Long Term Investment Plans: फिक्स्ड इनकम के लिए निवेश हमेशा से ऐसे निवेशकों की पसंद रहा है, जो बिना रिस्क लिए एक स्थिर रिटर्न की उम्मीद करते हैं. आम तौर पर निवेशक लंबी अवधि के लिए निवेश करना पसंद करते है. इसको लेकर जानिए क्या कहते है एक्सपर्ट.
नाम से ही स्पष्ट है, निवेश के लिए एक ऐसा माध्यम जो आपको मैच्योरिटी तक एक बंधी-बधाई गारंटीड रिटर्न देते हैं और मैच्योरिटी पर निवेशक को उसका मूलधन भी वापस मिल जाता है. जोखिम वाले असेट्स जितना मुनाफा आपको यहां भले ही न मिले, लेकिन आप ज्यादा टेंशन फ्री रह सकते हैं.
शेयरखान के गौतम कालिया की मानें तो अपने निवेश से नियमित आय पर निर्भर करने वाले निवेशकों में आम तौर पर कम जोखिम लेने की क्षमता होती है. ऐसे में नियमित आय के लिए इक्विटी स्कीम के साथ नहीं जाना चाहिए. वहीं, रवि राजन एंड कंपनी के फाउंडर और मैनेजिंग पार्टनर एस रवि ने अनुसार, वित्तीय बाजारों में कुछ विकल्प जैसे डिविडेंड-पेइंग स्टॉक्स, बॉण्ड्स, रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट (आरईआईटी), पीयर-टू-पीयर लेंडिंग मौजूद है, जिनमें लंबी अवधि के लिए निवेश करके नियमित मासिक आय के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है.
Investonline.in के संस्थापक अभिनव अंगीरिश ने अनुसार, फिक्स्ड इनकम के लिए वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, मासिक आय योजना, पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम जैसे विकल्पों का चयन भी किया जा सकता है. इसके अलावा, प्रधानमंत्री वय वंदना योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट, पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट, बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे कई और विकल्प हैं, जो आपको फिक्स्ड इनकम दे सकते हैं. वहीं, पीपीएफ या पब्लिक प्रॉविडेंट फंड निवेश की एक पॉपुलर स्कीम है. लंबी अवधि के निवेश के लिए यह आपके बड़े काम आ सकती है. इसमें अच्छे इंटरेस्ट रेट पर रिटर्न मिलता है और टैक्स में छूट भी मिलती है. इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80C में यह निवेश दिखाने पर आपकी टैक्सेबल इनकम कम हो सकती है. इसमें एक साल में डेढ़ लाख तक की रकम निवेश की जा सकती है.
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