LIC IPO : एलआईसी के आईपीओ में पॉलिसीधारकों को मिलेगा आरक्षण, आज ही करना होगा ये काम

आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (Initial Public Offering) को आईपीओ कहते हैं. शेयर बाजार में सरकारी और निजी क्षेत्र की लिमिटेड कंपनियों की ओर से जारी किया जाता है, ताकि वह शेयर बाजार में सूचीबद्ध हो सके.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 28, 2022 10:34 AM

नई दिल्ली : भारत में सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम – Initial Public Offering) मार्च 2022 में आने की उम्मीद है. एलआईसी आईपीओ से देश-विदेश के निवेशकों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. इससे भी अधिक उत्साहित करने वाली बात यह भी है कि एलआईसी का आईपीओ में उसके पॉलिसीधारकों को आरक्षण मिलेगा, लेकिन इसके लिए उन्हें एक डीमैट खाता खुलवाना होगा. तो आइए जानते हैं कि एलआईसी के आईपीओ में निवेश करने के लिए आरक्षण पाने के लिए उसके पॉलिसीधारकों को क्या करना होगा…?

क्या है आईपीओ?

एलआईसी में आईपीओ में निवेश करने के लिए उसके पॉलिसीधारकों को मिलने वाले आरक्षण के बारे में जानकारी हासिल करने से पहले यह जान लेना बेहद जरूरी है कि आखिर ये आईपीओ है क्या? यह कितने प्रकार का होता है और इससे आम आदमी को क्या फायदा होता है. तो आपको बता दें कि आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (Initial Public Offering) को आईपीओ कहते हैं. शेयर बाजार में सरकारी और निजी क्षेत्र की लिमिटेड कंपनियों की ओर से जारी किया जाता है, ताकि वह शेयर बाजार में सूचीबद्ध हो सके. शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने के बाद कंपनी के शेयरों की खरीद शेयर बाजार में ही होती है. कंपनी निवेश या विस्तार करने की हालत में बाजार से पैसा जुटाने के लिए आईपीओ जारी करती है. आईपीओ में जब एक कंपनी अपने सामान्य स्टॉक या शेयर पहली बार जनता के लिए जारी करती है, तो उसे आईपीओ कहा जाता है. एक फर्म का आईपीओ शुरू करने के दो मुख्य कारण पूंजी जुटाना और पूर्व निवेशकों को समृद्ध करना है.

आईपीओ कितने तरह के होते हैं?

मुख्य रूप से शेयर बाजार में निवेशकों के लिए किसी सरकारी और निजी क्षेत्र की कंपनियों की ओर से जारी होने वाला आईपीओ दो प्रकार का होता है. इसमें फिक्स्ड प्राइस आईपीओ (Fixed Price IPO) और बुक बिल्डिंग आईपीओ (Book Building IPO) शामिल है. फिक्स्ड प्राइस IPO को इश्यू प्राइस के रूप में संदर्भित किया जा सकता है जो कुछ कंपनियां अपने शेयरों की प्रारंभिक बिक्री के लिए निर्धारित करती हैं. निवेशकों को उन शेयरों की कीमत के बारे में पता चलता है जिन्हें कंपनी सार्वजनिक करने का फैसला करती है. वहीं, बुक बिल्डिंग के मामले में IPO शुरू करने वाली कंपनी निवेशकों को शेयरों पर 20 फीसदी मूल्य बैंड प्रदान करती है. इच्छुक निवेशक अंतिम कीमत तय होने से पहले शेयरों पर बोली लगाते हैं. यहां निवेशकों को उन शेयरों की संख्या निर्दिष्ट करने की आवश्यकता है जिन्हें वे खरीदना चाहते हैं और वह राशि जो वे प्रति शेयर भुगतान करने को तैयार हैं. सबसे कम शेयर की कीमत को फ्लोर प्राइस के रूप में जाना जाता है और उच्चतम स्टॉक मूल्य को कैप प्राइस के रूप में जाना जाता है. शेयरों की कीमत के संबंध में अंतिम निर्णय निवेशकों की बोलियों द्वारा निर्धारित किया जाता है.

