नयी दिल्ली : यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) डिजिटल रूप से भुगतान करने का सबसे सरल तरीका है. सावधानी बरतनी जरूरी है. अगर यूपीआई यूजर सतर्क नहीं रहते हैं तो यूपीआई से भुगतान जितना सरल है, उतना ही आपके लिए जोखिम भरा भी हो सकता है. इस संबंध में प्राय: सभी बैंक समय-समय पर आपको सूचित भी करते रहते हैं.
Beware of #UPI Fraud: pic.twitter.com/2uXg13E3ms
— Cyber Dost (@Cyberdost) June 15, 2021
केंद्रीय गृह मंत्रालय के साइबर सुरक्षा जागरूकता सेल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ‘साइबर दोस्त’ से भी यूपीआई के संबंध में चेतावनी जारी की गयी है. इसमें कहा गया है कि ”अपना यूपीआई पिन किसी के साथ साझा ना करें. अपना यूपीआई पिन गोपनीय रखें.”
‘साइबर दोस्त’ ने कहा है कि ”कपटपूर्ण आकर्षक विज्ञापन ऑफर तक ना पहुंचें, जो आपका यूपीआई पिन मांगते हैं और आपके यूपीआई खाते से पैसे काटने का प्रयास करते हैं.” साथ ही कहा है कि ”किसी अज्ञात स्रोत से प्राप्त किसी भी क्यूआर कोड को स्कैन ना करें. इससे खाते से पैसे की अनधिकृत डेबिट हो सकती है.”
‘साइबर दोस्त’ ने यूपीआई का उपयोग करनेवाले यूजर्स के लिए अपने निर्देश में कहा है कि ”यूपीआई आपके यूपीआई खाते में ‘पैसा प्राप्त करने’ के लिए पिन नहीं मांगता है.” मालूम हो कि वर्तमान में भीम (BHIM), पेटीएम (Paytm), फोन पे (Phone Pay), गूगल पे (Google Pay), मोबिविक (Mobikwik) जैसे कई यूपीआई का उपयोग यूजर्स करते हैं.
मालूम हो कि कोरोना महामारी के दौरान अधिकतर लोग ऑनलाइन सेवाओं का इस्तेमाल करने लगे हैं. घर बैठे ही ऑनलाइन ऑर्डर देकर जरूरत के सामान मंगाना आसान हो गया है. सामान की डिलीवरी होने पर भुगतान करने के लिए लोग यूपीआई का धड़ल्ले से इस्तेमाल करने लगे हैं. इसके साथ ही जालसाजी का कारोबार भी तेजी से बढ़ने लगा है.
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