LIC DIVE: देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस अब सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के नेक्स्ट जेनेरशन वाले डिजिटल प्लेटफॉर्म डाइव (डिजिटल इनोवेशन एंड वैल्यू एन्हांसमेंट) को संभालेगी. एलआईसी ने डाइव नामक डिजिटल पहल की शुरुआत की है. इस पहल के तहत ग्राहकों, एजेंटों और कर्मचारियों के लिए बेहतर अनुभवों और डेटा बेस्ड पर्सनलाइजेशन पर ध्यान दिया जाएगा. हालांकि, बीमा कंपनी ने इस सौदे की राशि के बारे में जानकारी नहीं दी है.
एलआईसी की डिजिटल पहल को सक्षम बनाएगी इन्फोसिस
देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी की ओर से सोमवार 16 सितंबर 2024 को जारी किए बयान में कहा गया है कि इन्फोसिस ने आज भारत की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी एलआईसी के साथ अपने सहयोग की घोषणा की है, ताकि एलआईसी डाइव (डीआईवीई) नामक अपनी डिजिटल पहल को आगे बढ़ा सके. बयान में कहा गया है कि कंपनी का नेक्स्टजेन डिजिटल प्लेटफॉर्म मॉड्यूलर लचीला और क्लाउड-नेटिव होगा. इसमें प्लेटफॉर्म संचालित आर्किटेक्चर होगा, जो नई तकनीकों, नए प्रोडक्ट्स और सुविधाओं को तेजी से अपनाने में सक्षम होगा.
बिक्री सुपर ऐप, पोर्टल और डिजिटल शाखा की होगी शुरुआत
एलआईसी का यह प्लेटफॉर्म इंश्योरेंस कंपनी के लिए ग्राहक और बिक्री सुपर ऐप, पोर्टल और डिजिटल शाखा जैसे उच्च मूल्य वाले व्यावसायिक अनुप्रयोगों के निर्माण की नींव रखेगा. एलआईसी के सीईओ और एमडी सिद्धार्थ मोहंती ने कहा कि हमारा विजन एलआईसी को लाइफ इंश्योरेंस समाधान प्रदान करने वाले प्रौद्योगिकी सक्षम संगठन में बदलना है. हम विश्व स्तरीय डिजिटल समाधान बनाने, ग्राहकों और बिक्री मध्यस्थों सहित अपने सभी हितधारकों के लिए सर्वश्रेष्ठ अनुभव प्रदान करने में इन्फोसिस के साथ अपनी साझेदारी के लिए तत्पर हैं.
इसे भी पढ़ें: FASTag पर मंडरा रहा खतरा, नितिन गडकरी का बड़ा प्लान
एडवांस्ड डिजिटल इको-सिस्टम से मिलेगी बेहतर सर्विस
सिद्धार्थ मोहंती ने कहा कि आज हम डिजिटल रूप से जुड़े युग में जी रहे हैं, जहां ग्राहक अपनी जरूरतों को तुरंत पूरा करने की उम्मीद करते हैं. तकनीक हमें अपने ग्राहकों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने और भारत के एडवांस्ड डिजिटल इको-सिस्टम का लाभ उठाकर बेहतर सेवा देने में मदद कर सकती है. इस सौदे के तहत इन्फोसिस नेक्स्टजेन का डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार करेगी, जो एलआईसी के ग्राहकों, एजेंटों और कर्मचारियों के लिए बेहतर जुड़ाव और डेटा आधारित पर्सनलाइज अनुभव देने पर ध्यान केंद्रित करेगा.
इसे भी पढ़ें: EPFO के मेंबर कर्मचारी भी छाप सकते हैं धड़ाधड़ नोट, रिटायरमेंट पर मिलेंगे 3 से 5 करोड़
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.