WPI Inflation Increases In November 2020 नवंबर महीने के दौरान थोक महंगाई दर (WPI) में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. जबकि, अक्टूबर महीने में थोक महंगाई दर आठ माह के उच्च स्तर पर थी. इसके बाद नवंबर महीने में थोक महंगाई दर में 1.55 फीसदी की तेज बढ़त हुई. हालांकि, खाद्य महंगाई दर इस दौरान घटकर 3.94 फीसदी पर आ गयी, जो अक्टूबर में 6.37 फीसदी पर थी.
वहीं, अक्टूबर में सब्जियों की थोक महंगाई दर 25.23 फीसदी से घटकर 12.24 फीसदी पर पहुंच गयी. ऐसे में खाने-पीने की चीजों के दामों में गिरावट के बाद भी थोक महंगाई आम आदमी के लिए परेशानी का कारण बन गयी है. गौर हो कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भी हाल में मॉनेटरी पॉलिसी में कहा था कि महंगाई दर बढ़ रही है, लेकिन सर्दियों के मौसम में इस पर काबू पा लिया जायेगा.
थोक महंगाई दर नवंबर 2020 में बढ़कर 9 महीनों में सबसे ज्यादा हो गयी है. अक्टूबर महीने में मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स के दामों में तेज बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. वहीं, नवंबर 2020 के दौरान खाद्य महंगाई दर अक्टूबर की 6.37 फीसदी से घटकर 3.94 फीसदी रह गयी. वहीं, मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की थोक महंगाई दर अक्टूबर के 2.12 फीसदी से बढ़कर 2.97 फीसदी पर पहुंच गयी. जबकि, नवंबर में मुख्य वस्तुओं की थोक महंगाई दर 2.72 फीसदी रह गयी, जो अक्टूबर में 4.74 फीसदी थी.
फ्यूल एंड पावर प्रोडक्ट्स की थोक महंगाई दर में नवंबर में एक फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है. वहीं, अक्टूबर में ये आंकड़ा -10.95 प्रतिशत था, जो नवंबर में बढ़कर -9.87 फीसदी पर पहुंच गया. जबकि, गैर-खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर नवंबर में 8.43 फीसदी रही.
इस दौरान सब्जियों की थोक महंगाई में तेज गिरावट दर्ज की गयी. सब्जियों की थोक महंगाई दर अक्टूबर की 25.23 फीसदी से नवंबर में घटकर 12.24 फीसदी रही. नवंबर में दूध, अंडे, मांस की थोक महंगाई में गिरावट दर्ज हुई है.
Also Read: व्हाइटहैट जूनियर भारत में एक लाख महिला शिक्षकों को देगी नौकरी, अच्छी कमाई के लिए करना होगा ये काम
Upload By Samir Kumar
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.