IRCTC/Indian Railways News : कन्फर्म टिकट के साथ 160 किमी की स्पीड देने की तैयारी कर रहा रेलवे, जानें क्या है प्लान
कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लागू किये गये लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपदा को अवसर में बदलना होगा. भारतीय रेलवे पीएम के इस वाक्य का बखूबी फायदा उठा रहा है. कोविड महामारी के कारण सभी ट्रेन बंद है इसका फायदा उठाते हुए रेलवे ने देश भर में अपने रेल नेटवर्क को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाये हैं. इसका फायदा यह हुआ है कि अब रेलवे देश भर के सबसे वयस्त लाइन पर हाई स्पीड ट्रेन चलाने की तैयारी कर रहा है.
कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लागू किये गये लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपदा को अवसर में बदलना होगा. भारतीय रेलवे पीएम के इस वाक्य का बखूबी फायदा उठा रही है. कोविड महामारी के कारण सभी ट्रेन बंद है इसका फायदा उठाते हुए रेलवे ने देश भर में अपने रेल नेटवर्क को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाये हैं. इसका फायदा यह हुआ है कि अब रेलवे देश भर के सबसे वयस्त लाइन पर हाई स्पीड ट्रेन चलाने की तैयारी कर रहा है.
रेलवे मार्च 2025 तक देश के सबसे बिजी रूट्स को सेमी हाई स्पीड रूट में बदल रहा है. रेलवे का टार्गेट है कि मार्च 2025 तक यह काम पूरा हो जाये. इसके साथ ही रेलवे इस पर भी काम कर रहा है कि रेल यात्रा करने वाले यात्रियों को अब वेटिंग टिकट का झंझट नहीं रहे और यात्रियों की मांग के मुताबिक उन्हें कन्फर्म टिकट दिया जाये.
रेलवे के अधिकारी के मुताबिक रेलवे स्वर्णिम चतुर्भुज और उससे जुड़ी रेल लाइनों को हाई स्पीड रूट के तौर पर विकसित कर रहा है. मार्च 2025 तक दिल्ली से गुवाहाटी समेत 11,295 किलोमीटर की हाई स्पीड लाइनों को तक इस तरह विकसित किया जाएगा कि इन रूट्स पर ट्रेनें 160 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से दौड़ सकें. बता दे कि इन रेल लाइनों पर रेलवे का 60 फीसदी से अधिक ट्रैफिक रहता है.
भारतीय रेलवे के मुताबिक सबसे ज्यादा व्यस्त रहने वाले 11 रूटों को भी इस तरह से तैयार किया जायेगा कि इन रूट्स पर ट्रेन 130 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलायी जा सके. इन 11 रूटों की लंबाई 23347 किलोमीटर है. जुलाई 2021 तक रेलवे ने इस टार्गेट को पूरा करने के लिए प्लान तैयार किया है.
रेलवे की तैयारी है कि दिसम्बर 2021 तक डेडिकेटेड फ्राइट कॉरिडोर (डीएफसी) का काम भी पूरा हो जाये. इसे पूरा करने के लिए काफी तेजी से काम हो रहा है. डीएफसी के बनने के बाद सभी मालगाड़ियां इसी कॉरीडोर पर चलेंगी. इसका फायदा यह होगा की रेलवे सामान्य रूटों पर अधिक से अधिक यात्री ट्रेनों का संचालन कर पाने में सक्षम होगा. उम्मीद की जा रही है कि डीएफसी के बन जाने के बाद रेलवे की ट्रांसपोर्टेशन क्षमता तीन से चार गुना तक बढ़ जाएगी.
सभी यात्रियों को कनफर्म टिकट मिले, रेलवे इस दिशा में भी काफी तेजी से कार्य कर रहा है. रेलवे की तैयारी है कि दिल्ली-मुंबई और दिल्ली हावड़ा रूट पर चलने वाले यात्री ट्रेनों से वेटिंग को खत्म किया जाये. इन रूटों पर सभी यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिले. रेलवे इन रूट्स पर चलने वाले मालवाहक ट्रेनों के लिए अलग से ट्रैक बना रही है, इससे पैसेंजर ट्रेनों का संचालन अधिक हो जायेगा.
Posted By: Pawan Singh
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