सट्टा किंग बनने की कोशिश किए तो सीधे जाएंगे जेल, भारी जुर्माना ऊपर से

Law Against Satta: जब सट्टेबाजों के बीच चर्चा होती है, तो सबसे पहला नाम सट्टा मटका का आता है. इसका इतिहास भी काफी पुराना है. यह एक प्रकार के जुए का खेल है, जो भारत में प्रतिबंधित है. भारत में जुआ खेलना और सट्टे में दांव लगाना अवैध है. ऐसा करने पर जेल की सजा और जुर्माने का प्रावधान है.

By KumarVishwat Sen | August 14, 2024 10:32 AM

Law Against Satta: आज के डिजिटल जमाने में लोग सरकार और कानून की आंख में धूल झोंककर धड़ल्ले से सट्टा लगा रहे हैं या फिर ऑनलाइन जुआ खेल रहे हैं. सट्टा किंग, सट्टा मटका और कल्याण सट्टा जैसे देश में कई ऐसे सट्टे हैं, जिसमें करोड़ों रुपये का दांव रोजाना लगाया जा रहा है. आलम यह है कि अब तो लोग कानून की परवाह किए बगैर सट्टा खेलने के लिए मोबाइल ऐप तक ईजाद कर दिए हैं. इन्हीं में से एक महादेव ऐप पर सरकार ने सख्त कार्रवाई भी शुरू कर दी है. ऐसे में अगर आप भी सट्टे का खेल खेलते हैं और सट्टा किंग बनने की चाहत रखते हैं, तो सावधान हो जाइए. किसी भी मंच से ऑनलाइन सट्टा खेलते हुए पकड़े गए, तो सीधे जेल की हवा खानी पड़ेगी. जुर्माना देना होगा अलग से.

भारत में सबसे अधिक प्रसिद्ध है सट्टा मटका

जब सट्टेबाजों के बीच चर्चा होती है, तो सबसे पहला नाम सट्टा मटका का आता है. इसका इतिहास भी काफी पुराना है. यह एक प्रकार के जुए का खेल है, जो भारत में प्रतिबंधित है. आसान शब्दों में कहें, तो सट्टा मटका एक अवैध जुआ ही है. इसे 1950 के दशक में शुरू किया गया था. उस समय इसे ‘आंकड़ा जुगाड़’ के नाम से भी जाना जाता था. समय बीतने के साथ ही सट्टा मटका खेल जुआरियों और सट्टेबाजों के बीच काफी पॉपुलर हो गया. अब यह उस खेल से बिल्कुल अलग है जो पहले हुआ करता था. फिर भी इसका नाम अब भी ‘सट्टा मटका’ ही है.

जुआ जीतने वाला सट्टा या मटका किंग

आज के जमाने में सट्टे का खेल डिजिट पर आधारित है. इस खेल में संख्या का चयन किया जाता है. पुराने जमाने में 0 से 9 तक की संख्या वाली चिट को मटके में डालते थे और एक चिट को मटके से उठाकर उस पर लिखे नंबर यानी जीतने वाले नंबर की घोषणा करते थे. अब यह खेल ताश के पत्तों से खेला जाता है. ताश के एक पैकेट में से 3 अंक चुने जाते हैं. सट्टा मटका जीतने वाले को ‘मटका किंग’ या सट्टा किंग कहा जाता है.

सट्टा खेलने पर जेल की सजा

भारत में सट्टे का खेल और जुआ शुरू से ही अवैध है. ब्रिटिश सरकार की ओर से 1867 में पेश किए गए सार्वजनिक जुआ अधिनियम के तहत सट्टा मटका या सट्टा किंग खेलते समय पकड़े जाने पर जेल की सजा और जुर्माने का प्रावधान है. 1867 में बने सार्वजनिक गेमिंग अधिनियम के तहत सट्टा खेलने वालों को 200 रुपये तक का जुर्माना या 3 महीने तक के कारावास का प्रावधान है.

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मध्य प्रदेश में तीन साल की सजा और 10 लाख रुपये तक जुर्माना

मध्य प्रदेश की सरकार ने सट्टे के खेल के खिलाफ साल 2023 में सार्वजनिक द्रुत अधिनियम 2023 लागू कर दिया है. सरकार के इस कानून के तहत ऑनलाइन जुआ, सट्टा या गेम खेलने पर तीन साल की सजा और 10 लाख रुपये तक जुर्माना लगाया जा सकता है. विशेष परिस्थिति में सट्टेबाजों पर दोनों प्रकार के दंड से दंडित किया जा सकता है. बार-बार अपराध करने पर दंड में वृद्धि होगी.

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