Corona से बचाव के लिए शॉर्ट टर्म ‘कोरोना कवच पालिसी’ लेकर आयीं कई इंश्योरेंस कंपनियां, जानिए क्या हैं फायदे…

कई बीमा कंपनियों (Insurance Companies) ने कोविड-19 (Covid-19) इलाज के खर्च को ‘कवर' करने को लेकर अल्पावधि के लिए कोरोना कवच स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी पेश की हैं. बीमा नियामक इरडा की समयसीमा का पालन करते हुए बीमा कंपनियों ने यह कदम उठाया है. कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) ने साधारण और स्वास्थ्य बीमा कंपनियों से 10 जुलाई तक कोरोना कवच स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी पेश करने को कहा था. देश में कोविड-19 संक्रमित मामलों की संख्या करीब 8 लाख तक पहुंच गयी है और संख्या दिन-ब-दिन बढ़ रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 11, 2020 4:33 PM

नयी दिल्ली : कई बीमा कंपनियों (Insurance Companies) ने कोविड-19 (Covid-19) इलाज के खर्च को ‘कवर’ करने को लेकर अल्पावधि के लिए कोरोना कवच स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी पेश की हैं. बीमा नियामक इरडा की समयसीमा का पालन करते हुए बीमा कंपनियों ने यह कदम उठाया है. कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) ने साधारण और स्वास्थ्य बीमा कंपनियों से 10 जुलाई तक कोरोना कवच स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी पेश करने को कहा था. देश में कोविड-19 संक्रमित मामलों की संख्या करीब 8 लाख तक पहुंच गयी है और संख्या दिन-ब-दिन बढ़ रही है.

बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) के दिशानिर्देश के अनुसार, अल्पावधि के लिए पॉलिसी साढ़े तीन महीने, साढ़े छह महीने और साढ़े नौ महीने के लिए हो सकती है. इसमें बीमा राशि 50,000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक (50,000 रुपये के गुणक में) है. नियामक के अनुसार, प्रीमयम भुगतान एक बार करना होगा और पूरे देश में प्रीमियम राशि समान होगी.

कोरोना कवच पॉलिसी की शुरुआत करते हुए एचडीएफसी एरगो ने कहा कि नयी स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी के तहत सरकारी मान्यता प्राप्त जांच घर में जांच के बाद कोरोना संक्रमण का मामला पाया जाता है, तो उसके इलाज में अस्पताल में भर्ती होने का चिकित्सा खर्च का वहन किया जाएगा. कंपनी के अनुसार, मरीज को अगर कोविड-19 के साथ अन्य बीमारी है, तो वायरस संक्रमण के साथ उस पर होने वाले इलाज का खर्च भी इसके दायरे में आएगा. इसमें वायरस के कारण अस्पताल में भर्ती होने पर रोड एम्बुलेंस का खर्च भी दायरे में आएगा.

एचडीएफसी एरगो के अनुसार, पॉलिसी में घरों में 14 दिन के देखभाल का खर्च भी शामिल है. यह उन लोगों के लिए होगा, जो अपने घर में ही इलाज को तरजीह देते हैं. इसके अलावा, आयुर्वेद, होम्योपैथ समेत दूसरे इलाज के विकल्प में पॉलिसी के दायरे में आएंगे. बजाज एलियांज जनरल इंश्योरेंस ने भी इस प्रकार की बीमा पॉलिसी पेश की है.

कंपनी ने मूलभूत बीमा कवर के लिए प्रीमियम 447 रुपये से लेकर 5,630 रुपये तय की है. इस पर जीएसटी अलग से लगेगा. बीमा प्रीमियम व्यक्ति की उम्र, बीमा राशि और अवधि पर निर्भर है. मैक्स बुपा के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी कृष्णन रामचंद्रन ने कहा कि मैक्स बुपा का कोरोना पालिसी का प्रीमियम प्रतिस्पर्धी है. 31 से 55 साल के व्यक्ति के लिए 2.5 लाख रुपये की पॉलिसी का प्रीमियम 2,200 रुपये है. इसी उम्र के दो वयस्कों और दो बच्चों के लिए प्रीमयिम 4,700 रुपये है. आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस भी कोरोना कवच पॉलिसी ला रही है.

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Posted By : Vishwat Sen

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