RBI की एमपीसी बैठक से पहले बाजार में गिरावट, 6 अप्रैल को रेपो रेट की होगी घोषणा
सोमवार को आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की ओर से तीन दिवसीय बैठक आयोजित होने से पहले शेयर बाजारों में गिरावट दर्ज की गई. भारतीय शेयर बाजारों में गिरावट के पीछे देसी-विदेशी निवेशकों की निगाहें आरबीआई मौद्रिक नीति समिति के फैसले पर टिकी हुई हैं.
मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से नीतिगत ब्याज दर रेपो रेट को तय करने के लिए आज सोमवार से मौद्रिक नीति समिति की आयोजित होने वाली तीन दिवसीय बैठक से पहले भारतीय शेयर बाजारों के शुरुआती कारोबार में गिरावट दर्ज की गई. आरबीआई की ओर से 6 अप्रैल को रेपो रेट की घोषणा की जाएगी. संभावना यह जाहिर की जा रही है कि नए वित्त वर्ष 2023-24 की पहली द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में आरबीआई की ओर से नीतिगत ब्याज दर रेपो रेट में एक बार फिर करीब 25 बेसिस प्वाइंट अथवा 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी करने का फैसला किया जा सकता है. इस बीच, शुरुआती कारोबार में बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का प्रमुख संवेदी सूचकांक करीब 153.63 अंक या 0.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ 58,937.89 अंक पर था. वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में भी 9.60 अंक या 0.06 प्रतिशत टूटकर 17,350.15 अंक पर कारोबार कर रहा था.
बाजार में क्यों आई गिरावट
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की ओर से तीन दिवसीय बैठक आयोजित होने से पहले शेयर बाजारों में गिरावट दर्ज की गई. भारतीय शेयर बाजारों में गिरावट के पीछे देसी-विदेशी निवेशकों की निगाहें आरबीआई मौद्रिक नीति समिति के फैसले पर टिकी हुई हैं. समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के अनुसार, एशियाई बाजारों में मिलेजुले रुख और मुद्रास्फीति संबंधी चिंताओं के बीच सोमवार को शुरुआती कारोबार में शेयर बाजारों में अस्थिरता रही और सेंसेक्स तथा निफ्टी में गिरावट आई.
शुरुआती कारोबार में उतार-चढ़ाव
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, शुरुआती कारोबार में बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला. इस दौरान, बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 53.63 अंक या 0.09 फीसदी की गिरावट के साथ 58,937.89 अंक पर था. वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 9.60 अंक या 0.06 फीसदी टूटकर 17,350.15 अंक पर कारोबार कर रहा था. सेंसेक्स में मारुति सुजुकी 2.50 फीसदी की बढ़त के साथ सबसे ज्यादा लाभ में रही. इसके अलावा, एनटीपीसी, एमएंडएम, भारती एयरटेल, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, बजाज फिनसर्व और टाइटन लाभ में कारोबार कर रहे थे. दूसरी ओर, टेक महिंद्रा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इंफोसिस और टीसीएस नुकसान में थे.
सतर्क हैं निवेशक
वित्त वर्ष 2022-23 के आखिरी दिन शुक्रवार को 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 1,031.43 अंक यानी 1.78 फीसदी बढ़कर 58,991.52 अंक पर बंद हुआ था. इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 279.05 अंक यानी 1.63 फीसदी चढ़कर 17,359.75 पर बंद हुआ था. कारोबारियों ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 के पहले कारोबारी दिवस पर निवेशक विभिन्न वृहद आर्थिक आंकड़ों, उच्च मुद्रास्फीति और तेल के दामों में वृद्धि को देखते हुए सतर्क हैं.
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25 पैसे फिसलकर खुला रुपया
इस बीच, घरेलू शेयर बाजारों में नकारात्मक रुख और कच्चे तेल के दाम बढ़ने के बीच रुपया सोमवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 25 पैसे फिसलकर 82.46 के स्तर पर आ गया. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को रुपया 82.44 पर कमजोर खुला. फिर यह पिछले बंद भाव के मुकाबले 25 की गिरावट दर्ज करते हुए 82.46 पर आ गया. रुपया शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 82.21 के स्तर पर बंद हुआ था. इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.48 फीसदी की बढ़त के साथ 102.99 पर आ गया.
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