Investment Plans For Senior Citizen अगर आप भी सीनियर सिटीजन की कैटेगरी में आते है और रेगुलर इनकम की चाहत रखते है तो आपके लिए बाजार में कई विकल्प मौजूद है. इन्हीं में कुछ बेहतर विकल्पों के बारे में हम विस्तार से बात करेंगे. जिनमें निवेश करके आप रेगुलर इनकम के साथ ही टैक्स संबंध छूट का भी फायदा ले सकते हैं. दरअसल, बैंकों में जमा किए जाने वाली रकम पर बेहतर रिटर्न की उम्मीद बहुत ही कम बची है. सिनियर सिटिजन को हालांकि अब भी प्राथमिकता दी जा रही है, लेकिन अंत में कुछ खास फायदा होता नहीं दिख रहा है. ऐसे में बेहतर रेगुलर इनकम के लिए नए विकल्पों के बारे में विचार करना जरूरी हो जाता है. आइए जानतें वे कौन से बेहतर विकल्प है, जिनके बारे में जानना आपके लिए जरूरी है.
इस स्कीम में 60 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोग निवेश कर सकते है. इसमें निवेश से 80सी के तहत डेढ लाख रुपए तक के निवेश पर टैक्स की छूट भी मिलती है. बता दें कि यह स्कीम पांच साल में मैच्योर होती है और इस अवधि के पूरा होने पर आप स्कीम को तीन साल बढ़ा सकते हैं. इस स्कीम में आप एक हजार से से 15 लाख रुपये तक का निवेश कर सकते है. फिलहाल इसमें 7.4 प्रतिशत सलाना की दर से ब्याज मिलता है और यह दर हर तिमाही रिव्यू होती है.
भारतीय जीवन बीमा की ओर से प्रधानमंत्री वय वंदन योजना (Pradhan Mantri Vaya Vandana Yojana) स्कीम 31 मार्च, 2023 तक बढ़ा दी गयी है. वित्त वर्ष 2020-21 में 7.40 प्रतिशत ब्याज दर निर्धारित की गयी है. सीनियर सिटिजन इस स्कीम में निवेश कर सकते हैं. खास बात यह है कि इस स्कीम में निवेश की अधिकतम उम्र सीमा नहीं है. इस स्कीम में अधिकतम 15 लाख रुपए तक का निवेश किया जा सकता है. खास बात यह है कि पति और पत्नी दोनों 15-15 लाख रुपये निवेश कर सकते हैं. ध्यान देने वाली बात यह है कि इस स्कीम में दस साल का लॉक इन तय है, लेकिन बेहतर रिटर्न की संभावना है. न्यूनतम पेंशन 1000 प्रति महीने, अधिकतम 9,250 प्रति महीने पा सकते है. लेकिन, 80सी के तहत टैक्स में छूट का प्रावधान नहीं है.
रिटायर्ड लोगों के लिए यह एक अच्छी स्कीम बतायी जा रही है. सिंगल अकाउंट में अधिकतम 4.5 लाख रुपये जमा कर सकते हैं, जबकि संयुक्त खाता में अधिकतम 9 लाख रुपये जमा कर सकते हैं. स्कीम का मैच्योरिटी पीरियड 5 साल के लिए होती है. इस अवधि के पूरा होने पर और 5-5 साल के लिए बढ़ाया जा सकता हैं. इस स्कीम में निवेश करने पर 80सी में कोई बेनिफिट नहीं मिलता है और ब्याज पर टैक्स लगता है. इंटरेस्ट की रकम हर महीने सेविंग अकाउंट में ऑटो क्रेडिट कर दिया जाता है और मौजूदा समय में 6.6 प्रतिशत रिटर्न मिलता है.
सीनियर सिटिजन के बीच बैंक में फिक्स डिपॉजिट को एक बेहतर विकल्प के तौर पर देखा जाता है. इसके तहत मौजूदा में 6 फीसदी व्याज हासिल किया जा सकता है. इसमें निवेश की अवधि का विकल्प सात दिन से लेकर 10 साल के बीच मिलता है. अलग-अलग बैंकों में ब्याज दर और अवधि के चुनाव को लेकर अलग-अलग शर्त निर्धारित की गयी है. कई स्मॉल फाइनेंस बैंकों द्वारा इसमें 7 प्रतिशत ब्याज का ऑफर भी दिया जाता है. सीनियर सिटिजन के लिए आम तौर पर 0.5 फीसदी ज्यादा ब्याज दिए जाने का प्रावधान रहता है.
सरकार की ओर से 1 जुलाई, 2020 से जारी किए गए फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड पर 7.15 फीसदी का ब्याज दिए जाने का प्रावधान है. बॉन्ड खरीदने पर हर छह महीने पर ब्याज मिलेगा और यह बॉन्ड फ्लोटिंग रेट पर आधारित होता है. बॉन्ड खरीदने की कोई अधिकतम सीमा नहीं है. कम से कम एक हजार रुपये का बॉन्ड खरीदना होता है. निवेश एक हजार के मल्टीपल में होगा. बॉन्ड 7 साल बाद मैच्योर होगा और सिनियर सिटिजन्स को बीच में इनकैश कराने का अधिकार दिया गया है. यह बॉन्ड पूर्व में रिजर्व बैंक की तरफ से जारी 7.75 पर्सेंट वाला विदड्रॉन टैक्सेबल बॉन्ड की तरह है.
Upload By Samir
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