DBS India में होगा संकटग्रस्त लक्ष्मी विलास बैंक का विलय, सरकार ने योजना को दी मंजूरी
LVB DBS India merger : निजी क्षेत्र के 94 साल पुराना लक्ष्मी विलास बैंक का अब सिंगापुर के डीबीएस इंडिया के साथ विलय होना तय हो गया है. सरकार ने बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में बैंक के इस विलय योजना को मंजूरी दे दी है. इस विलय के साथ ही डिपॉजिटर्स पर अपने खातों से पैसों की निकासी पर आरबीआई की ओर से लगाया गया प्रतिबंध भी हटा दिया जाएगा. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद इस बाबत जानकारी दी है.
LVB DBS India merger : निजी क्षेत्र के 94 साल पुराना लक्ष्मी विलास बैंक का अब सिंगापुर के डीबीएस इंडिया के साथ विलय होना तय हो गया है. सरकार ने बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में बैंक के इस विलय योजना को मंजूरी दे दी है. इस विलय के साथ ही डिपॉजिटर्स पर अपने खातों से पैसों की निकासी पर आरबीआई की ओर से लगाया गया प्रतिबंध भी हटा दिया जाएगा. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद इस बाबत जानकारी दी है.
Union Cabinet approves Scheme of Amalgamation of Lakshmi Vilas Bank with Development Bank India Ltd (DBIL), a private bank. With this, there will no further restrictions on the depositors regarding the withdrawal of their deposits: Union Minister Prakash Javadekar pic.twitter.com/XbkUacBDHI
— ANI (@ANI) November 25, 2020
देश के बैंकिंग क्षेत्र के इतिहास में पहली बार ऐसा होने जा रहा है कि संकटग्रस्त किसी भारतीय बैंक को डूबने से बचाने के लिए किसी विदेशी बैंक में विलय किया जा रहा है. लक्ष्मी विलास बैंक इस साल का दूसरा बैंक है, जिसे आरबीआई ने डूबने से बचाया है. इससे पहले मार्च में आरबीआई ने येस बैंक को डूबने से बचाया था. वहीं, पिछले 15 महीनों में देखा जाए, तो लक्ष्मी विलास बैंक तीसरा बैंक है, जिसे डूबने से बचाया गया है.
सिंगापुर के डीबीएस इंडिया के साथ हुए सौदे के अनुसार, इस विलय योजना को पूरा होने के बाद डीबीएस इंडिया को 563 शाखा समेत 974 एटीम और रिटेल कारोबार में 1.6 अरब डॉलर की फ्रेंचाइजी मिलेगी. इसके साथ ही, 94 साल पुराने लक्ष्मी विलास बैंक का नाम खत्म हो जाएगा और साथ ही इसकी इक्विटी भी पूरी तरह खत्म हो जाएगी. अब इस बैंक का पूरा डिपॉजिट डीबीएस इंडिया के पास चला जाएगा.
आरबीआई की ओर से लक्ष्मी विलास बैंक में नियुक्त प्रशासक टीएन मनोहरन ने बीते 18 नवंबर को ही इस बात की जानकारी दे दी थी कि लक्ष्मी विलास बैंक का सिंगापुरी बैंक डीबीएस में विलय हो जाएगा. हालांकि, उन्होंने बैंक के करीब 20 लाख ग्राहकों को यह भरोसा भी दिया था कि उन्हें घबराने की कोई जरूरत नहीं है. बैंक में जमा उनका पैसा पूरी तरह सुरक्षित है. इसके साथ ही, उन्होंने यह भरोसा भी जताया कि लक्ष्मी विलास बैंक का सिंगापुर के डीबीएस के साथ निर्धारित समय सीमा में ही विलय हो जाएगा.
Also Read: 94 साल पुराने लक्ष्मी विलास बैंक का सिंगापुर के डीबीएस में होगा विलय, आरबीआई के प्रशासक मनोहरन ने दी जानकारीPosted By : Vishwat Sen
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.