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रेलवे किराया को लेकर सोशल मीडिया में फर्जी खबर वायरल
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वायरल खबर में दावा किया जा रहा है कि ट्रेन सफर के दौरान नींद वालों से रेलवे 10 प्रतिशत अधिक किराया वसूलेगा
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पीआईबी ने रेलवे किराये की खबर को बताया फर्जी
रेल में सफर करने वालों को लेकर इस समय एक बड़ी खबर सामने आ रही है. कुछ मीडिया में खबर चल रही है कि ट्रेन में सफर के दौरान यात्रियों को नींद लेना भारी पड़ सकता है. दावा किया जा रहा है कि रेलवे सफर के दौरान नींद लेने वाले यात्रियों से अतिरिक्त किराया वसूने की तैयारी कर रही है. रेलवे को लेकर किये जा रहे इस दावे के लोग तेजी से वायरल हर रहे हैं.
वायरल खबर में दावा किया जा रहा है कि जो यात्री में ट्रेन में सफर के दौरान सोना चाहते हैं, तो उनसे रेलवे 10 प्रतिशत अधिक किराया वसूलेगा. हालांकि रेलवे ने इस तरह का कोई भी दावा नहीं किया है.
इधर खबर वायरल होने के बाद केंद्रीस सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली एजेंसी पीआईबी ने वायरल मैसेज को लेकर फैक्ट चेक किया है और दावे की सच्चाई बतायी है.
पीआईबी ने दावे के सच्चाई बताते हुए ट्वीट किया और लिखा, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि जो यात्री ट्रेन में नींद लेकर सफर करना चाहें, रेलवे उनसे 10% अधिक किराया वसूल सकता है. पीआईबी ने बताया, यह दावा भ्रामक है. यह केवल Railway board को दिया गया एक सुझाव था. रेलवे मंत्रालय ने ऐसी कोई भी घोषणा नहीं की है.
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि जो यात्री ट्रेन में नींद लेकर सफर करना चाहें, रेलवे उनसे 10% अधिक किराया वसूल सकता है।#PIBFactCheck: यह दावा #भ्रामक है। यह केवल #Railwayboard को दिया गया एक सुझाव था। @RailMinIndia ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है। pic.twitter.com/M4UFasUo6V
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) March 13, 2021
बेडरोल का किराया बढ़ने की भी चर्चा
वायरल खबर में यह भी दावा किया जा रहा है कि बेडरोल का भी किराया बढ़ाया जाएगा. दावा किया जा रहा है कि बेडरोल का किराया 60 रुपया किया जा सकता है. वायरल खबर में यह भी बताया जा रहा है कि रेलवे की सुझाव दिया गया है कि एसी कोच में दिये जाने वाले बेडरोल का किराया पिछले 15 सालों में 25 रुपये ही वसूला जा रहा है. वायरल खबर में दावा किया जा रहा है कि रेलवे को सुझाव दिया गया है कि बेडरोल का किराया बढ़ाकर 55 से 60 रुपये करने का सुझाव दिया गया है. इस दावे को भी खारिज किया गया है.
गौरतलब है कि सोशल मीडिया में इस तरह की कई खबरें तेजी से वायरल होती हैं, लेकिन किसी भी दावे को सच मानने से पहले उसकी हर तरह से जांच-पड़ताल कर लेनी चाहिए. सरकार भी समय समय पर फर्जी खबरों को लेकर लोगों को जागरूक करने का काम करती है.
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