आदमी चाणक्य नीति से नहीं… SIP में चंद रुपये जमा करके बन सकता है करोड़पति

SIP: आम तौर पर निवेशक एसआईपी को ही म्यूचुअल फंड समझने की भूल कर बैठते हैं, लेकिन एसआईपी म्यूचुअल फंड नहीं है. एसआईपी म्यूचुअल फंडों में निवेश करने का सशक्त माध्यम है. अगर आप एसआईपी के जरिए करोड़पति बनना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको सही म्यूचुअल फंड का चयन करना होगा.

By KumarVishwat Sen | September 21, 2024 2:39 PM

SIP: अगर आप अपने जीवन में लाखों रुपये की मोटी कमाई करके करोड़पति बनना चाहते हैं, तो चाणक्य नीति पढ़ने या चोरी-डाका डालने से काम नहीं चलेगा. इसके लिए आपको व्यवस्थित निवेश योजना (एसआईपी) के नियमों का पालन करना होगा. आप अगर एसआईपी में चंद रुपये टिका के निवेश करते रहेंगे, तो आपको करोड़पति बनने से कोई रोक नहीं सकता. चंद्रगुप्त मौर्य के महामंत्री कौटिल्य या चाणक्य का अर्थशास्त्र भी तो यही कहता है. चाणक्य के अर्थशास्त्र में व्यक्ति, राज्य, राजा, राजकाज और अर्थशास्त्र को व्यवस्थित करने की बात कही गई है. व्यवस्थित निवेश योजना या एसआईपी भी तो आपको अपनी वित्तीय स्थिति को व्यवस्थित करने के लिए कहता है. आप अपनी गाढ़ी कमाई का व्यवस्थित तरीके से इस्तेमाल करेंगे, तो बचत जरूर होगी और जब उस बचत को व्यवस्थित तरीके से या एसआईपी के जरिए किसी म्यूचुअल फंड में निवेश करेंगे, तो दीर्घावधि या लॉन्ग-टर्म में आपके पास भी करोड़ रुपये का बड़ा फंड जमा हो सकता है. आइए, जानते हैं कि एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंडों में चंद रुपये के निवेश से करोड़पति कैसे बनेंगे.

एसआईपी क्या है?

व्यवस्थित निवेश योजना को संक्षेप में एसआईपी कहते हैं. यह अंग्रेजी के सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान का संक्षिप्त शब्द है. एसआईपी कोई सरकारी योजना या किसी कंपनी का प्लान नहीं है, बल्कि आदमी व्यवस्थित तरीके से निवेश करने की जो योजना बनाता है, उसे ही एसआईपी कहते हैं. आजकल एसेट मैनेजमेंट कंपनियां यह काम करती हैं. वह लोगों को एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंडों में निवेश कराती हैं और इस निवेश पर बंपर रिटर्न मिलता है.

म्यूचुअल फंड को जानिए

म्यूचुअल फंड एसआईपी के जरिए निवेश करने का एक शक्तिशाली तरीका है. इसके माध्यम से रिटायमेंट की उम्र के करीब पहुंचने से पहले आपके पास एक बड़ा फंड जेनरेट हो जाता है. म्यूचुअल फंड से निवेशकों को मिलने वाला चक्रवृद्धि ब्याज लॉन्ग टर्म के निवेश पर बंपर रिटर्न देता है. ऐसा इसलिए संभव है, क्योंकि आप एसआईपी के जरिए किसी भी म्यूचुअल फंड में हर महीने एक निश्चित राशि निवेश करते हैं. जैसे-जैसे आपके निवेश की रकम बढ़ती जाती है. तब आपको न केवल बाजार से बेहतर रिटर्न मिलता है, बल्कि बीते सालों में आपकी री-इन्वेस्टेड आमदनी पर भी रिटर्न मिलता है. यही क्यूमलेटिव इफेक्ट कंपाउंडिंग के माध्यम से पैसा जमा करने की असली ताकत है, जो केवल म्यूचुअल फंड्स में मिलता है.

म्यूचुअल फंड नहीं है एसआईपी

आम तौर पर निवेशक एसआईपी को ही म्यूचुअल फंड समझने की भूल कर बैठते हैं, लेकिन एसआईपी म्यूचुअल फंड नहीं है. एसआईपी म्यूचुअल फंडों में निवेश करने का सशक्त माध्यम है, जबकि म्यूचुअल फंड निवेश को एकमुश्त मोटी रकम देने की गारंटी है. एसआईपी के जरिए किसी म्यूचुअल फंड में निवेश किया जाता है.

