नई दिल्ली : अमेरिका की दवा निर्माता कंपनी मॉडर्ना ने मंगलवार को कहा है कि वह भारत को वर्ष 2022 तक ही कोरोना रोधी वैक्सीन उपलब्ध करा सकेगी. फिलहाल, उसके पास अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा करने तक ही स्टॉक है. हालांकि, उसने यह भी कहा है कि वह भारत की दवा निर्माता कंपनी सिप्ला और दूसरी कंपनियों से भी बात कर रही है.
गौर करने वाली बात यह है कि एक अमेरिका की मॉडर्ना कंपनी है, जो अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा करने पर जोर देते हुए कोरोना रोधी टीके का विदेश व्यापार करने से मना कर रही है और एक पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला हैं, जो यह कहते हैं कि भारत की आबादी के हिसाब से कोविशील्ड की आपूर्ति करना उनके अकेले के वश की बात नहीं है. इस प्रकार का बयान देने के बाद वे लंदन जाकर कोविशील्ड के विदेश व्यापार की अभियान भी छेड़ देते हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई की ओर से दी गई खबर के अनुसार, मॉडर्ना कोरोना का एक खुराक वाली वैक्सीन अगले साल भारत में उपलब्ध हो सकता है. इसके लिए वह सिप्ला और दूसरी भारतीय दवा कंपनियों से बातचीत कर रही है. अमेरिका की ही फाइजर 2021 में ही पांच करोड़ टीके उपलब्ध कराने को तैयार है, लेकिन वह क्षतिपूर्ति सहित कुछ नियामकीय शर्तों में बड़ी छूट चाहती है.
सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, मॉडर्ना ने भारतीय प्राधिकरणों को यह बताया है कि उसके पास 2021 में अमेरिका से बाहर के लिए वैक्सीन का स्टॉक नहीं हैं. जॉनसन एंड जॉनसन भी निकट भविष्य में अमेरिका से अपने टीके को दूसरे देशों को भेज पाएगी, इसकी भी बहुत सीमित संभावनाएं हैं.
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Posted by : Vishwat Sen
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