LIC new children’s money back plan benefits एलआईसी (LIC) की कई पॉलिसी (Policy) बच्चों के लिए है. जिसमें कुछ ऐसी पॉलिसी है जो बोनस के साथ-साथ रिस्क कवरेज (Risk Coverage) के अलावा सम एश्योर्ड (Sum Assured) अमाउंट भी मैच्योर (Mature) होने पर रिफंड करती है. ऐसी ही एक पॉलिसी है चिल्ड्रन मनी बैक प्लान (Children Money Back Plan LIC). आइये जानते हैं इसके कुछ फायदों के बारे में.
दरअसल, अपने नाम के अनुरूप कंपनी इस पॉलिसी में बच्चों के लाइफ का इंश्योरेंस (Insurance) करती है. इसमें बच्चे के साथ-साथ माता-पिता का भी रिस्क कवर होता है.
यह पॉलिसी बच्चों के लिए है, जो अधिकतम 25 वर्ष तक चलती है. अर्थात इसका मैच्योरिटी पीरियड 25 वर्ष होता है. इस पॉलिसी में कुल अमाउंट का 20-20 प्रतिशत तीन बार बोनस के तौर पर दिया जाता है. यह अमाउंट मैच्योरिटी से पूर्व ही दे दी जाती है. 25 वर्ष चलने वाली इस पॉलिसी का पहला बोनस 18 वर्ष, दूसरा बोनस 20 वर्ष और तीसरा बोनस 22 वर्ष में दे दिया जाता है.
इस मामले के जानकार और एलआईसी में कार्यरत एक अधिकारी की मानें तो यह पॉलिसी 0-12 वर्ष के बच्चों के लिए ही है. यहां शुन्य वर्ष का मतलब है, एक से कम साल के बच्चे. वहीं, इस पॉलिसी में प्रपोजर अर्थात पॉलिसी धारक पिता या माता हो सकते हैं.
पॉलिसी का कुल अमाउंट पूरे 25 वर्ष तक भरना होता है. जिसमें तीन बार बोनस दे दिया जाता है. आपको बता दें कि यहां 25 वर्ष तक किश्त भरने का क्या मतलब है. दरअसल, अगर बच्चे की पॉलिसी एक वर्ष में खुलवायी गयी है तो उन्हें कुल और 24 वर्ष तक पॉलिसी को चलाना होगा. इसी तरह अगर 3 वर्ष में खुली तो 22 वर्ष चलाना होगा और 5 या 7 वर्ष में खुली तो 20 या 18 वर्ष तक पॉलिसी को चलाना होगा. जैसा की पहले भी बताया है कि यह पॉलिसी अधिकतम 12 वर्ष तक के बच्चे का ही खोला जा सकता है.
– बच्चे के साथ माता-पिता का रिस्क कवर: सबसे पहले आपको जानना होगा की चिल्ड्रेन मनी बैक पालिसी के दोहरे लाभ है. इसमें बच्चे के साथ-साथ माता-पिता का भी रिस्क कवर होता है. इसके लिए कम से कम पांच वर्ष तक पॉलिसी को चलाना पड़ता है.
– पांच वर्ष से पहले बच्चे की मौत होने पर: इस दौरान बच्चे की मौत हो जाती है. तो उस समय तक जमा की गयी राशि कुछ कटौती के साथ एलआईसी द्वारा लौटा दी जाती है.
– पॉलिसी खुलने के बाद और मैच्योर होने से पहले तक प्रपोजर (माता या पिता) की मौत होने पर: अगर बच्चे की पॉलिसी खुलने के बाद से पॉलिसी के मैच्योर होने से पूर्व तक में प्रपोजर (माता या पिता) की मौत हो जाती है तो उसी समय से प्रिमियम का भुगतान नहीं करना होता है. यह पालिसी एलआईसी चलाती है और मैच्योर होते ही कुल निर्धारित राशि का भुगतान, बोनस और लॉयल्टी एडिशन के साथ अपने सुनिश्चित समय पर कर दी जाती है.
– पांच वर्ष के बाद और मैच्योरिटी से पूर्व बच्चे के मौत होने पर : अगर पांच वर्ष के बाद अर्थात रिस्क कवर शुरू होने के पश्चात और पॉलिसी के मैच्योर होने से पूर्व बच्चे की मौत हो जाती है तो पॉलिसी कर्ता अर्थात माता या पिता को भी बोनस और लॉयल्टी एडिशन के साथ प्रिमियम की कुल राशि का भुगतान कर दिया जाता है.
आपको बता दें कि कम से कम तीन वर्ष तो पॉलिसी को चलाना ही चाहिए. पॉलिसी तीन वर्ष से पहले बंद हो जाती है तो इसके रिवाइवल से लेकर मेडिकल समेत अन्य झंझट में आप फंस सकते है. वहीं, अगर यह 3 वर्ष तक चलाने के बाद कुछ महीनों या वर्षों तक बंद हो जाती है तो इसे आसानी से उस अवधि तक किश्त भर कर दोबारा चालू किया जा सकता है.
एलआईसी एजेंट रेणु सिन्हा की मानें तो कोविड-19 का रिस्क भी इस पॉलिसी में दिया जा रहा. रेणु ने बताया कि केवल यही नहीं ब्लकि कुछ नियमों और शर्तों के साथ अन्य पॉलिसी में भी कोरोना वायरस का रिस्क कवर दिया जा रहा है.
बीमित रकम: कम से कम 1,000,00 अधिकतम जितना चाहें
पॉलिसी अवधि: 25 वर्ष
पॉलिसीधारक की आयु: 0 से 12 वर्ष तक
मैचुरिटी वर्ष: 25 वर्ष
पेमेंट भुगतान मोड: वार्षिक, अर्ध वार्षिक, त्रैमासिक या मासिक
मान लिजीए कि आपने अपने 5 वर्ष के बच्चे का एक लाख का यह पॉलिसी खुलवाया और इस दौरान आपकी उम्र अगर 30 वर्ष है तो आपका सालाना प्रिमियम करीब 6000 रुपये आयेगा अर्थात प्रतिदिन के हिसाब से करीब 16 रुपये. जबकि इसे आपको कुल 20 वर्ष तक चलाना होगा. अगर इस दौरान अगर बच्चे और प्रपोजर की मौत नहीं होती है तो आपको कुल करीब एक लाख 10 हजार रुपये भरने होंगे और इसके बदल आपकेा तीन बोनस समेत करीब दोगुना राशि का भुगतान किया जायेगा. इसी तरह 20 साल तक करीब प्रतिदिन 48 रुपये जमा करने से बोनस व कोविड-19 रिस्क कवर के साथ करीब 6 लाख रुपये तक इस पॉलिसी से प्राप्त कर सकते हैं.
Posted By : Sumit Kumar Verma
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