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JSW Infrastructure IPO: जेएसडब्ल्यू इंफ्रा आईपीओ में किया था निवेश, क्या आपके खाते में आए शेयर, ऐसे करें चेक

JSW Infrastructure IPO: जेएसडब्ल्यू ग्रुप की कोई कंपनी करीब 13 साल के बाद बाजार में आईपीओ लेकर आयी है. इससे पहले कंपनी के द्वारा 2010 में जेएसडब्ल्यू एनर्जी का आईपीओ आया था. कंपनी आईपीओ के जरिये करीब 2800 करोड़ रुपये जुटाना चाह रही है.

JSW Infrastructure IPO: जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर की आईपीओ के शेयर आवंटन को अंतिम रूप दे दिया गया है. आईपीओ 25 से 27 सितंबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था. प्रत्येक शेयर का मूल्य बैंड ₹113-119 प्रति शेयर तय किया गया है. शेयरों के आवंटन की स्थिति रजिस्ट्रार के पोर्टल केफिन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड पर जांची जा सकती है. यदि आपने कंपनी के आईपीओ के लिए आवेदन किया है, तो आप इसे रजिस्ट्रार की वेबसाइट पर देख सकते हैं. जेएसडब्ल्यू ग्रुप की कोई कंपनी करीब 13 साल के बाद बाजार में आईपीओ लेकर आयी है. इससे पहले कंपनी के द्वारा 2010 में जेएसडब्ल्यू एनर्जी का आईपीओ आया था. कंपनी आईपीओ के जरिये करीब 2800 करोड़ रुपये जुटाना चाह रही है. इसके माध्यम से जुटाए पैसों को अलग-अलग तरह से निवेश किया जाएगा. ओपन मार्केट में आने से पहले ही कंपनी ने अपने एंकर निवेशकों से 1260 रुपये जुटा लिया है. कंपनी के 50 प्रतिशत शेयर का लॉक इन पीरियड 30 दिन का है. जबकि, दूसरे 50 प्रतिशत शेयरों को निवेशक 12 फरवरी 2024 तक नहीं बेच सकेंगे. नियम के अनुसार, कंपनी में निवेशक करने वाले एंकर निवेशक लॉक इन पीरियड के बाद ही शेयर बेच सकेंगे.

ग्रे मार्केट में बढ़ा आईपीओ का भाव

जेएसडब्ल्यू इंफास्ट्रक्चर के आईपीओ को ग्रे मार्केट में भी काफी अच्छा रिस्पॉंस मिल रहा है. कंपनी का आईपीओ 23 रुपये प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है. ग्रे मार्केट में माना जा रहा है कि जेएसडब्ल्यू इंफास्ट्रक्चर का स्टॉक बीएसई और एनएसई पर 143 से 149 रुपये के बीच लिस्ट होगा. बता दें कि जेएसडब्ल्यू इंफ्रा का पूरा बिजनेस मरीन से जूड़ा हुआ है. इसमें स्टोरेज सॉल्यूशन, कार्गो हैंडलिंग से लेकर लॉजिस्टिक सर्विसेज तक शामिल है. वित्तीय वर्ष 2022-23 में जेएसडब्ल्यू इंफ्रा का रेवेन्यू 3372.85 करोड़ रुपये रहा था. इस दौरान कंपनी ने करीब 749 करोड़ से ज्यादा का मुनाफा कमाया था.

रजिस्ट्रर्ड पोर्टल पर आवंटन की स्थिति कैसे जांचें

  • रजिस्ट्रर्ड पोर्टल पर जाएं. उपलब्ध लिंक पर क्लिक करने के बाद आपको पांच लिंक देखने को मिलेंगे, जहां स्टेटस चेक किया जा सकता है.

  • किसी एक लिंक पर क्लिक करके, आईपीओ अनुभाग में ड्रॉपडाउन मेनू से जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड का चयन करें.