मार्च में आएगा एलआईसी का आईपीओ

मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, एलआईसी (LIC) का आईपीओ (IPO) मार्च में आ सकता है. हालांकि, अभी तक इसकी तारीख का ऐलान नहीं किया गया है. यह देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा. इसमें एलआईसी के पॉलिसीधारकों के लिए भी कुछ हिस्सा आरक्षित होगा और उन्हें सस्ते में शेयर दिए जाएंगे. इसके लिए उन्हें दो काम करने होंगे. केवल वही पॉलिसीधारक इसके लिए आवेदन कर सकते हैं, जिनका पैन पॉलिसी से जुड़ा होगा और जिनके पास डीमैट अकाउंट होगा. एलआईसी अपने पॉलिसीधारकों को पांच फीसदी तक डिस्काउंट दे सकती है.

आईपीओ में निवेश के लिए खुलवाना होगा डीमैट खाता

रिपोर्ट के अनुसार, एलआईसी के आईपीओ का पांच फीसदी हिस्सा कंपनी के कर्मचारियों और 10 फीसदी पॉलिसीधारकों के लिए आरक्षित रखा गया है. एलआईसी के 26 करोड़ पॉलिसीधारक के लिए 3.16 करोड़ शेयर आरक्षित रखे गए हैं, लेकिन इसके लिए केवल वही पॉलिसीधारक इसके लिए आवेदन कर सकते हैं, जिनका पैन पॉलिसी से जुड़ा होगा और जिनके पास डीमैट खाता होगा. एलआईसी के आईपीओ का इसका कुल 35 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित है.

आईपीओ खरीदने के लिए डीमैट खाता बेहद जरूरी

एलआईसी का आईपीओ खरीदने के लिए पॉलिसीधारकों के पास अपने नाम से डीमैट खाता होना बेहद जरूरी है. इसके साथ ही, उसे 28 फरवरी तक अपने पॉलिसी रिकॉर्ड में पैन (PAN) अपडेट करना जरूरी है, जो पॉलिसी 13 फरवरी, 2022 को या उससे पहले जारी होनी चाहिए. ग्रुप पॉलिसियों इसके लिए वैध नहीं है. नॉमिनीज और मृतक पॉलिसीधारकों की एन्युटी पा रहा जीवनसाथी इसके लिए आवेदन नहीं कर सकता है.

Also Read: LIC IPO : आईपीओ लेना है तो पैन-एलआईसी को लिंक करना अनिवार्य होगा
क्या है डीमैट अकाउंट

किसी भी आईपीओ के लिए आवेदन करने या शेयरों की खरीद और बिक्री के लिए डीमैट होना जरूरी है. भारत में दो डिपॉजिटरीज एनएसडीएल और सडीएसएल हैं. कई वित्तीय संस्थाएं इन डिपॉजिटरीज में पार्टिसिपेंट हैं. इन्हें Depository Participants कहा जाता है. इनमें से किसी के साथ भी डीमैट अकाउंट खोला जा सकता है. अगर किसी पॉलिसीहोल्डर के पास पहले से ही डीमैट अकाउंट है, तो उसे नया खुलवाने की जरूरत नहीं है.

एलआईसी वेबसाइट पर ऐसे अपडेट करें पैन

  • एलआईसी की वेबसाइट https://licindia.in/ या https://linkpan.licindia.in/UIDSeedingWebApp/ पर जाएं.

  • होम पेज पर ‘Online PAN Registration’ विकल्प सेलेक्ट करें.

  • Online PAN Registration पेज पर ‘Proceed’ बटन पर जाएं.

  • अपना ईमेल एड्रेस, पैन, मोबाइल नंबर और LIC पॉलिसी नंबर डालें.

  • बॉक्स में अपना कैप्चा कोड डालें.

  • ‘Get OTP’ पर क्लिक करें.

  • OTP सबमिट करें.

  • अब स्टेटस चेक करने के लिए आप https://linkpan.licindia.in/UIDSeedingWebApp/getPolicyPANStatus पर जाएं.

  • अपना पॉलिसी नंबर, जन्मतिथि और PAN डालें. इसके बाद कैप्चा डालकर सबमिट कर दें.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version