IRCTC के नाम पर ठगी, रहें सावधान एक गलती आपका अकाउंट कर देगा खाली
इस संबंध में IRCTC ने सोशल मीडिया पर लिखा, उपयोगकर्ताओं से अनुरोध है कि वे किसी भी लिंक या संदिग्ध कॉल का जवाब न दें क्योंकि इसके परिणामस्वरूप UPI हैंडल का प्रयोग करने वाले उपयोगकर्ताओं के साथ वित्तीय धोखाधड़ी हो सकती है.
साइबर फ्रॉड का खतरा बढ़ रहा है, साइबर अपराधी हर दिन नये – नये तरीके निकाल रहे हैं. अब रेलवे टिकट के नाम पर भी ठगी शुरू हो गयी है. साइबर अपराधी IRCTC रिफंड के नाम पर लोगों को धोखा दे रहे हैं. इस कॉल में आपको रिफंड लेने के लिए फॉर्म फिल करने को कहा जाता है. अगर आपने यह फॉर्म भरा तो आपके अकाउंट से पैसे गायब हो जायेंगे. इसमें आपसे कई जरूरी जानकारी मांग ली जाती है.
इस संबंध में IRCTC ने सोशल मीडिया पर लिखा, उपयोगकर्ताओं से अनुरोध है कि वे किसी भी लिंक या संदिग्ध कॉल का जवाब न दें क्योंकि इसके परिणामस्वरूप UPI हैंडल का प्रयोग करने वाले उपयोगकर्ताओं के साथ वित्तीय धोखाधड़ी हो सकती है. कुछ ट्विटर फॉलोअर्स के द्वारा ट्विटर पर उन IRCTC यूजर्स को टारगेट किया जा रहा है, जो बुकिंग और रिफंड के बारे में सवाल पूछ रहे है.
इसके बाद एक और ट्वीट कर IRCTC ने इसके तरीके की भी जानकारी दी जिसमें यह बताया कि कैसे यह साइबर ठग लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. IRCTC ने लिखा है कि, “ऐसे लोग अलग-अलग नंबरों से कॉल करके ग्राहकों को कुछ लिंक भेजते हैं. कृपया ऐसे लिंक या कॉल का जवाब न दें.IRCTC ने बताया है कि रिफंड की पूरी प्रक्रिया ऑटोमैटिक है. IRCTC की रिफंड प्रक्रिया में किसी भी तरह का मानवीय हस्तक्षेप शामिल नहीं है.
IRCTC ने इस संबंध में जानकारी तब सार्वजनिक की जब एक यूजर ने टि्वटर पर इस संबंध में IRCTC से शिकायत की और बताया कि मुझे 91835005056 से कॉल आया जिसमें उसने खुद को रेलवे का अधिकारी बताया और रिफंड के लिए फार्म भरने को कहा जिसकी लिंक भी भेजी. शिकायत करने वाली व्यक्ति को जब शक हुआ, तो उन्होंने इसकी जानकारी रेलवे के आधिकारिक टि्वटर अकाउंट पर हुई.