारत में कंपनियां 2022-23 के दौरान 10 प्रतिशत वेतन बढ़ाने के लिए बजटीय व्यवस्था कर रही हैं. पिछले साल में वास्तविक वेतन वृद्धि 9.5 प्रतिशत थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 16, 2022 6:33 PM

WTW Survey: भारत में कंपनियां 2023 में 10 प्रतिशत वेतन बढ़ा सकती हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनियां श्रम बाजार में सख्त स्थितियों से जूझ रही हैं. वैश्विक सलाहकार, ब्रोकिंग और समाधान सेवाएं मुहैया कराने वाली कंपनी विलिस टावर्स वाटसन की वेतन बजट योजना रिपोर्ट में पाया गया कि भारत में कंपनियां 2022-23 के दौरान 10 प्रतिशत वेतन बढ़ाने के लिए बजटीय व्यवस्था कर रही हैं. पिछले साल में वास्तविक वेतन वृद्धि 9.5 प्रतिशत थी.

रिपोर्ट के अनुसार भारत में आधे से अधिक (58 प्रतिशत) नियोक्ताओं ने पिछले साल की तुलना में चालू वित्त वर्ष के लिए अधिक वेतन वृद्धि का बजट रखा है. इनमें से एक चौथाई (24.4 प्रतिशत) ने बजट में कोई बदलाव नहीं किया. रिपोर्ट में कहा गया कि 2021-22 की तुलना में केवल 5.4 प्रतिशत ने बजट कम किया है. रिपोर्ट के मुताबिक एशिया प्रशांत (एपीएसी) क्षेत्र में सबसे अधिक वेतन वृद्धि भारत में होगी. अगले साल चीन में छह फीसदी, हांगकांग और सिंगापुर में चार फीसदी वेतन बढ़ेगा. रिपोर्ट अप्रैल और मई 2022 में 168 देशों में किए गए सर्वेक्षण पर आधारित है. भारत में 590 कंपनियों से बात की गई.

वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान वेतन 9.8% बढ़ने की उम्मीद

वित्त वर्ष 2021-22 में एक्चुअल एवरेज सैलरी इनक्रीमेंट (actual average salary increment) 9.5 फीसदी था. वित्त वर्ष 2022-23 में इसमें औसतन 9.8 फीसदी बढ़ोतरी किए जाने की उम्मीद है. रिपोर्ट के अनुसार भारत में 58 फीसदी कंपनियों ने पिछले वित्त वर्ष (FY2021-22) की तुलना में चालू वित्त वर्ष (FY2022-23) में अधिक वेतन वृद्धि का बजट रखा है और करीब एक चौथाई (24.4 फीसदी) कंपनियों ने चालू वित्त वर्ष के बजट में कोई बदलाव नहीं किया है.

भारत वेतन बढ़ाने में चीन और सिंगापुर से आगे

रिपोर्ट के मुताबिक अगले साल एशिया पैसिफिक क्षेत्र (APAC) में सबसे अधिक 10 फीसदी वेतन वृद्धि भारत में होगी. इस मुकाबले चीन में 6 फीसदी और हांगकांग व सिंगापुर में वेतन वृद्धि 4-4 फीसदी होने का अनुमान है.

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