IRCTC Indian Railway News दिल्ली से टनकपुर जा रही पूर्णागिरि जनशताब्दी एक्सप्रेस (Jan Shatabdi Express) अपने गंतव्य को जाने से बजाए अपनी विपरीत दिशा में दौड़ पड़ी. जिससे रेलवे प्रशासन में हड़कंप मच गया. वहीं, ट्रेन को उल्टा चलता देख यात्रियों में भी हड़कंप मच गया. हड़बड़ाहट के बाद गार्ड और लोको स्टाफ ने कंट्रोल को सूचना दी. बाद में ट्रेन को खटीमा के गेट संख्या 35 पर जैसे तैसे रोका जा सका. फिर यात्रियों को ट्रेने से उतारकर सड़क मार्ग से आगे भेजा गया.
पूरे घटनाक्रम को लेकर कनिष्ठ प्रशासनिक ग्रेड की टीम को जांच के आदेश दिए गए हैं. हालांकि, इस हादसे में किसी के भी हताहत होने की जानकारी नहीं है. चौंकाने वाली बात ये रही कि ट्रेन ने उल्टा चलते हुए करीब 20 किमी. का सफर तय किया और आखिर में ये नंदना पुल पर आकर रुकी. जानकारी के मुताबिक, हादसे के दौरान इस ट्रेन में 26 यात्री सवार थे. हालांकि, इस दौरान किसी भी तरह का हादसा नहीं हुआ.
बताया जाता है कि इस दौरान ट्रेन में बैठे यात्रियों ने चेन खींचने की कोशिश की, लेकिन ट्रेन फिर भी नहीं रुकी. इस दौरान ट्रेन में दहशत का माहौल हो गया था. अपनी उल्टी चाल के दौरान ट्रेन ने 9 क्रॉसिंग बेरियर भी पार कर दिए. वहीं, ट्रेन को कैसे रोका गया, इस बारे में आधिकारिक बयान अभी नहीं आया है. वहीं, समय से रेलवे विभाग को सूचना मिलने से क्रॉसिंग को बंद कर दिया गया. जिससे बड़ा हादसा टल गया.
चकरपुर नदाना पुल पर ट्रेन को रोकने के बाद इसममें सफर कर रहे 26 यात्रियों को रोडवेज की बसों में बैठाकर रवाना किया गया. इससे पहले 2017 में भी एक मालगाड़ी टनकपुर से खटीमा 25 किलोमीटर बेक लौट गई थी. बुधवार को यात्रियों के साथ पूर्णागिरि एक्सप्रेस के 20 किलोमीटर वापस बेक होने पर सवाल खड़े हो रहें हैं. हादसे के बाद रेलवे विभाग ने खटीमा से एक अतिरिक्त इंजन के स्पोर्ट से ट्रेन को वापस खटीमा रेलवे स्टेशन भेजा.
Upload By Samir Kumar
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