डाकघर की इस स्कीम में 124 महीने में पैसा हो जाता है डबल, जानिए निवेश पर कितना मिलता है ब्याज
Kisan Vikas Patra Scheme : डाकघर से किसान विकास पत्र का सर्टिफिकेट कम से कम 1000 रुपये में खरीदा जा सकता है. इस योजना में निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है. सबसे बड़ी बात यह है कि किसान विकास पत्र को जारी होने के करीब ढाई साल बाद भुनाया जा सकता है. किसान विकास पत्र को व्यक्तिगत या संयुक्त रूप से, 10 साल से अधिक उम्र के नाबालिग और दिमागी रूप से कमजोर व्यक्ति के नाम पर लिया जा सकता है.
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डाकघर की लघु बचत योजना पर मिलता बेहतरीन रिटर्न
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योजना के सर्टिफिकेट को कम से कम 1000 रुपये में खरीदा जा सकता है
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योजना में व्यक्तिगत या संयुक्त रूप से किया जा सकता है निवेश
Kisan Vikas Patra Scheme : देश में सदियों से आम आदमी का भरोसा डाकघर जमा योजनाओं पर बना है. वह इसलिए कि डाकघर की बचत योजनाओं पर बैंकों की तुलना में कुछ अधिक ही ब्याज मिलता है और जमा पैसों की सुरक्षा अलग से. डाकघर की बचत योजनाओं में जमा पैसों की गारंटी भारत सरकार की होती है. डाकघर की ही एक ऐसी बचत योजना है, जिसमें निवेश करने पर 124 महीने में पैसा डबल हो जाता है. लॉन्ग टर्म की इस बचत योजना का नाम किसान विकास पत्र है. आइए, जानते हैं कि लॉन्ग टर्म वाले इस योजना में निवेश पर कितना मिलता है ब्याज…
क्या है किसान विकास पत्र योजना
डाकघर से किसान विकास पत्र का सर्टिफिकेट कम से कम 1000 रुपये में खरीदा जा सकता है. इस योजना में निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है. सबसे बड़ी बात यह है कि किसान विकास पत्र को जारी होने के करीब ढाई साल बाद भुनाया जा सकता है. किसान विकास पत्र को व्यक्तिगत या संयुक्त रूप से, 10 साल से अधिक उम्र के नाबालिग और दिमागी रूप से कमजोर व्यक्ति के नाम पर लिया जा सकता है.
इसे किसी भी डाकघर से खरीदा जा सकता है. इसमें नॉमिनेशन की सुविधा भी रहती है. इतना ही नहीं, सर्टिफिकेट को एक से दूसरे व्यक्ति के नाम पर और एक डाकघर से दूसरे में ट्रांसफर भी किया जा सकता है. इस योजना के तहत कितने भी खाते खोले जा सकते हैं.
सालाना 6.9 फीसदी मिलता है ब्याज
डाकघर की इस योजना में फिलहाल सालाना 6.9 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है. यह ब्याज दर 1 अप्रैल 2020 से लागू है. इस योजना में निवेश करने पर आपका पैसा 124 महीने (10 साल और 4 महीने) की अवधि में डबल हो जाएगा. चूंकि, किसान विकास पत्र लघु बचत योजना में आता है. इसलिए इसकी ब्याज दर हर तिमाही पर तय होती है.
मैच्योरिटी से पहले भी किया जा सकता है बंद
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किसान विकास पत्र को मैच्योरिटी डेट से पहले किसी भी समय बंद किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए कुछ शर्तें भी लागू हैं.
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खाताधारक की मृत्यु होने पर इसे मैच्योरिटी से पहले बंद किया जा सकता है.
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इसके अलावा, संयुक्त खाते के मामले में किसी एक या सभी खाताधारकों की मृत्यु पर.
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गिरवी होने की स्थिति में राजपत्र अधिकारी द्वारा जब्त करने पर.
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कोर्ट के आदेश पर.
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जमा की तारीख से 2 साल और 6 महीने बाद इसे बंद किया जा सकता है.
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Posted by : Vishwat Sen
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