IRCTC News : रेलवे ने पीपीपी मॉडल को लागू करने से पहले प्राइवेट कंपनियों के लिए कुछ शर्त रखा है. शर्त के अनुसार अगल ट्रेन समय से प्लेटफ़ॉर्म पर नहीं आई तो रेलवे को इसके लिए यात्रियों को मुआवजा देना पड़ सकता है. इसके साथ ही ट्रेन की स्पीड बढ़ाने का प्रस्ताव भी रखा गया है. रेलवे के नये नियम के अनुसार ट्रेन में सीसीटीवी कैमरा भी लगाया जाएगा.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार पीपीपी मॉडल से बनने वाली ट्रेनों में अत्याधुनिक फीचर्स को शामिल किया जा सकता है. इसके अलावा, पटरी पर ये ट्रेन की रफ्तार 180 किमी/घंटा रहेगी. वहीं ट्रेन के लेट होने पर यात्रियों को मुआवजा दिया जाएगा. इसके अलावा ट्रेन में आपातकालीन टॉक सुविधा भी बोगी में उपलब्ध रहेगी. भारतीय रेलवे से जुड़ी हर Latest News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
16 कंपनियों ने लिया है भाग- भारतीय रेल नेटवर्क पर यात्री रेलगाड़ियों के संचालन के लिए प्राइवेट कंपनियों से आवेदन आमंत्रित करने के पूर्व आयोजित बैठक में 16 कंपनियों ने भाग लिया. सूत्रों के अनुसार इन कंपनियों में बॉम्बार्डियर, स्पेन की सीएएफ, हवाई अड्डा कंपनी जीएमआर, भारतीय रेल की कंपनी राइट्स और सार्वजनिक उपक्रम भेल भी शामिल हैं.
भारतीय रेलवे के एक अधिकारी ने कहा है कि 12 निजी रेलगाड़ियों की पहला बैज 2023 परिचालन शुरू कर देगा, जिसके बाद अगले वित्त वर्ष में ऐसी 45 रेलगाड़ियां शुरू होंगी. उन्होंने कहा कि ऐसी सभी 151 रेलगाड़ियां अपने पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 2027 तक शुरू हो जाएंगी.
रेलवे ने आगे बताया कि निजी रेलगाड़ियों के संबंध में रेलवे की योजना 2022-23 में ऐसी 12 रेलगाड़ियां चलाने की है. इसके बाद वर्ष 2023-24 में 45, वर्ष 2025-26 में 50 और इसके अगले वित्त वर्ष में 44 रेलगाड़ियां शुरू करने की योजना है. इस तरह वित्त वर्ष 2026-27 तक कुल 151 रेलगाड़ियां शुरू की जाएंगी.
Posted By : Avinish Kumar Mishra
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