नई दिल्ली : अभी हाल के दिनों में कंप्यूटर सॉफ्टवेयर निर्माता कंपनी माइक्रोसॉफ्ट, सर्च इंजन गूगल, ऑनलाइन डिलीवरी देने वाली कंपनी अमेजन और ऑटोमोबाइल सेक्टर के बाद अब टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री की नौकरियों में छंटनी शुरू हो गई है. खबर है कि टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री की दिग्गज कंपनियों में शुमार आईबीएम करीब 3900 लोगों की छंटनी करने की तैयारी में है. वॉल स्ट्रीट जर्नल के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआई के द्वारा दी गई एक रिपोर्ट के अनुसार, इंटरनेशनल बिजनेस मशीन (आईबीएम) नौकरी में छंटनी करने वाली कंपनियों में शामिल है. आईबीएम के प्रवक्ता ने वॉल स्ट्रीट जर्नल को बताया कि कंपनी 3900 लोगों की छंटनी करेगी.
आईबीएम के प्रवक्ता ने वॉल स्ट्रीट जर्नल को बताया कि कंपनी का आईटी सर्विस कारोबार पिछले साल बंद कर दिया गया था. अब कंपनी ने करीब 300 मिलियन अमेरिकी डॉलर की लागत से स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में विनिवेश करने की योजना बनाई है. आईबीएम की ताजा सालाना रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी की ओर से जिन 3900 नौकरियों में छंटनी की जा रही है, वह उसके कुल 2,80,000 कर्मचारियों की संख्या की करीब 1.4 फीसदी है.
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी ने तीसरी तिमाही में सपाट बिक्री की. इसके साथ ही, अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने से उसके राजस्व में करीब 1 बिलियन डॉलर की कमी दर्ज की गई. 31 दिसंबर 2022 को समाप्त तीसरी तिमाही के लिए शुद्ध आय 2.71 अरब डॉलर या 2.96 डॉलर प्रति शेयर अर्जित की, जबकि एक साल पहले यह 2.33 अमेरिकी डॉलर या 2.57 डॉलर प्रति शेयर थी. रिपोर्ट के अनुसार, समायोजित आय 3.60 अमेरिकी प्रति डॉलर थी, जो विश्लेषकों के 3.59 अमेरिकी डॉलर प्रति शेयर से कुछ अधिक है. इसी प्रकार कंपनी का राजस्व एक साल पहले 16.70 अरब डॉलर से घटकर 16.69 अरब डॉलर रह गया. हालांकि, विश्लेषकों ने 16.15 अरब डॉलर के राजस्व का अनुमान लगाया था.
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार न्यूयॉक स्थिति आईबीएम के कई खंडों के राजस्व में पूर्व वर्ष की अवधिक की तुलना में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इसमें सॉफ्टवेयर का राजस्व 2.8 फीसदी बढ़कर 7.3 अरब डॉलर हो गया. इसी प्रकार कंसल्टिंग में 0.5 फीसदी बढ़कर 4.8 अरब डॉलर, बुनियादी ढांचा क्षेत्र में 1.6 फीसदी बढ़कर 4.5 अरब डॉलर हो गया. आईबीएम के वित्तपोषण खंड का राजस्व एक साल पहले की तुलना में 0.4 फीसदी गिरकर 200 मिलियन डॉलर हो गया.
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वॉल स्ट्रीट जर्नल ने कहा कि बड़े पैमाने में पर प्रौद्योगिकी कंपनियां वैश्विक अर्थव्यवस्था में संभावित मंदी से प्रभावित हुई हैं, जिसके परिणामस्वरूप अभी हाल में दुनिया भर की कंपनियों में छंटनी के दौर की शुरुआत हो गई और लोगों के सामने रोजगार संकट खड़ा हो गया. रिपोर्ट में कहा गया है कि अभी हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन ने नौकरियों में कटौती करने की घोषणा की है.
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