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INOX India IPO के लिए बोली लगाने का आखिरी दिन, 82% GMP, क्या कंपनी बनाएगी मालामाल? जानें ब्रोकरेज फर्म की सलाह

INOX India IPO: कंपनी के शेयर आज 560 रुपये यानी 82 से ज्यादा का प्रीमियम दिया जा रहा है. इस हिसाब से, 660+560 यानी 1220 रुपये पर लिस्ट होने की संभावना है.

INOX India IPO: क्रायोजेनिक टैंक मेकर आईनॉक्स इंडिया के आईपीओ में निवेश करने का आज आखिरी मौका है. क्रायोजेनिक उपकरण निर्माता और आपूर्तिकर्ता कंपनी ने आईनॉक्स इंडिया आईपीओ का मूल्य दायरा ₹627 से ₹660 प्रति इक्विटी शेयर तय किया है. कंपनी आईपीओ के माध्यम से 5,990 करोड़ रुपये जुटाने की फिराक में है. ये आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल में है. हालांकि, इसके बाद, कंपनी में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 99.3 फीसदी से घटकर 75 फीसदी रह जाएगी. ग्रे मार्केट में आईपीओ को लेकर काफी हलचल देखने को मिल रही है. कंपनी के शेयर आज 560 रुपये यानी 82 से ज्यादा का प्रीमियम दिया जा रहा है. इस हिसाब से, 660+560 यानी 1220 रुपये पर लिस्ट होने की संभावना है. बोली के तीसरे दिन सुबह 10:12 बजे तक सार्वजनिक निर्गम को 7.95 गुना अभिदान मिला है जबकि इसके खुदरा हिस्से को 8.75 गुना अभिदान मिला है. सार्वजनिक ऑफर के एनआईआई हिस्से को 16.17 सब्सक्राइब किया गया है जबकि क्यूआईबी सेगमेंट को इसके मूल ऑफर के मुकाबले 0.41 गुना बोलियां मिली हैं.

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महत्वपूर्ण आईनॉक्स इंडिया आईपीओ विवरण

1. आईनॉक्स इंडिया आईपीओ जीएमपी: बाजार पर्यवेक्षकों का कहना है कि कंपनी के शेयर आज ग्रे मार्केट में ₹560 के प्रीमियम पर उपलब्ध हैं.

2. आईनॉक्स इंडिया आईपीओ मूल्य: कंपनी ने आईनॉक्स इंडिया आईपीओ का मूल्य दायरा ₹627 से ₹660 प्रति इक्विटी शेयर तय किया है.

3. आईनॉक्स इंडिया आईपीओ की तारीख: सार्वजनिक पेशकश 14 दिसंबर 2023 को खुली और यह 18 दिसंबर 2023 तक खुली रहेगी. इसका मतलब है कि इस सार्वजनिक निर्गम के लिए बोली आज शाम को समाप्त होने वाली है.

4. आईनॉक्स इंडिया आईपीओ का आकार: कंपनी का लक्ष्य इस सार्वजनिक निर्गम से ₹1,459.32 करोड़ जुटाने का है, जो प्रकृति में कॉम्पल्टल ओएफएस है.

5. आईनॉक्स इंडिया आईपीओ लॉट साइज: एक बोली लगाने वाला लॉट में आवेदन कर सकेगा और आईपीओ के एक लॉट में 22 कंपनी के शेयर शामिल होंगे.

6. आईनॉक्स इंडिया आईपीओ आवंटन तिथि: टी+3 लिस्टिंग नियम के मद्देनजर, शेयर आवंटन की सबसे संभावित तारीख 19 दिसंबर 2023 है.

7. आईनॉक्स इंडिया आईपीओ रजिस्ट्रार: केफिन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड को सार्वजनिक पेशकश के आधिकारिक रजिस्ट्रार के रूप में नियुक्त किया गया है.