म्यूचुअल फंड में ऐसे करें निवेश

अगर आप एसआईपी के जरिए करोड़पति बनना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको सही म्यूचुअल फंड का चयन करना होगा. आम तौर पर छोटी-छोटी बचत करने वालों को बेहतर म्यूचुअल फंड की तलाश कर पाना मुश्किल होता है, क्योंकि छोटे निवेशक बाजार में जाकर रिसर्च नहीं करते. इसके लिए म्यूचुअल फंडों पर नजर बनाकर रिसर्च करने वाले विश्लेषक बेहतर सलाह दे सकते हैं. यह जान लेना भी जरूरी है कि म्यूचुअल फंड बाजार जोखिमों के अधीन है. इसलिए बिना किसी विशेषज्ञ की सलाह के इसमें निवेश करना जोखिम भरा होता है. देश के सरकारी-प्राइवेट बैंक और कंपनियां भी म्यूचुअल फंड में ग्राहकों को निवेश करने की सलाह देते हैं. वित्तीय सलाहकारों की सलाह लेने के बाद ही किसी म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए.

एसआईपी के 15x15x15 फॉर्मूला से 1 करोड़

अगर आप 40 साल के हैं और 55 साल में रिटायर होना चाहते हैं, लेकिन रिटायरमेंट पर अच्छी रकम भी चाहते हैं, तो एसआईपी के 15x15x15 फॉर्मूले के तहत आपको 15 साल तक के लिए हर महीने 15,000 रुपये निवेश करने होंगे. जब आप 15 साल तक हर महीने 15,000 रुपये निवेश करेंगे, तो आपको इस निवेश पर सालाना 15% ब्याज मिलेगा. इस ब्याज पर आपके फंड में 1,00,27,601 रुपये जमा हो जाएंगे.

एसआईपी के 555 फॉर्मूले से ऐसे बनेगा 5 करोड़

एसआईपी के 555 फॉर्मूले को आसान शब्दों में ऐसे समझा जा सकता है कि अगर आप नौकरी-पेशा हैं और 25 साल की उम्र से आपने एसआईपी के जरिए किसी म्यूचुअल फंड में हर महीने 10 हजार रुपये जमा करते हैं, तो सालाना आपको कम से कम 12 फीसदी रिटर्न मिलेगा. इसके बाद आप अपने निवेश में हर साल 5 फीसदी की बढ़ोतरी करते हैं, तो अगले 30 साल या 55 साल की उम्र तक आपके पास 5 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि इकट्ठा हो जाएगी. उदाहरण के तौर पर आप देखिए, अगर आप 25 साल की उम्र से 12 फीसदी सालाना रिटर्न देने वाले किसी म्यूचुअल फंड में 10 हजार रुपये महीना जमा करते हैं और हर साल आप अपने निवेश की रकम में 5 फीसदी बढ़ोतरी करते हैं, तो पूरे 30 साल में आपके द्वारा निवेश की गई रकम 79,72,662 रुपये होगी. इस पर आपको सालाना 12 फीसदी ब्याज के हिसाब से अनुमानित रिटर्न 4,47,61,398 रुपये होगा. अब निवेश की गई रकम और 30 साल में मिले रिटर्न को जोड़ देंगे, तो 55 साल की उम्र तक आपके पास 5,27,34,060 रुपये का एक बड़ा फंड हो जाएगा.

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रोजाना 50 रुपये की बचत पर 5 करोड़

यदि आप 25 साल के हैं और रोजाना 50 रुपये बचत करते हैं, तो आने वाले 30 सालों में आपके पास 5 करोड़ रुपये से अधिक का फंड जमा हो जाएगा. इसे आप बड़ी ही आसानी से हासिल कर सकते हैं. अगर आप 50 रुपये रोजाना बचत करते हैं, तो एक महीने में 1500 रुपये जमा हो जाता है. अब आपको दूसरे साल से लेकर मैच्योरिटी डेट तक हर साल अपनी सालाना बचत में 20% बढ़ोतरी करनी होगी. इस बढ़ोतरी को स्टेप अप कहा जाता है. स्टेप अप फॉर्मूले पर चलते हुए जब आप 30वें साल पर पहुंचते हैं, तो आपके निवेश की कुल रकम 2,12,73,868 रुपये हो जाएगी. इस पर आपको करीब 3,16,15,945 रुपये का मेगा रिटर्न मिलेगा. इन दोनों रकम को जोड़ने पर आपके फंड में करीब 5,28,89,813 रुपये जमा हो जाएंगे.

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