वाशिंगटन : ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन और कारोबारी सॉफ्टवेयर विनिर्माता सेल्सफोर्स ने बड़े पैमाने पर छंटनी करने का ऐलान किया है. ये कंपनियां कोरोना महामारी का बहाना बनाकर कर्मचारियों की छंटनी की तैयारी कर रही हैं. इन कंपनियों का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान काफी अधिक संख्या में हुई भर्तियों को अब कम करना चाह रही हैं.
ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने बुधवार को अपने एक बयान में कहा था कि वह करीब 18,000 लोगों की छंटनी करेगी. कंपनी के इतिहास में यह नौकरियों में यह सबसे बड़ी कटौती होगी. हालांकि, यह उसके 15 लाख लोगों के वैश्विक कार्यबल का एक छोटा हिस्सा है. अमेजन के सीईओ एंडी जैस्सी ने कर्मचारियों को भेजे संदेश में कहा कि अमेजन ने अनिश्चित और कठिन अर्थव्यवस्थाओं का पहले भी सामना किया है और आगे भी करती रहेगी. इन बदलावों से हमें मजबूत लागत ढांचे के साथ दीर्घकालिक अवसरों का पीछा करने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि छंटनी का ज्यादातर असर कंपनी के अमेजन फ्रेश, अमेजन गो और मानव संसाधन तथा अन्य कार्यों को संभालने वाले पीएक्सटी संगठन पर पड़ेगा.
वहीं, सेल्सफोर्स ने कहा कि वह अपने कार्यबल का 10 फीसदी यानी करीब 8,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालेगी. कंपनी के 23 साल के इतिहास में यह सबसे बड़ी छंटनी है. कंपनी ने एक बयान में बताया कि जिन कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जाएगा उन्हें करीब पांच महीने का वेतन, स्वास्थ्य बीमा, करियर संसाधन तथा अन्य लाभ दिए जाएंगे.
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अमेजन और सेल्सफोर्स दोनों ने कहा कि छंटनी इसलिए की जा रही है, क्योंकि महामारी के दौरान उन्होंने बहुत बड़े पैमाने पर भर्तियां कर ली थीं. सेल्सफोर्स ने महामारी से ठीक पहले जनवरी 2020 में करीब 49,000 लोगों की भर्ती की थी. उसके आज के कार्यबल का आकार महामारी से पहले की तुलना में 50 फीसदी बड़ा है.
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