  • आवंटन स्थिति की जांच करने के लिए तीन विकल्पों में से किसी एक का चयन करें, यानी आवेदन संख्या, डीमैट खाता या पैन.

  • यदि आपने पहला विकल्प चुना है, तो आवेदन संख्या और कैप्चा कोड टाइप करें, फिर ‘सबमिट’ पर क्लिक करें.

  • यदि आपने डीमैट खाता संख्या के माध्यम से स्थिति जांचने का विकल्प चुना है, तो इसे टाइप करें और ‘सबमिट’ पर क्लिक करने से पहले कैप्चा कोड दर्ज करें.

  • तीसरे विकल्प के लिए अपना पैन नंबर डालें और कैप्चा कोड टाइप करें. ‘सबमिट’ पर क्लिक करें.

बीएसई और एनएसई पर आवंटन स्थिति की जांच कैसे करें

बीएसई के लिए, आधिकारिक साइट पर आवंटन पृष्ठ पर जाएं. अब ‘इश्यू टाइप’ सेक्शन के तहत ‘इक्विटी’ चुनें. ‘इश्यू नेम’ के तहत ड्रॉपडाउन विकल्प से आईपीओ चुनें.

स्थिति जांचने के लिए अपना पैन या आवेदन नंबर दर्ज करें.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की वेबसाइट पर जाएं.

‘उसे साइन अप करने के लिए क्लिक करें’ विकल्प चुनें और अपने पैन के साथ खुद को पंजीकृत करें. – अब यूजरनेम, पासवर्ड और कैप्चा कोड के जरिए लॉगइन करें. खुलने वाले नए पेज पर अपना आईपीओ आवंटन स्थिति जांचें.

सेकेंड हैंड आईपीओ का बाजार है ग्रे मार्केट

ग्रे मार्केट को आसान शब्दों में IPO का सेकेंड हैंड बाजार कहा जा सकता है. इसका अर्थ है कि आईपीओ जारी होने के बाद आप सीधे शेयर बाजार से खरीदारी करने के बजाये किसी निवेशक जिसने पहले से कंपनी में निवेश कर रखा है उससे आईपीओ की खरीदारी करते हैं. इस ग्रे मार्केट में सबसे बड़ी परेशानी ये आती है कि इसमें काम करने वाले सेलर, ब्रोकर और ट्रेडर कहीं भी रजिस्टर्ड नहीं होते हैं. इस बाजार में कोई नियम कानून नहीं है. केवल भरोसे और व्यक्तिगत बातचीत पर कारोबार होता है. वहीं, पैसे फंसने पर रिकवरी भी आपको खुद अपने माध्यम से ही करनी पड़ती है.

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आईपीओ क्या होता है

आईपीओ का पूरा नाम Initial Public Offering है. यह एक वित्तीय प्रक्रिया है जिसमें किसी प्राइवेट कंपनी ने अपने स्टॉक के खुले बाजार में निवेशकों के लिए प्रस्तावना जारी करने का निर्णय लिया होता है. यह उस कंपनी के लिए पहली बार होता है जब वह खुले बाजार में अपने शेयरों को बेचने के लिए जाती है. जब एक कंपनी आईपीओ जारी करती है, तो वह अपने शेयरों का प्रचार प्रसार करती है और इंवेस्टर्स को अपने शेयरों को खरीदने का मौका देती है. आईपीओ के माध्यम से कंपनी उसके स्टॉक को सार्वजनिक और न्यूजीज माध्यमों के माध्यम से निवेशकों के लिए उपलब्ध कराती है ताकि वे उसे खरीद सकें. आईपीओ के माध्यम से कंपनी अधिकतर अपने स्टॉक के लिए नए निवेशकों को खींचने की कोशिश करती है और इसके माध्यम से कंपनी अधिकतर पूंजी एकत्र करके अपने विकास और वित्तीय योजनाओं को पूरा करती है. यह निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प होता है क्योंकि यह उन्हें एक सार्वजनिक कंपनी के मालिक बनाने का अवसर प्रदान करता है.

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Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

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