Market Capitalization: देश की 10 सबसे मूल्यवान कंपनियों में से सात का बाजार पूंजीकरण बीते सप्ताह 3.04 लाख करोड़ रुपये बढ़ गया. इसमें एचडीएफसी बैंक और एलआईसी में सबसे ज्यादा वृद्धि दर्ज की गई. शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले सप्ताह देश की शीर्ष 10 में से सात कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 3,04,477.25 करोड़ रुपये बढ़ गया. इसके पीछे शेयर बाजार में जारी तेजी की अहम भूमिका रही. पिछले सप्ताह बीएसई का मानक सूचकांक सेंसेक्स 2,344.41 अंक यानी 3.47 प्रतिशत बढ़ गया. कारोबारी सप्ताह के अंतिम दिन शुक्रवार को 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 303.91 अंक यानी 0.44 प्रतिशत बढ़कर अपने सर्वकालिक उच्च स्तर 69,825.60 अंक पर पहुंच गया. इस सप्ताह बाजार पूंजीकरण में सबसे ज्यादा वृद्धि भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी), आईसीआईसीआई बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और रिलायंस इंडस्ट्रीज में दर्ज की गई. निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण 74,076.15 करोड़ रुपये बढ़कर 12,54,664.74 करोड़ रुपये हो गया. एलआईसी का बाजार पूंजीकरण 65,558.6 करोड़ रुपये बढ़कर 4,89,428.32 करोड़ रुपये हो गया. बृहस्पतिवार को एलआईसी के शेयर 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंचते ही बीमा कंपनी ने पांच लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को छू लिया था.
ITC को फिर हुआ नुकसान
आईसीआईसीआई बैंक का बाजार पूंजीकरण 45,466.21 करोड़ रुपये बढ़कर 7,08,836.92 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 42,732.72 करोड़ रुपये बढ़कर 13,26,918.39 करोड़ रुपये हो गया. रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का बाजार पूंजीकरण 42,454.66 करोड़ रुपये बढ़कर 16,61,787.10 करोड़ रुपये हो गया. भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का बाजार पूंजीकरण 37,617.24 करोड़ रुपये बढ़कर 5,47,971.17 करोड़ रुपये हो गया. इन्फोसिस का शेयर 15,916.92 करोड़ रुपये बढ़कर 6,18,663.93 करोड़ रुपये हो गया. हालांकि, हिंदुस्तान यूनिलीवर का बाजार मूल्यांकन 9,844.79 करोड़ रुपये घटकर 5,92,414.19 करोड़ रुपये और भारती एयरटेल का 8,569.98 करोड़ रुपये घटकर 5,61,896.90 करोड़ रुपये रह गया. आईटीसी का पूंजीकरण भी 935.48 करोड़ रुपये घटकर 5,60,223.61 करोड़ रुपये रह गया. इसके साथ ही रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे मूल्यवान कंपनी के स्थान पर कायम है. इसके बाद टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, भारती एयरटेल, आईटीसी, एसबीआई और एलआईसी हैं.
बाजार में फिर बढ़ा विदेशी निवेश
भारत की मजबूत होती अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार में जारी तेजी के कारण एक बार फिर से विदेशी निवेशकों ने देश में निवेश करना शुरू कर दिया है. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने के पहले छह कारोबारी सत्रों में भारतीय इक्विटी बाजारों में 26,505 करोड़ रुपये का निवेश किया है. इसे तीन राज्यों में भाजपा की चुनावी जीत और मजबूत आर्थिक आंकड़ों का असर माना जा रहा है. इसके पहले अक्टूबर में एफपीआई ने 9,000 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था. डिपॉजिटरी के आंकड़ों से पता चलता है कि अगस्त और सितंबर में विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजारों से 39,300 करोड़ रुपये की निकासी की थी. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि आगे भी एफपीआई का निवेश प्रवाह जारी रहने की संभावना है. आंकड़ों के मुताबिक, एफपीआई ने दिसंबर महीने में आठ तारीख तक भारतीय इक्विटी में 26,505 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया है.
(भाषा इनपुट)
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.