कोलकाता: दीपावली से पहले धनतेरस पर आभूषण बाजार की रौनक लौट सकती है. सर्राफा कारोबारियों को इस साल सोने-चांदी की जोरदार की बिक्री की उम्मीद है. बुलियन बाजार के विशेषज्ञ मानते हैं कि वर्ष 2019 और वर्ष 2020 की तुलना में पीले धातु यानी सोने की कीमत कम है. साथ ही अर्थव्यवस्था भी पटरी पर लौट रही है. इसलिए इस बार धनतेरस पर सोना-चांदी और आभूषण की बिक्री बढ़ने की उम्मीद है.
भारतीय आभूषण बाजार का भी पुनरुद्धार हो रहा है. कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के कम होने के साथ त्योहारी सीजन को लेकर लोगों में जोश है और साथ ही इस समय में सोने की कीमतों में नरमी है. ऐसे में आभूषण बाजार में रौनक रहने की उम्मीद है.
आभूषण उद्योग के एक निकाय ने कहा है कि उम्मीद है कि इस साल त्योहारों पर आभूषणों की बिक्री वर्ष 2019 के कोविड-पूर्व के स्तर पर पहुंच सकेगी. इसकी वजह इस समय 10 ग्राम सोने की कीमत 46,000-47,000 रुपये प्रति 22 कैरेट का होना है, जो वर्ष 2020 की तुलना में करीब पांच प्रतिशत कम है. साथ ही अब शादी-ब्याह के आयोजनों में भी बढ़ोतरी हो रही है.
ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी डोमेस्टिक काउंसिल के अध्यक्ष आशीष पेठे ने कहा कि चूंकि नवरात्रि के बाद से बाजार में मांग दिख रही है. यह धनतेरस पर भी जारी रहेगी. इस साल महामारी के नियंत्रण में होने, सोने की कीमतें कम होने और शादी का सीजन तेज होने के साथ त्योहार को लेकर जोश बना हुआ है. इस साल अक्टूबर-नवंबर के महीनों की बिक्री पूरे साल की बिक्री में 40 प्रतिशत का योगदान देगी.
रत्न और आभूषण उद्योग के शीर्ष घरेलू निकाय को उम्मीद है कि वर्ष 2021 में उद्योग-2019 के महामारी पूर्व के स्तर पर लौट आयेगा. हालांकि, सोने की कीमत 2019 के स्तर से लगभग 20 प्रतिशत अधिक है.
सेनको गोल्ड एंड डायमंड्स लिमिटेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सुवेन्कर सेन ने कहा, ‘बिक्री के पिछले साल की तुलना में 15-20 प्रतिशत की वृद्धि के साथ कोरोना पूर्व के स्तर पर वापस आने की उम्मीद है. दो साल की मानसिक चिंता और चुनौतियों के बाद, ग्राहक खर्च करना चाहते हैं तथा अपनी खुशी और संपत्ति निर्माण के लिए आभूषणों में निवेश करना चाहते हैं.’
Posted By: Mithilesh Jha
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