Indian Railways: निवेश एवं सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) अब रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (Rail Tel) और इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) के विलय पर फैसला करेगा. अधिकारियों ने कहा कि भारतीय रेलवे ने दीपम की राय मांगी है. बताया जा रहा है कि भारतीय रेलवे में सुधार के कई प्रस्तावों को रेल मंत्रालय के पास भेजा गया है. इसमें रेलटेल का आईआरसीटीसी में विलय किए जाने समेत कई अन्य सिफारशों को लागू किए जाने की बात कही गई है.
द इकॉनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि आईआरसीटीसी और रेलटेल के विलय के संबंध में फैसला दीपम (Department of Investment and Public Asset Management) पर छोड़ दिया गया है, क्योंकि यह सूचीबद्ध संस्थाओं से संबंधित है. बताया जा रहा है कि इस कदम को रेलवे में सुधार के साथ ही उसपर आ रहे वित्तीय अधिभार को कम करने के कदम के रूप में देखा जा रहा है.
बताते चलें कि रेलटेल, रेलवे ट्रैक के साथ ऑप्टिक फाइबर नेटवर्क से जुड़े काम को करता है. वहीं, आईआरसीटीसी का मुख्य काम इंटरनेट टिकटिंग है. जबकि, CRIS का काम माल ढुलाई करना है. मीडिया में प्रकाशित खबरों के मुताबिक, रेलवे में सुधार की एक प्रस्तावित रिपोर्ट वित्त मंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल ने तैयार की है. जिसमें उन्होंने रेल मंत्रालय की संरचना एवं उसके डिस्ट्रीब्यूशन को लेकर किए स्टडी पर इस तरह का प्रस्ताव दिया है. रिपोर्ट में सिफारिश की गई है कि CRIS का काम IRCTC को देने के बाद इसे बंद कर दिया जाना चाहिए. इसके साथ ही Rail Tel को भी आईआरसीटीसी में विलय कर दिया जाना चाहिए.
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