Jio Financial-Blackrock: भारत का म्यूचुअल फंड बाजार तेजी से आगे बढ़ रहा है. इसमें निवेश पिछले सात सालों में 3660 करोड़ से बढ़कर 19932 करोड़ के पार पहुंचा गया है. 2020-21 में 96,080 करोड़ रुपये और 2022-23 में 1.56 लाख करोड़ रुपये का निवेश आया था. जबकि 2023-24 के आधे साल में 90300 करोड़ रुपये का सीधा निवेश हुआ है. अब भारतीय बाजार में जल्द ही, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज और ब्लैकरॉक की संयुक्त उद्यम कंपनी म्यूचुअल फंड लेकर आने वाली है. इसके लिए कंपनी ने सेबी के पास आवेदन किया है. हालांकि, आवेदन फिलहाल विचाराधीन है. भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के 31 दिसंबर, 2023 तक म्यूचुअल फंड अनुमोदन स्थिति पर एक अद्यतन सूचना के अनुसार, म्यूचुअल फंड लाइसेंस के लिए विचाराधीन आवेदकों में जियो फाइनेंशियल सर्विसेज और ब्लैकरॉक फाइनेंशियल मैनेजमेंट शामिल है. जियो ने 19 अक्टूबर को अपना आवेदन जमा किया और सेबी की स्थिति रिपोर्ट से पता चला कि यह अभी विचाराधीन है. उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज से नई अलग हुई वित्तीय सेवा इकाई जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड और ब्लैकरॉक ने जुलाई 2023 में भारत में परिसंपत्ति प्रबंधन कारोबार में प्रवेश करने के लिए 15 करोड़ डॉलर के निवेश के साथ 50:50 के अनुपात में संयुक्त उद्यम बनाने के लिए एक समझौते की घोषणा की.
म्यूचुअल फंड क्या है
म्यूच्यूअल फंड एक प्रकार का निवेश का तंत्र होता है जिसमें विभिन्न निवेशकों के धन को एक साथ एकत्रित करके उन्हें विभिन्न प्रकार के निवेशों में निवेश किया जाता है. म्यूच्यूअल फंड कंपनियां निवेशकों के लिए निवेश पोर्टफोलियो का प्रबंधन करती हैं और उनके लिए विभिन्न प्रकार के विनिवेश विकल्प प्रदान करती हैं.
म्यूच्यूअल फंड के कुछ मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित होती हैं:
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पेशेवर प्रबंधन: म्यूच्यूअल फंड कंपनियां निवेशकों के लिए पेशेवर निवेश पोर्टफोलियो प्रबंधन करती हैं. उन्हें विशेष ज्ञान और अनुभव होता है जो उनके निवेशों को बेहतर बनाने में मदद करता है.
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निवेशों का विवेकपूर्ण चयन: म्यूच्यूअल फंड कंपनियां विभिन्न निवेशों के चयन में सतर्कता बरतती है ताकि निवेशकों के पैसे को सुरक्षित रखा जा सके और सामान्य लाभ प्राप्त किया जा सके.
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निवेशकों की विनिवेश की सुविधा: म्यूच्यूअल फंड में निवेशक अपने निवेश को विभिन्न प्रकार के विनिवेश विकल्प में विभाजित कर सकते हैं, जैसे कि शेयरों, बॉन्ड्स, मोटिल फंड्स, सोने की योजनाएं, आदि. इससे उन्हें निवेश के विभिन्न माध्यमों का लाभ उठाने की सुविधा मिलती है.
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लिक्विडिटी और उपयोगिता: म्यूच्यूअल फंड कंपनियां निवेशकों को उनके निवेश से आसानी से पैसे निकालने की सुविधा प्रदान करती है, जिससे उनकी लिक्विडिटी बनी रहती है.
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निवेशक सुरक्षा: म्यूच्यूअल फंड कंपनियां निवेशकों के पैसों का प्रबंधन करती हैं, इसका मतलब विनिवेश के साथ-साथ उनकी सुरक्षा भी प्राथमिक होती है.
सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान क्या है
सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) एक निवेश विधि है जिसमें निवेशक नियमित अंतराल पर निशित राशि का निवेश करते हैं, आमतौर पर हर महीने. यह एक वित्तीय योजना है जो व्यक्तियों को निवेश करने के लिए एक स्थिर और योग्य विधि प्रदान करती है.
SIP की मुख्य विशेषताएं इस तरह हैं:
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नियमित निवेश: SIP में, निवेशक नियमित अंतराल पर निशित राशि निवेश करते हैं, जो कि आमतौर पर महीने के आंत में होती है.
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आम व्यक्तियों के लिए सुलभ: SIP वित्तीय विवाद को दूर करता है और व्यक्तियों को आसानी से निवेश करने का अवसर देता है.
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आंकड़ों में समय का महत्व: इसके जरिए, व्यक्तियों को लाभ होता है क्योंकि वे समय के साथ उचित रेट पर रिटर्न प्राप्त करते हैं.
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वित्तीय लाभ: SIP के माध्यम से व्यक्तियों को विभिन्न वित्तीय उपकरणों में निवेश करने का अवसर मिलता है, जैसे कि म्यूचुअल फंड, इंडेक्स फंड्स, इत्यादि.
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कम आरंभिक निवेश: SIP में आरंभिक निवेश आमतौर पर कम होता है, जिससे यह निवेश उन व्यक्तियों के लिए भी संभावित है जिनके पास बड़े राशि का उपयोग नहीं कर सकते.
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लोंग टर्म निवेश: SIP के माध्यम से व्यक्तियों को लंबी अवधि के लिए निवेश करने का अवसर मिलता है, जो वित्तीय योजनाओं के लाभ को बढ़ा सकता है.
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ऑटोमेटेड निवेश: व्यक्तियों के बैंक खाते से निवेश राशि को ऑटोमेटेड रूप से कटौती करके निवेश की प्रक्रिया सरल और स्वचालित बनाता है.
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