नयी दिल्ली : कोरोना वायरस खतरे को देखते हुए रेलवे अब ट्रेन टिकट के स्वरूप में बदलाव करने की तैयारी में है. रेलवे टिकट के बजाय अब क्यू आर कोड व्यवस्था शुरू करने का प्लान बना रही है. जल्दी ही इसपर अमल भी शुरू किया जा सकेगा, जिसके बाद कागज की टिकट व्यवस्था खत्म हो सकती है.
न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार रेलवे द्वारा लागू किए जा रहे इस अनूठे प्रयोग से यात्री और टीटीई सुरक्षित रहेंगे. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव ने बताया कि वर्तमान में 85 फीसदी टिकट ऑनलाइन कट रहा है. ऐसे में हमारी कोशिश है कि अब पूरी तरह क्यू आर कोड जेनरेट किया जाए, जिससे सभी लोग सुरक्षित रहें.
जारी किया सॉफ्टवेयर- इसको लेकर सेंटर फॉर रेलवे इंफॉर्मेशन सिस्टम्स (क्रिस) ने सभी क्षेत्रीय रेलों पर एक साफ्टवेयर एप्लीकेशन लांच किया है, जो यात्री के आरक्षित टिकट विवरण को क्यू आर कोड में तब्दील कर देगा. रेलवे सभी जोन में यह व्यवस्था लागू करेगी.
कैसे करेगा काम– स्टेशन पर प्रवेश या टिकट की जाँच के दौरान यात्री अपने एसएमएस में उपलब्ध क्यूआर कोड यूआरएल पर क्लिक करेगा और आरक्षित टिकट का क्यूआर कोड यात्री के मोबाइल ब्राउज़र पर प्रदर्शित होने लगेगा, जिसे क्रिस द्वारा विकसित एप्लिकेशन युक्त हैंड हेल्ड टर्मिनल का इस्तेमाल क्यूआर कोड स्कैनिंग के लिए किया जा सकता है.
रेलवे उमरे जोन के जनसंपर्क अधिकारी ने एजेंसी को बताया कि क्यूआर कोड की स्कैनिंग करते ही यात्री की उपस्थिति सम्बंधी सभी विवरण स्वतः ही एप्लिकेशन में अपडेट हो जायेंगे. गूगल प्ले स्टोर या आईओएस ऐप स्टोर आदि में उपलब्ध कोई भी क्यूआर कोड स्कैनिंग ऐप का उपयोग इस उद्देश्य से किया जा सकता है.
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गौरतलब है कि कोरोना महामारी को देखते हुए क्यूआर कोड आधारित संपर्क रहित टिकट स्कैनिंग प्रणाली को एक जून, 2020 से उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज स्टेशन पर पायलट परियोजना के रूप में लागू किया गया था और अब इसे पूर देश में आरक्षित टिकटों के लिए लागू किया जा रहा है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra
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