IndiGo Share Sell: देश में सस्ती विमानन सेवा मुहौया कराने वाली कंपनी इंडिगो के शेयर की बड़ी डील होने वाली है. बताया जा रहा है इंडिगो के को-फाउंडर राकेश गंगवाल इसकी पेरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के पांच प्रतिशत से ज्यादा शेयरों की बिक्री कर सकते हैं. दरअसल, CNBC TV-18 ने अपने सूत्रों के हवाले से खबर दिया है कि राकेश गंगवाल करीब 5.8 प्रतिशत तक अपने शेयर बेच सकते हैं. वो ब्लॉक डील के माध्यम से अपनी हिस्सेदारी कम कर सकते हैं. उनकी योजना अपने हिस्से का शेयर बेचकर बाजार से 6,600 करोड़ रुपये जमा करने की है. इस सौधे में फ्लोर प्राइस 2,925 रुपये प्रति शेयर रखा जा सकता है. हालांकि, बता दें कि अभी तक इसे लेकर राकेश गंगवाल की तरफ से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.
Read Also: Mutual Funds में निवेशकों को बढ़ा भरोसा, फरवरी में 23 प्रतिशत बढ़ा निवेश, जानें पूरी रिपोर्ट
राकेश गंगवाल की कितनी है हिस्सेदारी
इंटरग्लोब एविएशन में अभी राकेश गंगवाल की करीब 25 प्रतिशत हिस्सेदारी है. ये हिस्सेदारी उनके नाम पर और उनके फैमिली ट्रस्ट दोनों के शेयरों को मिलाकर है. CNBC TV-18 के सूत्रों के हिसाब से अगर राकेश अपने हिस्से का 5 प्रतिशत शेयर बेचते हैं तो भी उनके पास कंपनी की करीब 20 प्रतिशत हिस्सेदारी बची रहेगी. बता दें कि इसे लेकर राकेश गंगवाल ने फरवरी 2022 में ही संकेत दे दिया था. उन्होंने कहा था कि धीरे-धीरे वो कंपनी में अपने परिवार की हिस्सेदारी को कम कर देंगे. हालांकि, इससे पहले कहा जा रहा था कि राकेश गंगवाल अपने हिस्से का केवल 3.3 प्रतिसथ शेयर बेचने की तैयारी कर रहे हैं. इसके माध्यम से वो 3,725 करोड़ रुपये (करीब 450 मिलियन डॉलर) जुटा सकते हैं. बताया जा रहा है कि मामले में राकेश गंगवाल मॉर्गन स्टैनली, जेपी मॉर्गन और गोल्डमैन सैश जैसे इन्वेस्टमेंट बैंकों से राय विचार कर रहे हैं.
स्टॉक मार्केट में शेयरों की क्या है हालत
शेयर मार्केट में इंडिगो के स्टॉक पिछले गुरुवार को तेजी देखने को मिली. शेयर की ओपनिंग 3,083 रुपये पर हुआ, जो कारोबार के दौरान अधिकतम 3,126 रुपये तक पहुंचा. हालांकि, बाजार बंद होने तक 0.98 प्रतिशत यानी 30.20 रुपये की तेजी के साथ 3,100 रुपये पर था. पिछले छह महीने में कंपनी ने निवेशकों को 23.96 प्रतिशत और एक साल में 66.04 प्रतिशत का रिटर्न दिया है. हालांकि, पिछले एक महीने में निवेशकों को करीब 0.19 प्रतिशत यानी लगभग छह रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है.