शेयर बाजार के भूचाल में निवेशकों के 1.83 लाख करोड़ स्वाहा
Investors Loss: शेयर बाजार में बड़ी गिरावट की वजह से बीएसई सेंसेक्स में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण घटकर 415.09 लाख करोड़ रुपये पर आ गया, जो इसके पिछले कारोबारी दिन यानी मंगलवार 28 मई को 416.92 लाख करोड़ रुपये था.
Investors Loss: बुधवार 29 मई 2024 को शेयर बाजार के भूचाल में निवेशकों के करीब 1.83 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए. चुनावी अनिश्चितता और वैश्विक बाजारों के नकारात्मक रुख की वजह से विदेशी निवेशकों ने घरेलू शेयर बाजार में मुनाफावसूली की, जिसकी वजह से बीएसई सेंसेक्स 667.55 अंक टूटकर 74,502.90 अंक पर आ गया. वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 183.45 अंक के नुकसान से 22,704.70 अंक पर बंद हुआ. सबसे बड़ी बात यह है कि बाजार की यह गिरावट पांच साल पहले 29 मई 2019 से भी बड़ी है. आज ही के दिन पांच साल पहले 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 247.68 अंक या 0.62 फीसदी गिरकर 39,502.05 अंक पर बंद हुआ था. वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों का संवेदी सूचकांक निफ्टी 67.65 अंक या 0.57 फीसदी टूटकर 11,861.10 अंक पर बंद हुआ था.
बाजार पूंजीकरण 415.09 लाख करोड़ रुपये घटा
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, शेयर बाजार में बड़ी गिरावट की वजह से बीएसई सेंसेक्स में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण घटकर 415.09 लाख करोड़ रुपये पर आ गया, जो इसके पिछले कारोबारी दिन यानी मंगलवार 28 मई को 416.92 लाख करोड़ रुपये था. बाजार पूंजीकरण में आई इस कमी को दूसरे शब्दों में कहें, तो बाजार के इस भूचाल में निवेशकों की संपत्ति में 415.09 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई.
क्या कहतें हैं एक्सपर्ट
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के अनुसार, वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख को देखते हुए निवेशकों ने अमेरिका में कोर पीसीई (व्यक्तिगत उपभोग व्यय) आंकड़े जारी होने से पहले मुनाफावसूली की. यह आंकड़ा मुद्रास्फीति के बारे में संकेत देता है. मुद्रास्फीति में वृद्धि की संभावना है. वहीं, रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा कि बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी रहा और यह आधा फीसदी से अधिक नीचे आया. शुरू में गिरावट के बाद निफ्टी में एक दायरे में उतार-चढ़ाव होता रहा और एक समय यह 22,704.70 अंक के निचले स्तर तक आ गया. मई महीने के वायदा एवं विकल्प खंड में सौदों के निपटान करीब होने के साथ उतार-चढ़ाव बना रह सकता है.
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डॉलर के मुकाबले 21 पैसे टूटा रुपया
घरेलू शेयर बाजार में बड़ी गिरावट के रुख तथा कच्चे तेल की कीमतों में बढ़त के बीच बुधवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 21 पैसे की गिरावट के साथ 83.39 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ. विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि आयातकों और पेट्रोलियम विपणन कंपनियों की डॉलर मांग के कारण भी रुपये की धारणा प्रभावित हुई. हालांकि, भारत के सरकारी बॉन्ड को वैश्विक बॉन्ड सूचकांक में शामिल किए जाने से पहले बॉन्ड बाजारों में विदेशी कोषों का निवेश बढ़ने के कारण गिरावट कम रही. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.22 प्रति डॉलर पर खुला. कारोबार के अंत में यह 83.39 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 21 पैसे की गिरावट है. रुपया मंगलवार को आरंभिक लाभ गंवाता हुआ अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पांच पैसे की गिरावट के साथ 83.18 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.
शेयर बाजार में भूचाल, 29 मई 2019 से बड़ा नुकसान
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