8. आईनॉक्स इंडिया आईपीओ लिस्टिंग: सार्वजनिक निर्गम बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध होने के लिए प्रस्तावित है.

9. आईनॉक्स इंडिया आईपीओ लिस्टिंग की तारीख: शेयर लिस्टिंग की संभावित तारीख 21 दिसंबर 2023 है.

क्या कहते हैं विशेषज्ञ

मोतीलाल ओसवाल ने आईनॉक्स इंडिया आईपीओ को ‘सब्सक्राइब’ टैग भी दिया है. इसमें फर्म ने कहा है कि हम क्रायोजेनिक उपकरण, अग्रणी स्थिति, विविध पोर्टफोलियो और मजबूत वित्तीय स्थिति में आईनॉक्स की उपस्थिति को देखते हुए पसंद करते हैं. इसे स्वच्छ ईंधन, उच्च निवेश की ओर बदलाव से लाभ होगा. इलेक्ट्रॉनिक्स/अंतरिक्ष क्षेत्रों में और उच्च मार्जिन वाली परियोजनाओं के लिए राजस्व मिश्रण में सुधार. आईपीओ की कीमत 29x 1HFY24 P/E (वार्षिक और पतला आधार पर) है, जो उचित लगती है. इसलिए, हम सदस्यता लेने की सलाह देते हैं. अपनी तरह की पहली लिस्टिंग को देखते हुए और बाज़ार में उछाल के कारण, इस मुद्दे को लिस्टिंग लाभ भी देखने को मिल सकता है.

आईपीओ क्या होता है

आईपीओ का पूरा नाम Initial Public Offering है. यह एक वित्तीय प्रक्रिया है जिसमें किसी प्राइवेट कंपनी ने अपने स्टॉक के खुले बाजार में निवेशकों के लिए प्रस्तावना जारी करने का निर्णय लिया होता है. यह उस कंपनी के लिए पहली बार होता है जब वह खुले बाजार में अपने शेयरों को बेचने के लिए जाती है. जब एक कंपनी आईपीओ जारी करती है, तो वह अपने शेयरों का प्रचार प्रसार करती है और इंवेस्टर्स को अपने शेयरों को खरीदने का मौका देती है. आईपीओ के माध्यम से कंपनी उसके स्टॉक को सार्वजनिक और न्यूजीज माध्यमों के माध्यम से निवेशकों के लिए उपलब्ध कराती है ताकि वे उसे खरीद सकें. आईपीओ के माध्यम से कंपनी अधिकतर अपने स्टॉक के लिए नए निवेशकों को खींचने की कोशिश करती है और इसके माध्यम से कंपनी अधिकतर पूंजी एकत्र करके अपने विकास और वित्तीय योजनाओं को पूरा करती है. यह निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प होता है क्योंकि यह उन्हें एक सार्वजनिक कंपनी के मालिक बनाने का अवसर प्रदान करता है.

सेकेंड हैंड आईपीओ का बाजार है ग्रे मार्केट

ग्रे मार्केट को आसान शब्दों में IPO का सेकेंड हैंड बाजार कहा जा सकता है. इसका अर्थ है कि आईपीओ जारी होने के बाद आप सीधे शेयर बाजार से खरीदारी करने के बजाये किसी निवेशक जिसने पहले से कंपनी में निवेश कर रखा है उससे आईपीओ की खरीदारी करते हैं. इस ग्रे मार्केट में सबसे बड़ी परेशानी ये आती है कि इसमें काम करने वाले सेलर, ब्रोकर और ट्रेडर कहीं भी रजिस्टर्ड नहीं होते हैं. इस बाजार में कोई नियम कानून नहीं है. केवल भरोसे और व्यक्तिगत बातचीत पर कारोबार होता है. वहीं, पैसे फंसने पर रिकवरी भी आपको खुद अपने माध्यम से ही करनी पड़ती है.

(Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं. हम निवेशकों को कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से सलाह लेने और जांच कर लेने की सलाह देते हैं.)

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