INOX India IPO के लिए कल से शुरू होगा आवेदन, GMP में आयी तूफानी तेजी, निवेशकों को 40% तक मिल सकता है मुनाफा

INOX India IPO: आईपीओ सब्सक्रिपशन के लिए गुरुवार को खुलने वाला है. इसके लॉट साइज 22 इक्विटी शेयरों का तय किया गया है. इसका सीधा अर्थ है कि निवेशक को कंपनी में कम से कम 13,794 रुपये लगाना होगा.

By Madhuresh Narayan | December 13, 2023 1:27 PM

INOX India IPO: क्रायोजेनिक टैंक मेकर आईनॉक्स इंडिया के भारतीय शेयर बाजार में आईपीओ लाने की सूचना के बाद से ही, ग्रे मार्केट में हलचल तूफानी तेजी देखने को मिल रही है. कंपनी का आईपीओ सब्सक्रिपशन के लिए गुरुवार को खुलने वाला है. हालांकि, एंकर निवेशकों के लिए आज बोली लगायी जा रही है. IPO का साइज ₹1459 करोड़ से ज्यादा का है. आवेदन शुरू होने से पहले ही, ग्रे मार्केट में कंपनी के प्रति शेयर पर 270 रुपये से ज्यादा का प्रीमियम दिया जा रहा है. हालांकि, कल तक ये प्रीमियम केवल 240 रुपये का था. कंपनी ने 627 से 660 रुपये के बीच में प्राइस बैंड तय किया है. ऐसे में अधिकतम प्राइस बैंड और प्रीमियम को जोड़े तो शेयरों की लिस्टिंग प्राइस 930 रुपये के आसपास हो सकती है. यानी, निवेशकों को लिस्टिंग के दिन ही 40.91 प्रतिशत का मुनाफा हो सकता है. संभावित ग्राहकों के पास आईनॉक्स इंडिया के शेयरों के लिए बोली लगाने के लिए तीन दिनों का वक्त होगा. आईपीओ 18 दिसंबर को बंद होगा. INOX IPO का लॉट साइज 22 इक्विटी शेयरों का तय किया गया है. इसका सीधा अर्थ है कि निवेशक को कंपनी में कम से कम 13,794 रुपये लगाना होगा.

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21 दिसंबर को लिस्ट होगा सकता है शेयर

अनुमान लगाया जा रहा है कि आईनॉक्स इंडिया, 19 दिसंबर को शेयरों के लिए आवंटन सूची जारी किया जा सकता है. कंपनी के 20 दिसंबर तक रिफंड सूची जारी करने की उम्मीद है. रिफंड उपयोगकर्ता के डीमैट खाते में जमा किया जाएगा. बता दें कि IPO का लगभग 50 फीसदी QIBs के लिए आरक्षित किया गया है. इसमें खुदरा निवेशक 35 प्रतिशत पर दावेदारी करेंगे. जबकि, 15 हिस्सा गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित किया गया है. कंपनी का आईपीओ ऑफर फॉर सेल के तहत होगा. INOX इंडिया के शेयर संभवतः 21 दिसंबर को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर सूचीबद्ध होंगे. कंपनी अपने IPO में 22,110,955 इक्विटी शेयरों की बिक्री के लिए ऑफर (OFS) जारी करेगी.

क्या करती है आईनॉक्स इंडिया कंपनी

आईनॉक्स इंडिया गुजराज बेस्ट कंपनी है. इसके पास 30 सालों का कार्यअनुभव है. कंपनी के द्वारा क्रायोजेनिक कंडीशंस सॉल्यूशंस प्रदान किया जाता है. कंपनी टैंक, इक्विपमेंट और इंडस्ट्रियल गैसों, एलएनजी, हेल्थकेयर, एविएशन आदि उद्योग से जुड़े हुए प्रोजेक्ट पर काम करती है. वर्तमान में आईनॉक्स इंडिया के पास तीन ऑपरेशनल फैलिलिटीज सेंटर है. इसमें गुजरात में दो सेंटर कलोल और कांडला एसईजेड में स्थित है. जबकि, तीसरा दादरा एंज नगर हवेली के सिलवासा में स्थित है. 31 मार्च तक कंपनी के पास 1003.15 करोड़ रुपये का ऑर्डर था. आईनॉक्स इंडिया ने इस साल 965.90 करोड़ रुपये की आय की है. पिछले साल के मुकाबले कंपनी का मुनाफा 152.71 करोड़ रुपये था.

आईपीओ क्या होता है

आईपीओ का पूरा नाम Initial Public Offering है. यह एक वित्तीय प्रक्रिया है जिसमें किसी प्राइवेट कंपनी ने अपने स्टॉक के खुले बाजार में निवेशकों के लिए प्रस्तावना जारी करने का निर्णय लिया होता है. यह उस कंपनी के लिए पहली बार होता है जब वह खुले बाजार में अपने शेयरों को बेचने के लिए जाती है. जब एक कंपनी आईपीओ जारी करती है, तो वह अपने शेयरों का प्रचार प्रसार करती है और इंवेस्टर्स को अपने शेयरों को खरीदने का मौका देती है. आईपीओ के माध्यम से कंपनी उसके स्टॉक को सार्वजनिक और न्यूजीज माध्यमों के माध्यम से निवेशकों के लिए उपलब्ध कराती है ताकि वे उसे खरीद सकें. आईपीओ के माध्यम से कंपनी अधिकतर अपने स्टॉक के लिए नए निवेशकों को खींचने की कोशिश करती है और इसके माध्यम से कंपनी अधिकतर पूंजी एकत्र करके अपने विकास और वित्तीय योजनाओं को पूरा करती है. यह निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प होता है क्योंकि यह उन्हें एक सार्वजनिक कंपनी के मालिक बनाने का अवसर प्रदान करता है.

सेकेंड हैंड आईपीओ का बाजार है ग्रे मार्केट

ग्रे मार्केट को आसान शब्दों में IPO का सेकेंड हैंड बाजार कहा जा सकता है. इसका अर्थ है कि आईपीओ जारी होने के बाद आप सीधे शेयर बाजार से खरीदारी करने के बजाये किसी निवेशक जिसने पहले से कंपनी में निवेश कर रखा है उससे आईपीओ की खरीदारी करते हैं. इस ग्रे मार्केट में सबसे बड़ी परेशानी ये आती है कि इसमें काम करने वाले सेलर, ब्रोकर और ट्रेडर कहीं भी रजिस्टर्ड नहीं होते हैं. इस बाजार में कोई नियम कानून नहीं है. केवल भरोसे और व्यक्तिगत बातचीत पर कारोबार होता है. वहीं, पैसे फंसने पर रिकवरी भी आपको खुद अपने माध्यम से ही करनी पड़ती है.

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