कोरोना का कहर : बाजार में हाहाकार, सेंसेक्स में इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट
कोरोना के संक्रमण को लेकर वैश्विक बाजार हलकान हैं. इसका असर भारतीय बाजारों पर भी पड़ा है. गुरुवार को शेयर बाजार के सेंसेक्स ने इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट देखी
मुंबई/नयी दिल्ली : कोरोना के संक्रमण को लेकर वैश्विक बाजार हलकान हैं. इसका असर भारतीय बाजारों पर भी पड़ा है. गुरुवार को शेयर बाजार के सेंसेक्स ने इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट देखी. सेंसेक्स 2,919.26 अंक यानी 8.18% की गिरावट के साथ 32,778.14 अंक पर बंद हुआ. शेयरों के भाव टूटने से निवेशकों के 11.27 लाख करोड़ रुपये डूब गये. एनएसइ के निफ्टी में भी भारी गिरावट दर्ज की गयी है. निफ्टी 868.25 अंक गिर कर 9,590.15 अंक पर बंद हुआ. शेयर बाजार में यह अंकों के आधार पर इतिहास की सबसे बड़ी एकदिनी गिरावट है.
इस गिरावट से शेयर बाजार और औद्योगिक जगत मेंे हाहाकार मच गया है. गुरुवार की सुबह सेंसेक्स 34472.5 अंक पर खुला. दोपहर 2:40 बजे पर यह अधिकतम 3,204.30 अंक लुढ़क कर 31,268.8 पर जा पहुंचा था, पर बंद होने के समय बाजार थोड़ा संभला. फिर भी 2919.26 अंक की गिरावट के साथ 32,778.14 पर बंद हुआ. इससे पहले, सेंसेक्स नौ मार्च को 1941 अंक गिर कर बंद हुआ था.
2020 : सेंसेक्स की सात बड़ी गिरावट
गिरावट की तीन बड़ी वजहें
कोरोना के चलते अमेरिका ने 26 यूरोपीय देशों से यात्रा पर बैन लगाया. इसके चलते एक दिन में डाउ जोंस रिकॉर्ड 1464 अंक गिर गया.
125 देश कोरोना वायरस की चपेट में. डब्ल्यूएचओ द्वारा महामारी घोषित करने से दुनियाभर के निवेशक घबराये हुए हैं.
सऊदी अरब और यूएइ ने 10 लाख बैरल प्रतिदिन तेल उत्पादन बढ़ाने का फैसला किया है. इससे तेल के दाम गिर गये हैं.
जापान का निक्की 4.41%, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी 3.87%, हांगकांग का हैंगसेंग 3.66%, चीन का शंघाई कंपोजिट 1.52% और अमेरिका का डाउ जोंस 5.86% गिर गया.
रुपया
रुपया 60 पैसे गिर कर 74.28 रुपये प्रति डॉलर पर है. यह रुपये की 17 माह की न्यूनतम दर है.
आगे आया आरबीआइ
आरबीआइ बाजार में नकदी बनाये रखने के िलए दो अरब डॉलर डालेगा.
देश में कोरोना से अब 74 लोग संक्रमित दिल्ली और हरियाणा में महामारी घोषित : भारत में गुरुवार को कोरोना के 14 और मामले सामने आये हैं. अब तक देश में इससे 74 लोग संक्रमित हैं. इसके मद्देनजर सरकार ने 13 मार्च से अगले 35 दिन के लिए दुनिया के किसी भी देश के हर व्यक्ति के वीजा रद्द कर दिये हैं. सिर्फ डिप्लोमैटिक और एम्प्लॉयमेंट वीजा को छूट दी गयी है. सरकार ने कहा है कि अगर जरूरी न हो, तो भारतीयों को विदेशों में जाने से बचना चाहिए. इधर, दिल्ली और हरियाणा की सरकार ने कोरोना को महामारी घोषित कर दिया है.
एहतियात :
भारत 35 दिन के लिए दुनिया से कटा, डिप्लोमैटिक और एम्प्लॉयमेंट छोड़ कर सभी तरह के वीजा 15 अप्रैल तक सस्पेंड
राष्ट्रपति भवन आज से आम लोगों के लिए हुआ बंद
पीएम मोदी बोले- केंद्रीय मंत्री नहीं करेंगे विदेश यात्रा
भारत-द अफ्रीका वन-डे और आइपीएल में दर्शकों पर प्रतिबंध
विश्व पर असर
रूस और यूरोप का मंगल मिशन-2022 तक स्थगित
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद का सत्र निलंबित
ट्रंप ने यूरोप से यूएस आने वालों पर 30 दिनों तक बैन लगाया
स्पेन की समानता मंत्री आइरीन मोन्टेरो संक्रमित
ट्विटर के कर्मचारियों को घर से काम करने के निर्देश
सरकार पूरी तरह से सजग है. लोग बड़े समूह में एकत्र होने से बच कर कोरोना के फैलाव को रोक सकते हैं. घबराहट को ना, सावधानी को हां कहिए. गैर जरूरी विदेश यात्राओं से बचें.
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
शेयर बाजार : एक दिन में झारखंड में लगभग 10 हजार करोड़ का नुकसान : कोरोना वायरस और वैश्विक अनिश्चितता का सीधा प्रभाव भारतीय शेयर बाजार पर पड़ा है. झारखंड में भी निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है. बाजार के जानकाराें के अनुसार, झारखंड में एक दिन में लगभग दस हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. एक माह में झारखंड में यह नुकसान लगभग 27 हजार करोड़ रुपये का है. हालांकि शेयर बाजार विशेषज्ञ ललित त्रिपाठी कहते हैं कि काेरोना वायरस और वैश्विक अनिश्चितता के कारण शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिल रही है. यह हाल अधिक दिनों तक रहेगा, ऐसा प्रतीत नहीं होता है. जो निवेशक लंबे समय तक और जोखिम लेने की क्षमता रखते हैं, वह अगले चार से छह माह तक निवेश करें, तो अच्छा फायदा मिल सकता है.
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