कैशलेस लेनदेन के मामले में दुनिया में रिकॉर्ड बनाएगा भारत, एस जयशंकर ने सिडनी में कहा
रायसीना एट सिडनी बिजनेस ब्रेकफास्ट का आयोजन ऑस्ट्रेलिया एन स्ट्रेटेजिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट (एएसपीआई) और भारत के ऑब्जर्वर फाउंडेशन (ओआरएफ) द्वारा संयुक्त रूप से सिडनी इंटर कांटिनेंटल होटल में किया गया है.
सिडनी : भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को रायसीना एट सिडनी बिजनेस ब्रेकफास्ट में कहा कि भारत दुनिया के सबसे बड़ी संख्या में कैशलेस लेनदेन के मामले में रिकॉर्ड बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि यदि आप हमारे कैशलेस लेनदेन के मामले में यूपीआई को देखते हैं, तो मझे लगता है कि हम दुनिया में सबसे बड़ी संख्या में कैशलेस लेनदेन रिकॉर्ड कायम कर रहे हैं, जो सही मायने में बहुत बड़ा अंतर है.
जीरो बैलेंस जनधन खाता
बता दें कि रायसीना एट सिडनी बिजनेस ब्रेकफास्ट का आयोजन ऑस्ट्रेलिया एन स्ट्रेटेजिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट (एएसपीआई) और भारत के ऑब्जर्वर फाउंडेशन (ओआरएफ) द्वारा संयुक्त रूप से सिडनी इंटर कांटिनेंटल होटल में किया गया है. इस मौके पर जयशंकर ने कहा कि भारत डिजिटल वितरण और लेनदने की अखंडता सुनिश्चित कर रहा है, जो वित्तीय पक्ष पर समान रूप से संभव नहीं हो सकता था, लेकिन हमने देश में सबसे कम आय वाले लोगों को जीरो बैलेंस वाला बैंक खाते खोलने के लिए प्रोत्साहित किया.
मुफ्त में अनाज वितरण योजना
उन्होंने कहा कि अब आप मुझसे पूछें कि आप कोविड से कैसे बचे, हमने लोगों को आर्थिक रूप से समर्थन और लोगों के भोजन देने की व्यवस्था की. इसके लिए जमीनी स्तर पर काम किया गया. उन्होंने यह भी कहा कि सामाजिक आर्थिक वितरण करने के लिए डिजिटल गवर्नेंस भारत में आज बुनियादी तंत्र बन गया है.
चिकित्सा एवं पेंशन योजना
उन्होंने कहा कि भारत यह प्रदर्शित करने की कोशिश कर रहा है कि देश आय के पैमाने पर भी एक सामाजिक और व्यापक सामाजिक कल्याण प्रणाली का निर्माण करे, ताकि प्रति व्यक्ति आमदनी 2000 डॉलर तक पहुंच सके. सामाजिक कार्यक्रमों के बारे में बात करते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि पिछले चार साल में भारत करीब 500 मिलियन लोगों को स्वास्थ्य योजनाओं में शामिल करने में सक्षम रहा है और करीब इतनी ही संख्या में पेंशन योजनाओं द्वारा लोगों को कवर किया गया है.
उज्ज्वला योजना
इसके साथ ही, उन्होंने उज्ज्वला योजना के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि भारत में खाना बनाने के लिए जलावन वाली लकड़ी के चूल्हे की परंपरा को समाप्त करके गरीब परिवार के लोगों को रसोई गैस का कनेक्शन उपलब्ध कराया गया. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत करीब 80 मिलियन लोगों को शामिल किया गया. इसके साथ ही, हमारे पास आवास एक बड़ा कार्यक्रम हे, जिसके तहत करीब 30 मिलियन गराीबों को घर वितरित किए जा चुके हैं.
5जी तकनीक
उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया को इस साल भारत से वास्तव में 5जी तकनीक मिलेगी और यह ऐसी चीज है, जो बड़े वैश्विक हित में होगी. उन्होंने कहा कि आज आप भारत में बुनियाउदी ढांचे में बदलाव देख सकते हैं. यह बदलाव एकीकृत बुनियादी ढांचा नीति के कारण संभव हुआ है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.