आईटी सर्विस कंपनी एक्सेंचर में 19,000 लोगों की होगी छंटनी, मुनाफे में कमी की आशंका

वैश्विक आर्थिक मंदी से सतर्क तकनीकी उद्योग से जुड़ी कंपनियों अपने बजट में कटौती कर रही हैं. इसी चिंता के बीच कंपनी ने गुरुवार को अपनी सालाना राजस्व वृद्धि और लाभ के पूर्वानुमानों को भी कम कर दिया. कंपनी को अब उम्मीद है कि सालाना राजस्व वृद्धि स्थानीय मुद्रा में 8 से 10 फीसदी की सीमा में होगी.

By KumarVishwat Sen | March 23, 2023 8:27 PM

नई दिल्ली : वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका के बीच दुनिया भर की कंपनियों की ओर नौकरियों में कटौती की जा रही है. साल 2023 की शुरुआत से ही वैश्विक स्तर की बहुराष्ट्रीय और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र की कई कंपनियों ने हजारों लोगों को नौकरी से बाहर करने का फैसला किया है. खबर है कि आईटी सर्विस मुहैया कराने वाली कंपनी एक्सेंचर अपने करीब 19,000 कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला किया है. एक्सेंचर ने गुरुवार को कहा कि वह लगभग 19,000 नौकरियों में कटौती करेगी और अपने सालाना राजस्व और मुनाफे के अनुमानों को कम करेगी. मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यह नया संकेत है, जिससे स्पष्ट हो चुका है कि दुनिया के बिगड़ते आर्थिक दृष्टिकोण के चलते आईटी सेवाओं पर कॉर्पोरेट खर्च को कम किया जा रहा है.

क्यों की जा रही नौकरी में कटौती

मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक आर्थिक मंदी से सतर्क तकनीकी उद्योग से जुड़ी कंपनियों अपने बजट में कटौती कर रही हैं. इसी चिंता के बीच कंपनी ने गुरुवार को अपनी सालाना राजस्व वृद्धि और लाभ के पूर्वानुमानों को भी कम कर दिया. कंपनी को अब उम्मीद है कि सालाना राजस्व वृद्धि स्थानीय मुद्रा में 8 से 10 फीसदी की सीमा में होगी, जबकि पहले इसको लेकर 8 से 11 फीसदी की उम्मीद थी.

कर्मचारियों की संख्या में 2.5 फीसदी कटौती करेगी एक्सेंचर

रिपोर्ट के अनुसार, एक्सेंचर ने अपने वार्षिक राजस्व और लाभ के पूर्वानुमानों को कम किया है. उसने गुरुवार को कहा कि वह अपने कर्मचारियों की संख्या में लगभग 2.5 फीसदी की कटौती करेगी. एक्सेंचर ने कहा कि 19,000 नौकरियों में से आधे से अधिक कटौती उसके गैर-बिल योग्य कॉर्पोरेट कार्यों में होगी. उच्च मुद्रास्फीति और बढ़ती ब्याज दरों के कारण मांग में गिरावट के कारण पिछले साल के अंत से तकनीकी क्षेत्र ने सैकड़ों हजारों कर्मचारियों को बहाल निकाल दिया है.

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आईटी कंपनियों में 2022 से ही छंटनी जारी

वैश्विक मंदी और राजस्व में गिरावट का हवाला देते हुए साल 2022 से ही आईटी कंपनियां हजारों लोगों को नौकरी से निकाल रही हैं. अमेजन, गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों ने साल 2023 के दौरान बड़ी संख्यां में छंटनी का ऐलान कर चुकी हैं. वहीं इंफोसिस, विप्रो जैसी इंडिया प्रमुख आईटी फर्म ने भी कुल वर्कफोर्स में कटौती की है. छंटनी का दबाव बड़े आईटी कंपनियों के साथ ही स्टार्टअप्स पर भी रहा है. साल 2023 के दौरान कुछ स्टार्टअप कंपनियों ने तो अपने एक पूरी टीम ही बंद कर डाली.

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