KBC में 25 लाख रुपये की लॉटरी ? ऐसा मैसेजे मिले तो भूलकर भी न करें ये काम
सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल होने के बाद पीआईबी की फैक्ट चेक टीम ने इसकी पड़ताल शुरू की. पड़ताल में पाया गया कि लॉटरी को लेकर जो मैसेज वायरल हो रहा है, वह पूरी तरह से फर्जी है. पीआईबी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से वायरल मैसेज को शेयर किया और बताया, ऐसे लॉटरी स्कैम से सावधान रहें.
डिजिटल क्रांति के आने के साथ देश में साइबर अपराध भी तेजी से बढ़ता जा रहा है. लोगों को अपनी जाल में फंसाने के लिए साइबर अपराधी तरह-तरह के हथकंडे अपनाना शुरू कर दिया है. इस समय सोशल मीडिया पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें मेगा शो कौन बनेगा करोड़पति में 25 लाख रुपये लॉटरी लगने का दावा किया जा रहा है.
क्या है वायरल मैसेज में
सोशल मीडिया पर तो मैसेज वायरल हो रहा है, उसमें दावा किया जा रहा है कि प्राप्तकर्ता ने 25,00,000 की लॉटरी जीती है. जिसमें बताया जा रहा है लॉटरी कौन बनेगा करोड़पति में लगी है.
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फोन कॉल, ई-मेल और मैसेज पर धोखेबाजों द्वारा यह #फ़र्ज़ी दावा किया जा रहा है कि प्राप्तकर्ता ने ₹25,00,000 की लॉटरी जीती है। #PIBFactCheck
▶️ऐसे लॉटरी स्कैम से सावधान रहें।
▶️इस तरह के कॉल, मेल और मैसेज पर अपनी निजी जानकारी साझा ना करें।
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— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) August 23, 2022
क्या है वायरल मैसेज का सच
सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल होने के बाद पीआईबी की फैक्ट चेक टीम ने इसकी पड़ताल शुरू की. पड़ताल में पाया गया कि लॉटरी को लेकर जो मैसेज वायरल हो रहा है, वह पूरी तरह से फर्जी है. पीआईबी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से वायरल मैसेज को शेयर किया और बताया, ऐसे लॉटरी स्कैम से सावधान रहें. लोगों को सावधान करते हुए कहा गया कि इस तरह के कॉल, मेल और मैसेज पर अपनी निजी जानकारी साझा ना करें.
कैसे लोगों को जाल में फंसाते हैं साइबर अपराधी
साइबर धोखेबाज अनजान नंबरों से पीड़ितों को व्हाट्सएप संदेश भेजते हैं (उनमें से ज्यादातर +92, पाकिस्तान के आईएसडी कोड से शुरू होते हैं) यह दावा करते हुए कि उनके मोबाइल नंबर ने कौन बनेगा करोड़पति और रिलायंस जियो द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित लॉटरी जीती है. 25 लाख और उस लॉटरी का दावा करने के लिए उन्हें किसी ऐसे व्यक्ति से संपर्क करना होगा जिसका नंबर उसी व्हाट्सएप संदेश में दिया गया हो. जब पीड़ित राशि का दावा करने के लिए संबंधित नंबर पर संपर्क करता है, तो धोखेबाज उसे बताते हैं कि उन्हें लॉटरी की राशि लेने के लिए Processing फीस देनी होगी. एक बार जब पीड़ित उस पैसे को जमा कर देता है, तो वे किसी न किसी बहाने उससे और डिमांड करने लगते हैं. जालसाज केवल व्हाट्सएप के जरिए संवाद करने पर जोर देते हैं. वे पीड़ित को विभिन्न बैंक खातों में पैसा जमा करने के लिए प्रेरित करते हैं और पूरी धोखाधड़ी कई हफ्तों और महीनों तक चलती है जब तक कि वे पीड़ित को पैसा जमा करने के लिए प्रेरित करते रहें. कुछ समय बाद, वे पीड़ित को बताना शुरू कर देते हैं कि लॉटरी की राशि को बढ़ाकर 45 लाख, फिर 75 लाख कर दिया गया है. इस तरह से लोग साइबर फ्रॉड के शिकार हो जाते हैं.
सुरक्षा सावधानियां
1. कोई भी फोन कॉल अगर आपके पास आता है और यह जानकारी देता है कि आपने लॉटरी या पुरस्कार जीता है, तो मानकर चलें कि यह साइबर अपराधी का फोन है.
2. इस तरह के संदेशों को करीब से देखने पर खराब प्रारूपण, व्याकरण संबंधी त्रुटियां और अन्य स्पष्ट संकेत दिखाई देंगे कि संदेश वास्तविक नहीं है.
3. ये फ्रॉड आपके लालच का फायदा उठाते हैं. आप अपने लालच में अंधे होने के कारण परिवार के सदस्यों के साथ चर्चा करना, वैकल्पिक माध्यमों से जानकारी की पुष्टि करना आदि जैसी बुनियादी सावधानियां बरतना भूल जाते हैं.
4. फोन करने वाले में गोपनीयता बनाए रखने पर जोर दिया जाता है, यह इस बात का संकेत है कि पूरी बात में कुछ गड़बड़ है.
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