Indian Rupee Gains: रुपया शुरुआती कारोबार में 18 पैसे मजबूत, 86.26 प्रति डॉलर पर पहुंचा

Indian Rupee Gains: शुक्रवार, 24 जनवरी 2025 को रुपया 18 पैसे की बढ़त के साथ 86.26 प्रति डॉलर पर पहुंचा. घरेलू बाजार की मजबूती और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट ने रुपये को समर्थन दिया, जबकि एफआईआई की बिकवाली ने दबाव बनाया.

By KumarVishwat Sen | January 24, 2025 10:42 AM
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Indian Rupee Gains: भारतीय रुपया शुक्रवार, 24 जनवरी 2025 के शुरुआती कारोबार में 18 पैसे की बढ़त के साथ 86.26 प्रति डॉलर पर पहुंच गया. घरेलू शेयर बाजार की सकारात्मक शुरुआत और अमेरिकी डॉलर सूचकांक में कमजोरी ने रुपये को समर्थन दिया. हालांकि, विदेशी पूंजी की लगातार निकासी ने रुपये पर दबाव बनाए रखा.

कच्चा तेल और घरेलू बाजार ने रुपये को दिया सहारा

विदेशी मुद्रा व्यापारियों के अनुसार, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और घरेलू बाजार में मजबूती ने रुपये को सहारा दिया. विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली रुपये के लिए एक चुनौती बनी हुई है. आगामी केंद्रीय बजट 2025 रुपये की दिशा और बाजार की धारणा तय करने में अहम भूमिका निभाएगा.

शुरुआती कारोबार का हाल

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 86.31 प्रति डॉलर पर खुला और फिर 86.26 प्रति डॉलर तक मजबूत हुआ. यह गुरुवार के बंद भाव 86.44 प्रति डॉलर के मुकाबले 18 पैसे की बढ़त दर्शाता है. शुरुआती सौदों में रुपया 86.33 प्रति डॉलर तक भी पहुंचा था, जो हल्की अस्थिरता को दिखाता है. गुरुवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 9 पैसे कमजोर होकर 86.44 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.

अमेरिकी डॉलर सूचकांक और कच्चे तेल के भाव

अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.15% की गिरावट के साथ 107.88 पर आ गया. जो छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले इसकी मजबूती को मापता है. इससे रुपये को और मजबूती का मौका मिला.

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में नरमी

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी देखी गई. ब्रेंट क्रूड 0.22% की गिरावट के साथ 78.12 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था. तेल की कीमतों में गिरावट भारत जैसे आयात-निर्भर देश के लिए राहत का संकेत है.

एफआईआई की बिकवाली और घरेलू बाजार का प्रभाव

विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में 5,462.52 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की. हालांकि, शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार, सेंसेक्स और निफ्टी की मजबूती ने रुपये को समर्थन प्रदान किया.

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रुपये का भविष्य

विशेषज्ञों का मानना है कि रुपये की दिशा आने वाले दिनों में कई कारकों पर निर्भर करेगी, जिनमें वैश्विक कच्चे तेल की कीमतें, केंद्रीय बजट की घोषणाएं और विदेशी पूंजी प्रवाह शामिल हैं. एफआईआई की बिकवाली से अल्पकालिक दबाव बना रहेगा, लेकिन घरेलू बाजार की मजबूती और कच्चे तेल की गिरती कीमतें रुपये को स्थिरता प्रदान कर सकती हैं. रुपये की मौजूदा स्थिति विदेशी मुद्रा बाजार में सतर्क लेकिन सकारात्मक रुख को दर्शाती है.

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