Tejas Express Trains : 23-24 नवंबर से एक बार फिर यार्ड में खड़ी हो जाएगी देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस, जानते हैं क्यों?
IRCTC Tejas Express Trains news : देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस (Tejas Express) एक बार फिर 23-24 नवंबर से यार्ड में खड़ी हो जाएगी. जानते हैं क्यों? क्योंकि, इस ट्रेन को पैसेंजर ही नहीं मिल रहे हैं. इसलिए इसे चलाने वाली कंपनी ने इसे यार्ड में ही खड़ी का फैसला किया है. मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, नई दिल्ली से लखनऊ के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस का आगामी 23 नवंबर से बंद हो जाएगी, तो अहमदाबाद से मुंबई के रूट पर चलने वाली तेजस एक्सप्रेस का संचालन आगामी 24 नवंबर से बंद हो जाएगा.
IRCTC Tejas Express Trains news : देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस (Tejas Express) एक बार फिर 23-24 नवंबर से यार्ड में खड़ी हो जाएगी. जानते हैं क्यों? क्योंकि, इस ट्रेन को पैसेंजर ही नहीं मिल रहे हैं. इसलिए इसे चलाने वाली कंपनी ने इसे यार्ड में ही खड़ी का फैसला किया है. मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, नई दिल्ली से लखनऊ के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस का आगामी 23 नवंबर से बंद हो जाएगी, तो अहमदाबाद से मुंबई के रूट पर चलने वाली तेजस एक्सप्रेस का संचालन आगामी 24 नवंबर से बंद हो जाएगा.
आईआरसीटीसी चलवाती है तेज एक्सप्रेस
सरकारी कंपनी भारतीय रेलवे खान-पान एवं पर्यटन निगम लिमिटेड (IRCTC) ही इस समय देश की पहली प्राइवेट ट्रेन चलाती है. यह रेल मंत्रालय का एक सार्वजनिक उपक्रम है. आईआरसीटीसी के प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह के हवाले से मीडिया में दी जा रही खबरों के अनुसार, नई दिल्ली से लखनऊ के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस 23 नवंबर 2020 से अगले आदेश तक नहीं चलेगी. इसी तरह, मुंबई और अहमदाबाद के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस आगामी 24 नवंबर से नहीं चलेगी.
पैसेंजरों की कमी के चलते उठाना पड़ा यह कदम
आईआरसीटीसी के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि अभी दिवाली के आसपास तो ट्रेन में पैसेंजरों की स्थिति ठीक रही, लेकिन उसके बाद उनकी संख्या में कमी हो गई. इसलिए आईआरसीटीसी प्रबंधन ने तेजस ट्रेनों के सभी प्रस्थान रद्द करने का फैसला किया है. बता दें कि इससे पहले बीते 19 मार्च को भी इन ट्रेनों का ऑपरेशन बंद कर दिया गया था. इसके बाद ही देश भर में कोरोना की वजह से लॉकडाउन होने के बाद तो सभी तरह की ट्रेनों का ऑपरेशन बंद कर दिया गया था.
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खर्च के अनुपात में नहीं हो रही बुकिंग
आईआरसीटीसी के एक अन्य अधिकारी के अनुसार, इस ट्रेन को चलाने में खर्च अधिक है, जबकि इस समय खर्च के अनुपात में आमदनी नहीं हो पा रही है. उन्होंने बताया कि इस ट्रेन को एक दिन चलाने में करीब 15 से 16 लाख रुपये की लागत आती है, जबकि इस पूरे ट्रेन में 50 से 60 पैसेंजर ही टिकटों की बुकिंग करा रहे हैं. उनका कहना है कि यदि एक पैसेंजर के टिकट का औसत किराया 1,000 रुपये है, तो एक दिन में 50 से 60 हजार रुपये की ही आमदनी हो रही है, जबकि इस पूरे ट्रेन में 758 सीटों की बुकिंग कराई जा सकती है.
Posted By : Vishwat Sen
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