Israel on Adani Group Plans: इजरायल के इकॉनोमी मिनिस्टर नीर बरकत भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने के लिए चार दिवसीय यात्रा पर नई दिल्ली आए हैं. अपनी यात्रा के दौरान नीर बरकत इजरायल-भारत के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौता (FTA) को लेकर चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा कि इजरायल भारत को अपना भरोसेमंद दोस्त मानता है और उनका देश अधिक इजरायली कंपनियों को भारत में कार्यालय स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है.
इसके साथ ही, नीर बरकत ने कहा कि इजरायल में अपनी उपस्थिति का विस्तार करने की अदाणी समूह की योजनाओं के बारे में हमारे देश को कोई चिंता नहीं है. बताते चलें कि हाल ही में अदाणी ग्रुप ने इजरायल के हाइफा पोर्ट का मैनेजमेंट अपने हाथों में लिया था. ये डील ऐसे समय में पूरी हुई जब अदाणी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में हेरफेर का आरोप लगाया गया था, जिसके चलते अदाणी ग्रुप से शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई. हालांकि, इजरायल इससे बेफिक्र है.
निर बरकत ने न्यूज एजेंसी एएनआई से विशेष बातचीत में कहा कि इजरायल ने एक भारतीय कंपनी को इजरायल के दो बंदरगाहों में से एक का अधिग्रहण करने की अनुमति दी है. उन्होंने कहा कि यह इस बात का सबूत है कि हम भारतीय व्यापारियों पर भरोसा करते हैं. हमें भारत सरकार पर भरोसा है. मैं इजरायल में निवेश करने के लिए और अधिक निवेशकों का स्वागत करना चाहता हूं. निर बरकत ने कहा कि भारत और इजरायल के पक्षों के लिए निवेश करना एक फायदे की बात है. ये दोनों देशों के हितों को देखते हुए अच्छी बात है.
बताते चलें कि अदाणी समूह ने इजरायल के गैडोट ग्रुप के साथ साझेदारी की है. इस तरह से अदाणी ने हाइफा पोर्ट कंपनी लिमिटेड के 100 फीसदी शेयर खरीदने के अधिकार हासिल किया है. उल्लेखनीय है कि इजरायल का हाइफा पोर्ट शिपिंग कंटेनरों के मामले में देश का दूसरा सबसे बड़ा पोर्ट है. ये शिपिंग पर्यटक क्रूज जहाजों में सबसे बड़ा पोर्ट है. इस महीने की शुरुआत में भारत में इजरायल के पूर्व राजदूत रॉन मलका को अदाणी समूह और उसके इजराइली साझेदार गैडोट समूह के मालिकाना हक वाले हाइफा पोर्ट के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था.
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